शेयर बाजार 74 हजारी होने को बेताव
चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में भारतीय अर्थव्यवस्था के अनुमानों से बेहतर प्रदर्शन करने के साथ ही देश में सेमीकंडक्टर के विनिर्माण के लिए 1.26 लाख करोड़ रुपये निवेश वाली तीन इकाइयों को मंजूरी मिलने और वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के बल पर हुयी लिवाली से बीते सप्ताह शेयर बाजार में तेजी रही लेकिन छोटी और मझौली कंपनियों को नुकसान उठाना पड़ा।समीक्षाधीन अवधि में शेयर बाजार में उतार चढ़ाव का रूख बना रहा। हालांकि चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में अर्थव्यवस्था के उम्मीद से बेहतर गति से आगे बढ़ने से मिले समर्थन के बल पर हुयी लिवाली से सप्ताहांत पर इसमें जबरदस्त तेजी देखी और गिरावट से उबरने में सफल रहा। पांच कारोबारी दिवसों में से दो दिन बाजार में गिरावट रही।
बीते सप्ताह बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 602.55 अंकों की तेजी लेकर 74 हजार अंक की ओर लपकते हुये 73745.35 अंक पर पहुंच गया। इसी तरह से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 126.05 अंकों की बढ़त के साथ 22338.75 अंक पर पहुंच गया।इस दौरान छोटी और मझौली कंपनियों में अधिक बिकवाली देखी गयी। सप्ताह के पांच में से तीन दिन इनमें बिकवाली हुयी जिससे बीएसई का मिडकैप 237.72 अंक उतरकर 39696.49 अंक पर और स्मॉलकैप 501.01 अंक टूटकर 45532.46 अंक पर रहा।विश्लेषकों को कहना है कि जिस तरह से सप्ताहांत पर बाजार में तेजी दिखी है यदि यही रूख बना रहता है तो अगले सप्ताह में सेंसेक्स 74 हजार अंक के स्तर को पार कर सकता है। उनका कहना है कि इस दौरान निफ्टी भी 24 हजारी की ओर बढ़ सकता है।
सोमवार को वैश्विक स्तर से मिले कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर धातु, आईटी, टेक और कंज्यूमर ड्यूरेबल सहित अधिकांश समूहों में हुयी बिकवाली के कारण लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार में बिकवाली हुयी जिससे सेंसेक्स और निफ्टी गिरावट लेकर बंद हुये। सेंसेक्स 352.67 अंक टूटकर 72790.13 अंक पर और निफ्टी 90.65 अंक फिसलकर 22122.05 अंक पर रहा।वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर सीडी, रियलटी, आईटी, टेक और ऑटो जैसे समूहों में हुयी लिवाली के बल पर शेयर बाजार दो दिनों की गिरावट से उबरते हुये मंगलवार को बढ़त बनाने में सफल रहा। सेंसेक्स 305.09 अंकों की तेजी लेकर 73095.22 अंक पर और निफ्टी 76.30 अंक चढ़कर 22198.35 अंक पर रहा।
वैश्विक स्तर के कमजोर संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर बाजार नियामक द्वारा संपदा प्रबंधन कंपनियों को निवेशकों को स्मॉलकैप और मिडकैप फंडों से जुड़े जोखिमों के बारे में अधिक और विस्तृत जानकारी देने की अपील करने से बने दबाव के कारण बुधवार को बाजार में भूचाल आ गया और चौतरफा बिकवाली से सेंसेक्स 790.34 अंक लुढ़ककर 73 अंक के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे 72304.88 अंक पर और निफ्टी 247.20 अंक टूटकर 21951.15 अंक पर रहा।वैश्विक स्तर से मिले सकारात्मक संकेतों के साथ ही घरेलू स्तर पर हेल्थकेयर समूह को छोड़कर लगभग सभी समूहों में हुयी लिवाली के बल पर गुरूवार को शेयर बाजार में फिर से तेजी लौटी और इस दौरान सेंसेक्स और निफ्टी बढ़त बनाने में सफल रहा।
सेंसेक्स 195.42 अंकों की बढ़त के साथ 72500.30 अंक पर और निफ्टी 31.65 अंकों की तेजी लेकर 21982.80 अंक पर रहा।सप्ताहांत पर शुक्रवार को जीडीपी में आयी उछाल के बल पर हुयी लिवाली से शेयर बाजार में तूफानी तेजी रही जिससे बीएसई 74 हजार अंक की ओर लपक गया। इस दौरान आयी तेजी से निवेशकों को 4.29 लाख करोड़ रुपये से अधिक कमाई भी हुयी। सेंसेक्स 1245.05 अंकों की उछाल लेकर 74 हजार अंक की ओर लपकते हुये 73745.35 अंक पर और निफ्टी 355.95 अंक की तेजी लेकर 22338.75 अंक पर पहुंच गया।(वार्ता)