UP Live

सबसे किफायती खर्च में योगी के यूपी में घर-घर पहुंचा नल से जल

कर्नाटक में 86 हजार, महाराष्ट्र में 62601 और मध्य प्रदेश में 75 हजार रुपये तक आए खर्च

  • महज 59 हजार रुपये में हर परिवार तक नल से जल पहुंचा रही योगी सरकार
  • जल जीवन मिशन में अन्य राज्यों के लिए मॉडल बना ‘यूपी मॉडल’
  • कई अन्य बड़े राज्यों की तुलना में आधे से भी कम कीमत में लगा कनेक्शन
  • विंध्य-बुंदेलखंड के 90 फीसदी से अधिक गांवों में पहुंच रहा स्वच्छ पेयजल

लखनऊ : हर घर तक नल कनेक्शन पहुंचाने में यूपी की योगी सरकार अन्य बड़े राज्यों पर भारी पड़ी। यही नहीं, हर घर नल और नल से जल पहुंचाने में एक तरफ जहां यूपी सबसे पहले पायदान पर है, वहीं हर घर तक नल कनेक्शन पहुंचाने में यूपी का खर्च अन्य कई बड़ों राज्यों की अपेक्षा सबसे किफायती है। हर घर नल, नल से जल के वितरण में छाया डबल इंजन सरकार का यूपी मॉडल अन्य विशेष राज्यों की तुलना में सर्वश्रेष्ठ है। डबल इंजन सरकार की नीतियों की बदौलत प्रत्येक परिवार तक नल कनेक्शन पहुंचाने में लगभग 59 हजार रुपये लगे। जबकि अन्य राज्यों में कम कनेक्शन पर भी खर्च होने वाली राशि यूपी से बहुत अधिक रही।

किफायती खर्च में यूपी की प्रगति के यह रहे कारक

यूपी ने सबसे किफायती खर्च में आमजन तक नल कनेक्शन पहुंचाया। इसके पीछे एक तरफ योगी सरकार की पारदर्शी नीतियां कारगर रहीं तो दूसरी तरफ यहां की भौगोलिक स्थिति भी बड़ा कारण रही। वहीं उत्तर प्रदेश में 80 फीसदी से अधिक सोलर बेस्ड योजनाएं होने से भी यह काफी कारगर रही। सोलर की वजह से मेंटिनेंस कास्ट कम आई।

भविष्य में भी सबसे सस्ती पानी सप्लाई का रोडमैप तैयार

उत्तर प्रदेश में निकट भविष्य में सबसे सस्ते पानी की आपूर्ति के लिए और तेजी से तैयार चल रही है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण है कि यहां लगभग 80 फीसदी योजनाएं सोलर पर निर्भर है। इससे बिजली का खर्च कमतर होता जाएगा। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल और जल पहुंचाने के लिए लगभग 32930 योजनाएं सोलर बेस्ड चल रहीं। शेष 40591 योजनाओं को बिजली से चलाया जा रहा। सोलर बेस्ड परियोजना से 2,23,66,237 परिवारों तक शुद्ध पेयजल का आपूर्ति हो रही है, जबकि बिजली से अभी 36,65,080 परिवारों को जल मुहैया कराया जा रहा है।

इस वर्ष विंध्य-बुंदेलखंड में नहीं हुई पानी की किल्लत

विंध्य और बुंदेलखंड में पानी पहुंचाना योगी सरकार की प्राथमिकता में रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की संजीदगी का ही असर रहा कि विंध्य-बुंदेलखंड में लगभग 98 फीसद इलाकों में नल कनेक्शन के साथ हर घर जल पहुंच गया। विंध्य-बुंदेलखंड के लिए साल 2024 ऐतिहासिक रहा। पीने के पानी के लिए कभी त्राहिमाम करने वाले विंध्य-बुंदेलखंड में इस गर्मी में कहीं भी पानी की किल्लत नहीं रही। पीने के पानी को लेकर न प्रदर्शन दिखा और न ही टैंकरों का जमावड़ा लगा। इसका कारण जल जीवन मिशन के तहत इस क्षेत्र के गांवों में पानी की समुचित जलापूर्ति हुई।

राज्य नल कनेक्शन से आच्छादित परिवार लागत (प्रति परिवार)

उत्तर प्रदेश  – 26031317   – 59706
महाराष्ट्र  – 9827937   – 62601
हिमाचल प्रदेश  – 946006   – 65543
उत्तराखंड  – 1323739    – 71231
मध्य प्रदेश  – 9827551   – 75117
केरल  – 5416785   – 79224
कर्नाटक  – 7663623   – 86152
राजस्थान  – 9521118   – 87489
जम्मू-कश्मीर  – 1296169   – 100510
अरुणाचल प्रदेश  – 205770   – 228454

आम के बागानों की काट-छांट के लिए अब विभागीय अनुमति की जरूरत नहीं

हाथरस हादसा:जांच समिति के रिपोर्ट के आधार पर एसडीएम,सीओ व तहसीलदार सहित 06 निलंबित

गाजीपुर :कच्ची उम्र का प्रेम ……पूरा परिवार साफ

पुतिन ने भारत में लोगों के जीवन में स्थिरता लाने को मोदी की तारीफ की

Website Design Services Website Design Services - Infotech Evolution
SHREYAN FIRE TRAINING INSTITUTE VARANASI

Related Articles

Graphic Design & Advertisement Design
Back to top button