

मिजापुर। चुनार बाजार में रविवार की देर शाम आयरन कंपनी के निदेशक की गोली मारकर हत्या के प्रशासनिक अमले में हडकंप मच गया है ा हत्यारों की तलाश में खुद विंध्याचल मंडल के आईजी पीयूष श्रीवास्तव ने 24 घटें से कमान संभाल रखी है। शांति कानकास्ट के निदेशक की हत्या को लेकर पूरे पूर्वांचल में मचे रोष को देते हुए रात में ही एडीजी जोन वाराणसी ब्रजभूषण ने मौका मुआयना कर मामले की छानबीन कर वाराणसी लौट गए। उधर चुनौतीपूर्ण वारदात के बाद हत्या के खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच, एसओजी के साथ ही चुनार पुलिस की टीम लगाई गई है। टीम ने आस-पास के लोगों व दुकानदारों से रातभर पूछताछ की। बैंक के समीप लगे सीसी टीवी कैमरों को रात भर खंगाला ा बावजूद इसके पुलिस के हाथ कोई ठोस सुराग नहीं लगा । पुलिस अधिकारियों ने कंपनी के अधिकारियों व कंपनी के कर्मचारियों से भी रातभर पूछताछ की। उड़ीसा के जीवनेंदू रथ (40) चुनार के धौहा स्थित आयरन कंपनी के डायरेक्टर रहे। डायरेक्टर अपने सहयोगी किशोरचंद्र दास व सुमित मोहंती के साथ रविवार की देर शाम चुनार के कबीरमठ के पास बाजार में कपड़े की खरीदारी करने गए थे। दुकान से खरीदारी कर वाहन के पास लौटते समय अज्ञात बदमाशों ने डायरेक्टर की गोली मारकर हत्या कर दी। जबकि साथ चल रहे एचओडी किशोरचंद्र दास गोली लगने से जख्मी हो गए। सुमित किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई। घायल किशोरचंद्र को प्राथमिक उपचार के बाद वाराणसी ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। इस मामले की जानकारी होते ही जोन के पुलिस के आला अधिकारियों के साथ ही डीएम सुशील कुमार पटेल व प्रभारी एसपी संजय वर्मा सहित अन्य पुलिस अधिकारियों ने पहुंचकर मामले की छानबीन की, लेकिन बदमाशों का कुछ पता नहीं चला। चुनार पुलिस ने साथी सुमित महंतो की तहरीर पर तीन अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मामला दर्ज कर ली है। टीम हत्या की संभावित सभी बिंदुओं की कडियों को जोडने में जुटी हैं ा पत्नी से विवाह विच्छेद का मामला न्यायालय को पुलिस ध्यान में रख कर चल रही है ा
आठ वर्ष पहले हुई थी शादी
मृतक जीवनेंदू रथ की शादी वर्ष- 2012 में संघमितरा से हुई थी। जीवनेंदू अपनी पत्नी से छह साल से संपर्क में नहीं थे। डाइवोर्स का मामला भी न्यायालय लंबित है ा जीवनेंदू इधर काफी दिनों से अपने घर भी नहीं गए थे। पत्नी से किस कारणवश विवाह वच्छिेद का मामला न्यायालय में चल रहा था। यह भी पता लगाने में पुलिस जुटी है। दूसरी एंगल घटना के पीछे कहीं फैक्ट्री तो नहीं है इस पर विचार किया जा रहा है ा क्राइम ब्रांच की टीम दोनों पहलुओं की पडताल कर रही है ा प्रभारी एसपी संजय वर्मा भी उनके घरवालों से फोन पर वार्ता कर पड़ताल में जुटे हैं।
एक चिराग थे जीवेंदु
जीवेंदु अपने घर के इकलौते पुत्र थे एक उनकी एक बहन है। इकलौते पुत्र होने से उन पर घर की सारी जम्मिेदारियां भी थी। काफी दिनों के अंतराल पर अपने घर जाते थे।
रातभर बदमाशों को खोजती रही डाक स्क्वायड टीम
चुनार में आयरन कंपनी के निदेशक की गोली मारकर हत्या करने के बाद बदमाश हवा की तरह उड़ गए। क्राइम ब्रांच, एसओजी व चुनार पुलिस की टीम रातभर घटना स्थल की पड़ताल में जुटी रही। टीम ने डाग स्क्वायड के साथ रात ग्यारह बजे से सुबह छह बजे तक घटनास्थल के आस-पास तलाश की। लेकिन हत्यारों का कहीं पता नहीं चला। खोजी कुत्ता भी घटनास्थल से कुछ दूर जाने के बाद वापस लौट आया। दुकानदार, टेलर से पूछताछ की जिस दुकान से निदेशक ने कपड़े की खरीदारी की। क्राइम ब्रांच टीम ने उस दुकानदार से गहनता से पूछताछ की। दुकानदार के अनुसार निदेशक व उनके साथ कपड़े की खरीदारी करने के बाद दुकान से वापस लौट गए थे। वहीं टीम ने घटनास्थल के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को भी खंगाला। लेकिन फुटेज से भी कोई सुराग हाथ नहीं लगा।
मृतक के काल डिटेल निकाल रही पुलिस
पुलिस मृत निदेशक के मोबाइल नंबर की भी गहनता से जांच कर रही है। घटना से पहले निदेशक ने किन-किन लोगों से बातचीत की थी। इसका भी पुलिस पता लगा रही है। पुलिस का मानना है कि मृतक के काल डिटेल से अहम सुराग मिल सकते हैं। काल डिटेल की जानकारी के लिए सर्विलांस टीम को लगाया गया है, ताकि हत्यारोपितों तक पुलिस आसानी से पहुंच जाए।
आशनाई, व्यक्तिगत दुश्मनी एंगल पर पड़ताल
क्राइम ब्रांच की टीम सभी पहलुओं के साथ आशनाई व व्यक्तिगत दुश्मनी के एंगल को भी क्राइम ब्रांच की टीम खंगाल रही है। इसके अलावा कंपनी से जुड़े कार्यों के दौरान दुश्मनी की भी जांच कर रही है। सूत्रों की मानें तो धौंहा आयरन फैक्ट्री के समीप से एक व्यक्ति के ट्रैक्टर से माल की ढुलाई की जाती थी। कुछ दिनों पूर्व उससे विवाद हुआ था। जिस व्यक्ति से विवाद हुआ था उसका एक साथी शातिर है। पुलिस इस बिंदू की भी पड़ताल कर रही है। पुलिस कंपनी के कर्मचारियों से पूछताछ कर रही है।
निदेशक को मारी थी पांच गोली
जीवनेंदू रथ को पोस्टमार्टम के पहले शव का एक्सरे कराया गया ा एक्सरे से पता चला की बदमाशों ने जीवनेंदू रथ को पांच गोली मारी थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि चार गोली मृतक के पेट, सीने, जांघ और सिर में गोली मारी थी। बदमाशों ने तय कर लिए थे कि किसी भी स्थिति में जीवनेंदू रथ जीवित न रहे।यहीं वजह रही कि इतनी गोलियां मारी। चार गोली बदन को चीरते हुए पार कर गयी। जबिक एक गोली सिर में फंस मिली। पुलिस ने पोस्टमार्टम से पहले शव का चेचरी मोड़ स्थित अस्पताल में एक्सरे कराया, ताकि पता चल सके कि मृत निदेशक को कितनी गोली लगी है।