संगम तट पर भगदड़, कई हताहत,मुख्यमंत्री ने कहा- किसी भी तरह की अफवाहों पर बिल्कुल न दें ध्यान
संगम पर भारी भीड़ से अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द
महाकुंभनगर : महाकुंभ के तीसरे “अमृत स्नान” मौनी अमावस्या पर संगम तट के निकट मची भगदड़ में कई श्रद्धालुओं के हताहत होने की सूचना है।सूत्रों ने बताया कि भीड़ अधिक होने के कारण रात करीब दो बजे संगम तट पर भगदड़ के हालात बने जिसमें कई लोगों के चपेट में आने की सूचना है। घायलों को महाकुंभ नगर के केंद्रीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।मेला क्षेत्र में राहत एवं बचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है और हालात को काबू कर लिया गया है।अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
संगम पर भारी भीड़ से अखाड़ों का अमृत स्नान रद्द
महाकुंभ में मौनी अमावस्या स्नान पर्व के अवसर पर संगम तट के निकट भगदड़ मचने के बीच अखाड़ों का “अमृत स्नान” फिलहाल रद्द कर दिया गया है।अखिल भारतीय अखाडा परिषद और हरिद्वार स्थित मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने बताया कि जिस प्रकार से श्रद्धालुओं की भीड़ स्नान के लिए उमडी है और भगदड़ की घटना सामने आई है उससे अखाड़ों ने “अमृत स्नान” काे फिलहाल निरस्त कर दिया है। उन्होंने कहा कि अखाडों के वहां जाने से स्थिति और भी बिगड सकती है।
उन्होंने बताया कि भगदड के कारण अमृत स्नान का कार्यक्रम फिलहाल रद्द कर दिया गया है। आगे की जो भी रणनीति होगी उसके अनुसार कार्य किया जाएगा। स्थिति सामान्य होने पर शाम तक अमृत स्नान हो सकता है।गौरतलब है कि मौनी अमावस्या पर्व पर सबसे पहले महानिर्वाणी अखाड़ा स्नान करता है। भीड़ को देखते हुए इस बार सभी अखाडों के पूर्व निर्धारित समय को बदलकर एक घंटा पहले कर दिया गया था।महाकुंभ के पहले मकर संक्रांति “अमृत स्नान” के लिए महानिर्वाणी और अटल अखाडा ने सबसे पहले 6.15 बजे संगम तट पहुंचकर आस्था की डुबकी लगायी थी।
इस बार सभी अखाडों के अमृत स्नान का कार्यक्रम को एक घंटा पहले कर दिया गया था। महानिवर्णी और अटल को चार बजे शिविर से निकलकर 5 बजकर 40 मिनट पर घाट खाली करना था।दोनो अखाड़े अमृत स्नान के लिए निकले थे कि मेला प्रशासन के अनुरोध पर अपने छावनी वापस लौट गए। उन्होंने बताया कि उनके देवता और कुछ महामंडलेश्वर आगे निकल गए। देवता स्नान के लिए निकल जाने के बाद वापस नहीं होते उन्हें सुरक्षा देकर स्नान कराया जाएगा। शेष सभी अखाडों के आचार्य महामंडलेश्वर और मंउलेश्वर के रथ शिविर को वापस हो गए। (वार्ता)
सीएम योगी की अपील, संगम नोज पर जाने से बचें, प्रशासन के निर्देशों का पालन करें
संतों ने विश्व कल्याण की कामना के साथ सांकेतिक रूप में किया स्नान
महाकुम्भ नगर । मौनी अमावस्या के पावन स्नान पर्व पर प्रयागराज सनातनियों का महासागर बन चुका है। संगम में पवित्र डुबकी की आस लिये महाकुम्भ नगर पहुंचे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित प्रमुख संतों ने अपील जारी की है। मुख्यमंत्री योगी ने कहा है कि श्रद्धालुगण मां गंगा के जिस भी घाट के समीप हैं, वहीं स्नान करें, संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें। स्नानार्थियों के लिए कई घाट बनाए गये हैं, जहां सुविधाजनक रूप से स्नान किया जा सकता है। उन्होंने सभी से मेला प्रशासन के निर्देशों का पालन करने की अपील की है। सीएम योगी ने सभी से अपील की है कि वह किसी भाी प्रकार के अफवाहों पर ध्यान न दें।
संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें
सीएम योगी के साथ ही धर्म गुरुओं ने भी श्रद्धालुओं से अपील की है। स्वामी रामभद्राचार्य ने महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं से अपील की कि वे सभी संगम में स्नान का आग्रह छोड़ दें और निकटतम घाट पर स्नान करें। लोग अपने शिविर से बाहर न निकलें। अपनी और एक दूसरे की सुरक्षा करें। उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया।
आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें
बाबा रामदेव ने कहा है कि करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है। इसके साथ ही समूचे राष्ट्र और विश्व के कल्याण की कामनाा की गई है। उन्होंने सभी से आग्रह किया कि हम भक्ति के अतिरेक में न बहें और आत्म अनुशासन का पालन करते हुए सावधानी पूर्वक स्नान करें। वहीं जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी ने भी कहा कि हमने फिलहाल सांकेतिक स्नान किया है।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रविन्द्र पुरी ने बताया कि इस वक्त 12 करोड़ से अधिक श्रद्धालु प्रयागराज में हैं। इतनी बड़ी तादाद में भीड़ को कंट्रोल करना मुश्किल होता है। हमारे साथ लाखों की संख्या में संतों का हुजूम है। हमारे लिए श्रद्धालुओं की सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी है।
महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद हालात पर पीएम मोदी की पैनी नजर
पीएम मोदी राज्य के मुखिया योगी आदित्यानाथ से स्थिति के बारे में लगातार जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने अब तक 4 बार मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ से फोन पर बात कर हालात का जायजा लिया है। प्रधानमंत्री मोदी कुंभ मेला की व्यवस्था को लेकर बेहद सतर्क हैं और इसकी लगातार निगरानी कर रहे हैं।
हर संभव मदद देने का वादा: गृह मंत्री
वहीं, घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार की ओर से पूरी सहायता का आश्वासन दिया। अमित शाह ने मुख्यमंत्री से फोन पर स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्होंने राज्य सरकार को हर संभव मदद देने का वादा किया।