
वाराणसी/अहमदाबाद| प्रधानमंत्री मोदी के गृह राज्य गुजरात के राजधानी गांधीनगर से सामाजिक कार्यकर्ताओं का दल ‘संविधान घर’ लेकर पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी पहुंचने पर विभिन्न सामाजिक संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी सहित देश की राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में संविधान को बचाने को लेकर आए दिन मार्च निकल रहे हैं। सीएए और एनआरसी कानून प्रस्तावित होने के बाद से कई राजनीतिक पार्टियां इसे संविधान के साथ छेड़-छाड़ और खिलवाड़ का नाम दे रही है, लेकिन विरोध और समर्थन कर रहे लोगों को या राजनेताओं को क्या सच में संविधान के बारे में पूरी जानकारी है ? ऐसे में लोगों को समझाने के लिए गुजरात के एक गांव में कुछ लोग अपने हाथों से लकड़ी के टुकड़ों पर चित्र और सूचनाओं से भरे रंगीन कागज चिपकाकर ऐसा घर बना रहे हैं, जो समझाता है कि संविधान क्या है।
इन्ही ‘संविधान घरों’ को वाराणसी लेकर पहुंचे हैं सामाजिक कार्यकर्ता। ये सामाजिक कार्यकर्ता कुछ दिनों पहले पीएम के संसदीय क्षेत्र वाराणसी से इस संविधान घर के बारे में जानने के लिए पीएम के गृह राज्य गुजरात गए थे। अब ये वाराणसी शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों में इन घरों को वितरित कर उन्हें संविधान के बारे में बताएँगे।
वाराणसी से कुछ दिन पहले सामाजिक कार्यकार्ताओं का एक दल संविधान को समझने गुजरात की राजधानी गांधीनगर से करीब 40 किलोमीटर दूर नानी देवती गांव स्थित दलित शक्ति केंद्र गए थें। जहां खिलौनेनुमा घरों पर संक्षेप में भारत का संविधान उपलब्ध हैं। इस कलाकृति के पीछे 61 साल के दलित कार्यकर्ता मार्टिन मेकवान की सोच है। वह कहते हैं कि हर कोई संविधान को बचाने की बात कर रहा है लेकिन संविधान असल में क्या कहता है इसके बारे में लोगों को अधिक जानकारी ही नहीं है।
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बताया कि इन घर के द्वार पर स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व का फलसफा है, जो भारत के संविधान की बुनियाद तैयार करता है। खिड़कियों पर मौलिक अधिकार से लेकर संविधान की तमाम धाराओं के बारे में जानकारी लिखी हुई है। घर की छत पर राष्ट्रगान के साथ गुरुदेव रवीन्द्रनाथ नाथ टैगोर की तस्वीर दिखती हैं और नागरिकों के मूल कर्तव्यों के बारे में भी बताया गया है। बंधुत्व की भावना दिखाती घर की दीवारों पर सभी धर्मों के नागरिकों की तस्वीरें भी हैं।
बुधवार को सामाजिक कार्यकर्ताओं का दल वाराणसी रेलवे स्टेशन पर संविधान घर लेकर सुबह 9:30 बजे पहुंचे स्टेशन पर पहुंचते ही लोगों ने दल में शामिल राजकुमार गुप्ता, गोरखनाथ, अनिल कुमार, शैलेंद्र आदि का जोरदार स्वागत किया। जिसके बाद सभी लोगों ने संविधान घर को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प भी लिया। इस मौके पर सुमन देवी, ममता कुमार, पूजा भारती, रीता विनोद कुमार आदि लोग मौजूद रहे।