रितेश पांडे फँसे काजल राघवानी और नीलम गिरी के चक्कर में
मुंबई : भोजपुरी सुपरस्टार रितेश पांडे शादी के चक्कर में ऐसे फँसे हैं कि अब बोल पड़े हैं कि “कवना चक्कर में फँसनी”। रितेश फँसे हैं चार्मिंग गर्ल काजल राघवानी और ट्रेंडिंग गर्ल नीलम गिरी बीच सैंडविच की तरह। दरअसल वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ऑफिसियल यूट्यूब चैनल से रिलीज किया गया पकड़उआ विवाह पर आधारित लोकगीत “कवना चक्कर में फँसनी”। जोकि रिलीज होते ही वायरल हो गया है। यह गाना खूब देखा व सुना जा रहा है। इस गाने को मात्र 9 घंटे में ही 1 मिलियन से अधिक व्यूज यूट्यूब पर मिल चुके हैं। यानि 1 मिलियन का प्यार श्रोताओं से मिला है।
वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स प्रस्तुत इस गाने में रितेश पांडे दो बीबी के चक्कर काफी परेशान दिख रहे हैं और खुद से ही यह सवाल कर रहे हैं “कवना चक्कर में फँसनी”। इस गाने का कॉन्सेप्ट है कि शादी-सुदा रितेश पांडे दोस्त की बारात में जाते हैं और वहीं मंडप में ही पिस्तौल की नोक पर जबरदस्ती काजल राघवानी से शादी करनी पड़ती है। घर आने पर नई नवेली दुल्हन काजल राघवानी और ब्याहता पत्नी नीलम गिरी की झड़प और दोनों मेरा पति सिर्फ मेरा है के तर्ज पर अपना-अपना अधिकार जताती है। उनके बीच में सैंडविच की तरह रितेश पांडे पिस रहे हैं। यह गाना वाकई काफी इंटरटेनिंग और मस्ती से भरपूर है।
रितेश पांडे ने अपने सभी फैन्स और दर्शकों का दिल से शुक्रिया अदा किया है कि गाने को इतना अच्छा रिस्पॉन्स मिल रहा है। उन्होंने वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी के ओनर रत्नाकर कुमार का शुक्रिया भी अदा किया है। भोजपुरी सिने जगत और म्यूज़िक वर्ल्ड में हमेशा नया करने वाली म्यूजिक कंपनी वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स भोजपुरी ने एक बार फिर यह एक नया प्रयोग किया है, जो दर्शकों द्वारा खूब पसन्द किया जा रहा है। जिसमें रितेश पांडे, काजल राघवानी और नीलम गिरी की तिकड़ी और इनके बीच केमिस्ट्री देखने लायक है।
यह गीत भोजपुरी एल्बम के गानों में बदलाव की एक लहर लेकर आया है। इस गाने में लोगों को काफी कुछ नया और अलग मिला है और वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स म्यूज़िक कंपनी की क्रिएटिविटी भी इस गाने में झलकती है। लोकगीत कवना चक्कर में फँसनी को रितेश पांडे, अंतरा सिंह प्रियंका और शिल्पी राज ने गाया है जबकि गीत लिखा है जेडी बहादुर ने। संगीत छोटू रावत ने तैयार किया है। वीडियो डायरेक्टर रवि पंडित हैं। कोरियोग्राफर राहुल यादव और एडिटर दीपक पंडित हैं। पीआरओ रामचन्द्र यादव हैं।