मुजफ्फरपुर (बिहार) : केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अमित शाह ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर जातीय सर्वे रिपोर्ट में यादव-मुसलमानों की आबादी बढ़ाकर अतिपिछड़ा समाज के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया और चुनौती देते हुए कहा कि वह घोषणा करें कि बिहार में अतिपिछड़ा समाज का मुख्यमंत्री होगा।श्री शाह ने रविवार को यहां के पताही हवाईअड्डा मैदान में पार्टी की ओर से आयोजित सभा को संबोधित करते हुए हाल ही में बिहार के जातीय सर्वे की रिपोर्ट को आधार बनाकर नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले महागठबंधन की सरकार को जमकर घेरा।
उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि बिहार में अतिपिछड़ों की आबादी यदि सबसे अधिक है तो घोषणा करनी चाहिए कि इंडिया गठबंधन का मुख्यमंत्री अतिपिछड़ा समाज का होगा।गृहमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास अब कोई रास्ता नहीं बचा है। वह निकलना तो चाहते हैं लेकिन मजबूरी है.. कहां जाएंगे। इंडिया गठबंधन में इन्हें संयोजक भी नहीं बनाया। उन्होंने कहा कि इसलिए कभी कांग्रेस के खिलाफ बोलते हैं तो कभी कांग्रेस के कार्यक्रम में नहीं जाते हैं। हमने पहले ही कहा था कि तेल और पानी साथ नहीं रह सकते।भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा कि पिछड़ा समाज को वह कहने आए हैं कि इनके झांसे में नहीं आइए। नीतीश सरकार ने जो यह सर्वेक्षण कराया है, इस सर्वेक्षण का फैसला तब हुआ था जब भारतीय जनता पार्टी नीतीश कुमार की सरकार में शामिल थी। उन्होंने कहा कि यह फैसला भारतीय जनता पार्टी का है।
श्री शाह ने जातीय सर्वे पर सवाल उठाते हुए कहा, “आज मैं पिछड़ा-अतिपिछड़ा समाज से कहना चहता हूं कि यह जातीय सर्वे छलावा है। यादव और मुस्लिम समाज की आबादी को बढ़ाकर अतिपिछड़ा समाज को धोखा दिया है।” उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अतिपिछड़ा समाज की आबादी सबसे अधिक है। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि ऐसे में क्या घोषणा होगी कि इंडिया गठबंधन में मुख्यमंत्री का चेहरा अतिपिछड़ा समाज से होगा। राजद अध्यक्ष श्री यादव को इसका जवाब देना होगा।केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जातीय सर्वे में क्या किया.. यादव और मुस्लिम आबादी को बढ़ा दिया और ईबीसी की आबादी को कम कर दिया। पिछड़ा-अति पिछड़ा के साथ अन्याय करने का काम नीतीश कुमार ने किया है। इन लोगों ने हमेशा पिछड़ा समाज का बहिष्कार किया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा पिछड़ा-अति पिछड़ा समाज का सम्मान किया है। केंद्रीय मंत्रिमंडल में 27 मंत्री अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) समाज से हैं। ओबीसी आयोग को संवैधानिक मान्यता दी गई है।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि राजद अध्यक्ष श्री यादव 10 साल तक केंद्र की तत्कालीन संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में मंत्री थे तब उन्होंने ओबीसी आयोग को संवैधानिक मान्यता क्यों नहीं दी। इसका जवाब पिछड़ा समाज को श्री यादव से मांगना चाहिए।श्री शाह ने लोक आस्था का महापर्व छठ को लेकर लोगों को शुभकामनाएं दी और कहा कि वह छठी मैया से प्रार्थना करते हैं कि बिहार पलटू राम से मुक्त हो। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वर्ष 2024 में बिहार की सभी चालीस लोकसभा सीटें मोदी जी की झोली में डाल दें और 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा के चुनाव में भाजपा की सरकार बनाएं। हालांकि उन्होंने कहा कि बिहार की महान जनता ने 2020 में आशीर्वाद दिया लेकिन पलटूराम ने पलटी मार दिया। पलटूराम ने बिहार को जंगलराज वालों से हाथ मिला लिया।(वार्ता)
मुजफ्फरपुर (बिहार) की जनसभा में उमड़ा यह जन सैलाब बिहार से जंगलराज को हटाने के लिए तैयार है। https://t.co/XbdJ6uCEob
— Amit Shah (Modi Ka Parivar) (@AmitShah) November 5, 2023