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50 करोड़ की लागत का है, महिलाओं की सुरक्षा का कवच “सेफ सिटी प्रोजेक्ट”

योगी सरकार की योजना वाराणसी महिलाओं के लिए होगी सेफ सिटी।

  • रत्नेश राय

वाराणसी । महिलाओं की सुरक्षा में कोई चूक न हो ,ऐसा सुरक्षा कवच काशी में बनाने जा रही है योगी सरकार । महिलाएं जब घर से निकले तो निडर हो कर अपने काम पर जाए। घरवालों को भी उनकी चिंता न रहे। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि सरकार ने क़रीब 50 करोड़ की लागत से सेफ सिटी प्रोजेक्ट तैयार किया है। शहर में कही भी डार्क जोन नहीं रहेगा। अंधेरे इलाको को चिन्हित किया गया है। इन क्षेत्रों में रात में पर्याप्त प्रकाश रहेगा । 84 घाटों के साथ ,प्रमुख चिन्हित जगहों पर 160 कैमरे लगेंगे। हर घाट पर दो कैमरों की नजर रहेगी। शहर पहले से ही 2200 कैमरों की निगाहों में है। सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत स्कूल और भीड़ वाली जगहों पर 60 पिंक बूथ स्थापित होगा ।

हर एक बूथ पर दो महिला कर्मचारी की तैनाती होगी। बूथ में वर्क स्टेशन के साथ ही रहने की भी व्यवस्था रहेगी।बूथ में सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे । शहर में केवल महिलाओं के लिए 50 अत्याधुनिक पिंक टॉयलेट का निर्माण भी होगा। ये ऐसी जग़ह बनेंगे जहां महिलाओं का आवागमन अधिक होता है। सेफ सिटी प्रोजेक्ट के अन्तर्गत शहर में पिंक वैन का भी प्राविधान रखा गया है। महिला पुलिस कर्मचारियों के साथ जीपीएस सिस्टम लगी 15 पिंक वैन तैनात रहेंगी । महिलाओं के किसी भी मुसीबत या समस्या में एक काल पर मदद के लिए पहुंचेगी। गलियों के शहर वाराणसी में सुगमता से सभी जग़ह मदद पहुंचाने के लिए पिंक स्कूटर रहेगी । महिला पुलिस की तैनाती के साथ , हर थाने पर दो पिंक स्कूटर रहेगी। सभी सिटी ट्रांसपोर्ट इलेक्ट्रिक बसों में पैनिक बटन लगे रहेंगे । एक बस में चार पैनिक बटन रहेगा जिसे महिलाएं किसी भी मुसीबत में दबा कर मदद की गुहार लगा सकती है

विश्वभर के सैलानी काशी के घाटों का नज़ारा देखने के लिए बोटिंग करते है। घाटों पर सुबहे -ऐ-बनारस के साथ पर्यटकों का आवागमन शुरू हो जाता है, जो देर रात तक चलता है। गंगा में वाराणसी विकास प्राधिकरण ,नगर निगम ,पुलिस की मदद से पिंक बोट पेट्रोलिंग करेगी। इस बोट में फर्स्ट ऐड,लाइफ जैकेट जैसी जीवन रक्षक उपकरण मौजूद रहेंगे। पिंक बोट में महिला पुलिस रहेगी व इन बोटो में जीपीएस भी लगा होगा। वाराणसी में आने वाली महिलाओं के लिए रेलवे स्टेशन व रोडवेज के पास स्मार्ट वीमेन शेल्टर होम होगा। कई बार ऐसा देखा गया है की गरीब महिलाएं काशी में आ जाती है ,लेकिन उनके पास पैसे नहीं होते है। ऐसी महिलाओं के लिए ये शेल्टर होम काफी मददगार साबित होगा। इसकी क्षमता करीब 20 लोगों के रुकने की होगी। इस शेल्टर होम में किचन ,टॉयलेट टेलीविज़न समेत कई अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी। पांडेयपुर में चल रही आशा ज्योति केंद्र की अब नई बिल्डिंग बनेगी । यहाँ किसी भी अपराध की पीड़ित को रखा जायेगा। ऐसी पीड़िता की काउंसलिंग की जाएगी।

सेंट्रल कमांड सेण्टर की भी सेफ सिटी प्रोजेक्ट में अहम भूमिका होगी। काशी में यदि कोई महिला मुसीबत में है तो उसकी गुहार इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में भी पहुँचेगी जहां सीसीटीवी कैमरे ,पैनिक बटन इत्यादि की निगरानी भी होती रहेगी। और किसी भी अपराध में लिप्त किसी भी असामाजिक तत्व को पलक झपकते ही पकड़ा जा सकेगा। कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि सेफ सिटी प्रोजेक्ट शासन को भेज दिया गया।

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