
समाज के हर वर्ग में अपनी पहुंच बढ़ाएगा संघ, 2025 तक हर घर तक पहुंचने का लक्ष्य
जबलपुर । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डा. मोहन भागवत ने अपने चार दिवसीय जबलपुर प्रवास के दूसरे दिन शुक्रवार को महाकौशल प्रांत के विभिन्न वर्गों के पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में संघ 2025 में मनाए जाने वाले शताब्दी वर्ष के सिलसिले में चर्चा की गई। बैठक के जरिए विभाग प्रमुखों को संघ की विचारधारा के अनुरूप तैयारियों में जुट जाने के निर्देश दिए गए।बैठक में हुई चर्चा के अनुसार, 2025 तक संघ की ताकत दोगुनी करने की योजना है। दो साल के भीतर देश के प्रत्येक घर तक पहुंचने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया है। सामाजिक समरसता का लक्ष्य निर्धारित करते हुए संघ समाज के हर वर्ग में अब अपनी पहुंच और बढ़ाएगा।
दरअसल, सरसंघचालक डा. भागवत गुरुवार शाम को चार दिवसीय प्रवास पर जबलपुर पहुंचे थे। उन्होंने शुक्रवार को संघ कार्यालय केशव कुट्टी में विभिन्न वर्गों के पदाधिकारियों की बैठक के माध्यम से संघ के आगामी कार्यक्रमों और रणनीति का बखान भी किया। उन्होंने कहा कि 2025 में संघ स्थापना के सौ वर्ष पूर्ण हो रहे हैं। यह साल संघ के लिए बेहद ख़ास है। शताब्दी वर्ष के रूप संघ कई कार्यक्रम आयोजित करेगा। जिसकी तैयारियों में अभी से जुट जाने कहा गया। उन्होंने कहा कि संघ घर-घर जाकर विदेशी वस्तुओं के उपयोग को हतोत्साहित करने के लिए अपने स्वदेशी सामान अभियान को मजबूत करने की इच्छा रखता है।
बैठक में 21 जिलों से आए विभाग प्रमुखों को कहा गया कि संघ की विचारधारा के अनुरूप उनके कार्य हर क्षेत्र में एक उद्देश्य स्थापित करें। लक्ष्य भी निर्धारित होना चाहिए, ताकि सामाजिक समरसता का भाव आम समाज के बीच झलके। डा. भागवत ने आगामी कार्यक्रमों को लेकर अपनी रणनीति बताई। अब हर समाज के हर वर्ग में संघ अपनी मौजूदगी दर्ज कराएगा। साथ ही आम लोगों से जुड़ी बुनियादी जरूरतों का फीडबैक भी लिया जाएगा।
डा. भागवत शनिवार को विभिन्न क्षेत्रों से जुड़े प्रबुद्धजनों के साथ भी गोष्ठी करेंगे। जिसमें ऐसे लोग शामिल हो रहे हैं, जो संघ से न तो जुड़े हैं और न ही अन्य किसी दूसरे कार्यक्रम में शामिल हैं। इस गोष्ठी के माध्यम से अलग-अलग क्षेत्रों और विचारधारा से जुड़े लोगों को संघ के कर्तव्य और विचारधारा से अवगत कराने की कोशिश होगी। इसी के साथ राष्ट्र सर्वोपरि का संदेश भी दिया जाएगा।
संघ के सूत्रों का कहना है कि सरसंघचालक की यह यात्रा महत्वपूर्ण है। संघ की शताब्दी समारोह को भव्य तरीके से मनाने की योजना है। शताब्दी वर्ष समारोह के लिए केवल दो वर्ष शेष है। शनिवार को मोहन भागवत ने राष्ट्र निर्माण, ग्राम विकास, कृषि और मजदूरों के कल्याण, पर्यावरण और जीवन के क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी में समाज की भूमिका पर बातचीत करेंगे। शनिवार शाम को उनका प्रबुद्धजनों के बीच उद्बोधन भी होगा। अपने प्रवास के आखिरी दिन यानी रविवार को भागवत आरएसएस के स्वयंसेवकों के परिवार के सदस्यों से मिलेंगे और देश के विकास में परिवार की भूमिका पर बात करेंगे।(हि.स.)