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यूक्रेन की चौखट पर रूसी सैनिक,रूस का जल, थल और नभ से हमला,परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा

दूसरे दिन भी जारी ताबड़तोड़ गोलीबारी,द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में सबसे बड़ी सैन्य कार्रवाई

यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के दूसरे दिन भी रूसी सेना ताबड़तोड़ गोलीबारी जारी रखे हुये है। रूसी सेना यूक्रेन की राजधानी कीव से महज 20 किलोमीटर दूरी पर मौजूद हैं और राजधानी पर लगातार मिसाइल बरसा रहे हैं। रूस और यूक्रेन की लड़ाई अत्यधिक गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी है। यूक्रेन के राष्ट्रपति का कहना है कि रूस के हमले में अब तक 137 लोग मारे जा चुके हैं। इनमें 10 सैन्य अधिकारी भी शामिल हैं। वहीं हमले में अब तक 316 लोग घायल हुए हैं। वहीं रूसी सैनिक लगातार आगे बढ़ रहे हैं। वे यूक्रेन की राजधानी कीव पर कब्जे की कोशिश में है।

युद्ध के दूसरे दिन यानी शुक्रवार को रूसी सेना ने सुबह चार बजे से कीव पर मिसाइल हमले करने शुरू कर दिये। राजधानी कीव में रूसी क्रूज मिसाइल ने यूक्रेन के एक लाड़ाकू जेट को मार गिराया। प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से विभिन्न सूत्रों से आ रही खबर के मुताबिक कीव में आसमान से आग बरसती हुई दिखाई दे रही है। रूसी सेना लगातार कीव के नजदीक पहुंच रही है और वह महज राजधानी कीव से 20 किलोमीटर दूर है। इसके अलावा यूक्रेन के कोनोटोप को रूस की सेना ने चारों तरफ से घेर लिया है। हमला इतना तेज रहा कि सिर्फ चालीस मिनट के भीतर कीव पर तीन दर्जन मिसाइलें दागी गईं। इससे कीव में अफरातफरी और दहशत का माहौल बन गया है। बचाव कार्यों में भी समस्या पैदा हो रही है।

रूसी सेनाओं ने गुरुवार तड़के यूक्रेन पर समुद्री, जमीन, हवाई (जल, थल और नभ) रास्ते से जबर्दस्त हमला कर दिया। द्वितीय विश्व युद्ध के बाद यूरोप में यह सबसे बड़ा सैन्य हमला है। इस हमले में दोनों पक्षों ने भारी क्षति का दावा किया है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सैकड़ों लोग हताहत हुए हैं। रिपोर्ट के रूसी सेना ने यूक्रेन के 74 सैन्य ठिकानों और 11 एयरबेस तबाह कर उसकी हवाई रक्षा प्रणाली नष्ट कर दी है। वहीं यूक्रेन ने रूस के पांच लड़ाकू विमान और कई टैंक नष्ट करने की बात कही है। भारी बमबारी से देश के कई इलाकों से बड़ी तादाद में पलायन शुरू हो गया है। कई देश भी कीव से अपने दूतावास खाली करने लगे हैं।

यूक्रेन पर हमले की वैश्विक ताकतों ने निंदा की है लेकिन वे यूक्रेन के बचाव में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करने की बात कही है। वहीं प्रतिबंधों से बेपरवाह रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने हमले को उचित बताते हुए पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘ऐसे परिणाम होंगे, जो पहले किसी ने नहीं देखे होंगे। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि हम प्रतिबंधों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करेंगे।

यूक्रेन ने रूस से अपने राजनयिक संबंध तोड़े

हमले के विरोध में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमीर जेलेंस्की ने कहा हमने रूस से अपने राजनयिक संबंध तोड़ लिए हैं। जेलेंस्की ने देश में ‘मार्शल ला’ की घोषणा करते हुए कहा कि रूस ने यूक्रेन के सैन्य आधारभूत ढांचे को निशाना बनाया है। जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने बुधवार को पुतिन के साथ बातचीत (फोन काल) की व्यवस्था करने को कहा था लेकिन क्रेमलिन की ओर से कोई जवाब नहीं आया।

यूक्रेन की पूरी वायु रक्षा प्रणाली नष्ट

कीव (राजधानी), खार्कीव, ओडेसा और यूक्रेन के अन्य शहरों में जोरदार धमाकों की आवाज सुनी गई। यूक्रेन के सीमा रक्षकों द्वारा इस संबंध में तस्वीरें और वीडियो जारी कर कहा गया कि रूसी सैन्य वाहन क्रीमिया से यूक्रेन में दाखिल हुए। वहीं, रूसी सेना ने दावा किया कि उसने कुछ ही घंटों में यूक्रेन की पूरी वायु रक्षा प्रणाली नष्ट कर दी। यूरोपीय प्राधिकार ने यूक्रेन के वायु क्षेत्र को एक सक्रिय संघर्ष क्षेत्र घोषित कर दिया है। रूस के रक्षा मंत्रालय का कहना है कि सेना ने घातक हथियारों का इस्तेमाल यूक्रेन के एयरबेस व सैन्य आधारभूत ढांचों को निशाना बनाने के लिए किया है।

रूसी सेना कई किलोमीटर अंदर तक घुसी

एरेस्टोविच ने कहा कि रूसी सेना यूक्रेन के इलाके में खार्कीव और चेर्निहिव क्षेत्र एवं संभवत: कुछ अन्य क्षेत्रों में कई किलोमीटर अंदर तक घुस गई है। यूक्रेन के गृह मंत्री के सलाहकार एंटोन गेराशेचेंको ने फेसबुक पर कहा कि रूसी सेना ने कीव, खार्कीव और निप्रो में यूक्रेन की कमान सुविधा, वायु सेना अड्डे एवं सैन्य भंडार पर मिसाइल से हमला किया है।

रूसी सैनिकों का चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा

रूसी सैनिकों ने यूक्रेन स्थित चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा कर लिया है। इसकी पुष्टि यूक्रेन के राष्ट्रपति कार्यालय के एक सलाहकार मायखाइलो पोडोलीक ने की। पोडोलीक ने गुरुवार को कहा कि रूसी सैनिकों ने चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा कर लिया है, जो दुनिया की सबसे खराब परमाणु दुर्घटनाओं में से एक है। यह संयंत्र यूक्रेन की राजधानी कीव से लगभग 60 मील (97 किमी) उत्तर में स्थित है।यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि उनकी सेना कई मोर्चों पर रूसियों से जूझ रही थी, और दुनिया की सबसे खराब परमाणु आपदा के दृश्य, चेरनोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर नियंत्रण खो दिया है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने ट्वीट किया कि रूस बुराई की राह पर चल पड़ा है, लेकिन यूक्रेन अपना बचाव कर रहा है और अपनी आज़ादी नहीं छोड़ेगा। बाद में, उन्होंने रूस को शत्रुता को समाप्त करने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने युद्ध का रास्ता नहीं चुना था, लेकिन यूक्रेन शांति के रास्ते पर वापस जाने की पेशकश कर रहा है। ज़ेलेंस्की ने पहले मास्को के साथ राजनयिक संबंध काट दिए थे और मार्शल लॉ घोषित कर दिया था।

यूक्रेन पर हमले के बाद बाइडन ने की रूस के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को यूक्रेन में सैन्य हमले शुरू करने के लिए रूस की निंदा की और रूस पर निर्यात, बैंकों और उद्योगपतियों पर नए प्रतिबंधों की घोषणा की। उन्होंने कहा कि यूरोपीय संघ के 27 सदस्य और जी-7 सदस्य भी इन प्रतिबंधों में भाग लेंगे। बाइडन ने कहा कि अमेरिका और नाटो की सेनाएं रूस से युद्ध नहीं करेगी। देश को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि पुतिन ने युद्ध चुना है अब वे और उनका देश नतीजा भुगतेगा। यूक्रेन संकट पर देश को संबोधित करते हुए रूस पर पश्चिमी देशों द्वारा लगाए गए विनाशकारी प्रतिबंधों का ऐलान किया।

बाइडन ने कहा कि अमेरिकी सेना यूक्रेन नहीं जाएगी लेकिन इसके एक-एक इंच की सुरक्षा करेगी। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि पुतिन ने युद्ध चुना है अब वे और उनका देश इसके नतीजे भुगतेंगे।बाइडन ने रूस पर सबसे पहली कार्रवाई के तौर पर आर्थिक प्रतिबंधों की ही शुरुआत की और इस क्रम में आज उन्होंने कहा कि अब मास्को डॉलर, पाउंड, यूरो आदि में कारोबार नहीं कर पाएगा इस तरह का प्रतिबंध हम लगाने जा रहे हैं। जो बाइडन बोले, पुतिन की महत्वकांक्षा बड़ी है वे पुराने सोवियत संघ को फिर से बहाल करना चाहते हैं। प्रतिबंधों का असर देर से होता है पर तगड़ा होता है और ये रूस महसूस करेगा।

बाइडन ने यह भी बताया कि जी-7 देश रूस के खिलाफ प्रतिबंधों के विनाशकारी पैकेजों और अन्य आर्थिक उपायों पर आगे बढ़ने पर सहमत हो गए हैं। इस बाबत ट्वीट करते हुए बाइडन ने कहा कि उन्होंने राष्ट्रपति पुतिन के यूक्रेन पर अनुचित हमले पर चर्चा के लिए जी-7 के समकक्षों के साथ मुलाकात की और इसी दौरान इन बातों पर सहमति बनी है।

पुतिन कभी भी अपने हाथों से यूक्रेन का खून साफ नहीं कर पाएंगे: बोरिस जानसन

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद सीमा पर हालात बेहद खराब हो गए हैं। सैनिकों के साथ यूक्रेन के नागरिकों के हताहत होने की सूचना है। वहीं रूस के इस कदम से अमेरिका समेत विभिन्न यूरोपीय देशों के प्रमुख राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की आलोचना कर रहे हैं। इसी कड़ी में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने संसद में कहा कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन कभी भी अपने हाथों से यूक्रेन का खून साफ नहीं कर पाएंगे। ब्रिटेन ने रूस के एयरोफ्लोट, बैंकों, व्यवसायों, कुलीन वर्गों पर प्रतिबंध लगाने की बात कही है।

हमारे सुरक्षा सैनिक दे रहे अपनी जान: जेलेंस्की

रूस द्वारा यूक्रेन के कई शहरों में तेज होते हवाई हमलों के बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने कहा कि 30 से अधिक हमलों के साथ नागरिक और सैन्य बुनियादी ढांचे पर हमला किया गया है, जिसमें कैलिबर क्रूज मिसाइल भी शामिल हैं। रूसी सैनिक चेर्नोबिल पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं। हमारे सुरक्षा सैनिक अपनी जान दे रहे हैं, ताकि 1986 की त्रासदी दोबारा न हो।

हवाई हमले के बाद अफरा-तफरी

युद्ध के एलान के बाद से यूक्रेन में अफरा-तफरी का माहौल है। रिपोर्ट के अनुसार रूस के अपने संभावित सैन्य हमले की शुरुआत के बाद देश के प्रमुख शहरों में हवाई हमले के सायरन बजने से डरे यूक्रेन के लोग राजधानी कीव में मेट्रो स्टेशनों पर पहुंचे हुए हैं।

कीव में भारतीय दूतावास कर रहा काम

यूक्रेन पर हमले के बीच भारतीय राजदूत पार्थ सत्पथ्य ने कहा कि राजधानी कीव स्थित दूतावास खुला हुआ है और काम कर रहा है। हम इस कठिन परिस्थिति का समाधान खोजने के लिए मिशन मोड पर काम कर रहे हैं।

जेलेंस्की से अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने की बात

रूस के हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात की। राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि मैं G7 के नेताओं के साथ शुक्रवार को बैठक करूंगा और हमारे सहयोगी देशों के साथ मिलकर रूस पर कड़े प्रतिबंध लगाएंगे। इस बीच हम यूक्रेन और उनके लोगों को समर्थन और सहायता देना जारी रखेंगे।

शेयर बाजार की शानदार रिकवरी, सेंसेक्स 1454 अंक तक उछला

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद दुनिया भर के बाजारों में कल मची भगदड़ आज काफी हद तक शांत होती नजर आ रही है। कल के तूफान के बाद आज ग्लोबल मार्केट में रिकवरी के संकेत नजर आ रहे हैं, जिसकी वजह से दुनिया भर के बाजारों समेत भारतीय शेयर बाजार में भी लगातार रिकवरी होती नजर आ रही है।इस रिकवरी के कारण शुरुआती 1 घंटे के कारोबार में ही निफ्टी और सेंसेक्स दोनों सूचकांक करीब 2.5 प्रतिशत तक की छलांग लगा चुके हैं। बाजार की ये रिकवरी रूस और नाटो के बीच सैन्य टकराव टलने के संकेत की वजह से आई है।बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स आज 791.81 अंक की मजबूती के साथ 55,321.72 अंक के स्तर पर खुला। कारोबार की शुरुआत होते ही पॉजिटिव वैश्विक संकेतों के कारण सेंसेक्स में तेजी का रुख बनता हुआ नजर आया। रूस और नाटो के बीच सैन्य टकराव टलने की उम्मीद के कारण आज बाजार में कारोबार की शुरुआत से ही खरीदारी का जोर बनता हुआ दिखा। जिसके कारण सेंसेक्स भी लगातार तेज होते हुए ऊपर की ओर चढ़ने लगा।

लगातार जारी खरीदारी के सपोर्ट से सुबह 10 बजे से थोड़ी देर पहले सेंसेक्स 1,454.68 अंक की मजबूती के साथ 55,984.59 अंक के स्तर पर पहुंच गया। बाजार में आई इस शानदार तेजी के बाद कुछ निवेशकों ने मुनाफावसूली के चक्कर में बिकवाली शुरू कर दी, जिसके कारण ये सूचकांक अपने ऊपरी स्तर पर कायम नहीं रह सका। बिकवाली के दबाव में सेंसेक्स में मामूली गिरावट भी दर्ज की गई। खरीद बिक्री के बीच शुरुआती 1 घंटे का कारोबार पूरा होने के बाद सुबह 10:15 बजे सेंसेक्स 1,337.88 अंक की मजबूती के साथ 55,867.78 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

सेंसेक्स की तरह ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के निफ्टी ने भी 267.70 अंक की शानदार उछाल के साथ 16,515.65 अंक के स्तर से आज के कारोबार की शुरुआत की। शुरुआती कारोबार में निफ्टी को भी बाजार में हो रही चौतरफा खरीदारी का सहारा मिला, जिसके कारण सुबह 10 बजे के थोड़ी देर पहले ये सूचकांक 443.50 अंक की मजबूती के साथ 16,691.45 अंक के स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इस स्तर पर हुई मुनाफावसूली के कारण निफ्टी अपने ऊपरी स्तर पर कायम नहीं रह सका और इसमें मामूली गिरावट दर्ज की गई। शुरुआती 1 घंटे के कारोबार में खरीद बिक्री के बीच सुबह 10:15 बजे निफ्टी 413.25 अंक की मजबूती के साथ 16,661.20 अंक के स्तर पर कारोबार कर रहा था।

शुरुआती 1 घंटे के कारोबार के दौरान ही हुई शानदार खरीदारी के कारण भारतीय शेयर बाजार के निवेशकों को लगभग 8 लाख करोड़ रुपये का फायदा हो चुका है। अभी तक के कारोबार में बैंकिंग और टेक शेयरों में खासी बढ़त नजर आ रही है। दिन के पहले सत्र के कारोबार में सेंसेक्स में शामिल शेयर 30 शेयरों में से नेस्ले को छोड़कर बाकी सभी 29 शेयर शानदार खरीदारी के सपोर्ट से हरे निशान में कारोबार कर रहे हैं।शुरुआती 1 घंटो के कारोबार में टाटा स्टील, महिंद्रा एंड महिंद्रा, बजाज फिनसर्व, बजाज फाइनेंस, अल्ट्राटेक, विप्रो, टीसीएस, एचसीएल टेक, टेक महिंद्रा, एनटीपीसी और एयरटेल के शेयरों में 2 से 3 प्रतिशत तक की तेजी बनी हुई है। इस 1 घंटे के कारोबार में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के 87 शेयर अपर सर्किट में पहुंच गए हैं जबकि 199 शेयर लोअर सर्किट में कारोबार कर रहे हैं।

आज प्री ओपनिंग सेशन में भी नाटो और रूस के बीच टकराव टलने के संकेत मिलने के बाद उत्साहित शेयर बाजार ने अच्छी बढ़त के साथ ही कारोबार की शुरुआत की थी। बीएसई का सेंसेक्स 374.96 अंक यानी 0.69 प्रतिशत की उछाल के साथ 54,904.87 अंक के स्तर पर था। वहीं निफ्टी प्री ओपनिंग सेशन में 233 अंक यानी 1.04 प्रतिशत चढ़कर 16,480.95 अंक के स्तर पर पहुंचा हुआ था। इसके पहले पिछले कारोबारी दिन यानी गुरुवार को सेंसेक्स 2,702.15 अंक की जबरदस्त गिरावट के साथ 54,529.91 अंक के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं निफ्टी ने 815.30 अंक की गिरावट के साथ 16,247.95 अंक के स्तर पर गुरुवार के कारोबार का अंत किया था।

पेट्रोल-डीजल के दाम रहे स्थिर, कच्चा तेल 102 डॉलर प्रति बैरल के करीब

यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल 102 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है। हालांकि, घरेलू बाजार में पेट्रोल-डीजल के दाम अभी स्थिर हैं। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों ने 112 वें दिन भी दोनों ईंधनों की कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया है। दिल्ली में शुक्रवार को पेट्रोल 95.41 रुपये प्रति लीटर, जबकि डीजल 86.67 रुपये प्रति लीटर पर टिका रहा।

इंडियन ऑयल की वेबसाइट के मुताबिक देश के अन्य महानगरों मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत क्रमश: 109.98 रुपये, 104.67 रुपये और 101.40 रुपये प्रति लीटर पर स्थिर है। वहीं, इन महानगरों में डीजल का भाव भी क्रमश: 94.14 रुपये, 89.79 रुपये और 91.43 रुपये प्रति लीटर है। इसके साथ ही नोएडा में पेट्रोल 95.51 रुपये और डीजल 87.01 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।

उल्लेखनीय है कि यूक्रेन पर रूस के हमले की वजह से कच्चा तेल उछलकर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव अभी 102 डॉलर प्रति बैरल के करीब है। हफ्ते के अंतिम कारोबारी दिन डब्ल्यूटीआई क्रूड 95.51 डॉलर प्रति बैरल पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं, ब्रेंट क्रूड 101.87 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। हालांकि, एक दिन पहले कच्चा तेल 104 डॉलर के करीब पहुंच गया था। (हि.स.)

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