- एसपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल, गाड़ियां फूंकीं, भीड़ पर काबू पाने में मशक्कत
- सीएम योगी ने दिए कड़े निर्देश, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई
गोरखपुर : पिपराइच क्षेत्र में सोमवार देर रात उस समय हालात बेकाबू हो गए जब पशु तस्करों ने नीट की तैयारी कर रहे छात्र दीपक गुप्ता को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया। छात्र की हत्या की खबर जैसे ही फैली, ग्रामीण उग्र हो उठे। मंगलवार सुबह गोरखपुर-पिपराइच रोड पर लोगों ने सड़क जाम कर दिया, पुलिस पर पथराव किया और गाड़ियों में आग लगा दी। इस दौरान एसपी नॉर्थ जितेंद्र श्रीवास्तव समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए। मौके पर भारी पुलिस बल और पीएसी तैनात की गई है।
घटना की शुरुआत सोमवार रात करीब साढ़े 11 बजे हुई। 10–12 पशु तस्कर दो पिकअप गाड़ियों से पिपराइच क्षेत्र के मऊआचापी गांव पहुंचे। यहां दुर्गेश गुप्ता की फर्नीचर दुकान का ताला तोड़ने की कोशिश की गई। शटर की आवाज सुनकर ऊपर ऑफिस में मौजूद युवक ने परिजनों को सूचना दी। दुर्गेश का बेटा दीपक स्कूटी से मौके पर पहुंचा। शोर सुनकर 10–15 ग्रामीण भी जुट गए। ग्रामीणों को देख तस्कर भागने लगे, लेकिन टकराव के दौरान उन्होंने फायरिंग कर दी। इसी बीच तस्करों ने दीपक को पकड़कर अपनी गाड़ी में डाल लिया और फरार हो गए। ग्रामीणों ने भी एक तस्कर को पकड़ लिया और उसकी गाड़ी में आग लगा दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो भिड़ंत और तेज हो गई। पत्थरबाजी में एसपी नॉर्थ और थाना प्रभारी घायल हो गए।
रातभर तलाशी के बाद पुलिस को गांव से करीब 4 किमी दूर दीपक का खून से लथपथ शव बरामद हुआ। छात्र का सिर कुचला हुआ था। सुबह हत्या की खबर फैलते ही गुस्साए ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया और पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया। जाम हटाने पहुंचे अधिकारियों पर पथराव हुआ, जिससे भगदड़ मच गई। करीब पांच घंटे बाद प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के समझाने पर हालात काबू में आए और जाम समाप्त हुआ।
प्रशासनिक कार्रवाई
मामले की जानकारी सीएम योगी आदित्यनाथ तक पहुंची। उन्होंने अफसरों को तत्काल घटनास्थल पर पहुंचने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। इसके बाद जिलाधिकारी, एसएसपी और आईजी ने मौके पर पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की और न्याय का आश्वासन दिया।
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