
पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिति की समीक्षा की: राजनाथ
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि उन्होंने और विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने अमेरिकी समकक्षों के साथ पास-पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिति की व्यापक समीक्षा की है ।श्री सिंह ने सोमवार देर रात अमेरिका के रक्षा मंत्री तथा विदेश मंत्री के साथ वाशिंगटन में चौथी टू प्लस टू मंत्री स्तरीय वार्ता के बाद मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि उनकी बातचीत व्यापक तथा बेहद अर्थपूर्ण रही। उन्होंने कहा कि बातचीत के दौरान हमने पास पड़ोस और हिंद महासागर क्षेत्र की स्थिति का आकलन किया ।श्री सिंह ने कहा कि भारत और अमेरिका के रक्षा सहयोग का और विस्तार किया जा रहा है तथा इसे पहले से मजबूत बनाया जा रहा है ।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सामरिक रक्षा सहयोग को सुदृढ़ बनाने और परस्पर हित के क्षेत्रों में काम करने के लिए यह बैठक बहुत महत्वपूर्ण साबित होगी।रक्षा मंत्री ने कहा, “हमारा निरंतर बढ़ता सहयोग विश्व में शांति, सुरक्षा और मुक्त माहौल बनाने में अत्यंत महत्वपूर्ण होगा।”उन्होंने टू प्लस टू वार्ता से पहले अमेरिका के रक्षा मंत्री के साथ द्विपक्षीय बैठक में द्विपक्षीय तथा अंतरराष्ट्रीय महत्व के विषयों पर विस्तार से चर्चा की।श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने अमेरिकी कंपनियों से भारत में उत्तर प्रदेश तथा तमिलनाडु के रक्षा गलियारों में सहयोग तथा हिस्सेदारी करने का भी अनुरोध किया है।दोनों देशों के बीच मंत्री स्तरीय वार्ता से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच वर्चुअल शिखर सम्मेलन भी हुआ।
भारत-अमेरिका सैन्य सहयोग को मजबूत करते हुए इसका दायरा बढायेंगे
भारत और अमेरिका ने मंत्री स्तरीय टू प्लस टू वार्ता में सैन्य सहयोग मजबूत बनाने , इसका दायरा बढ़ाने , रक्षा क्षेत्र में सह उत्पादन करने, अधिक संयुक्त सैन्य अभयसों में हिस्सा लेने और हिंद प्रशांत क्षेत्र को मुक्त तथा समावेशी बनाने पर सहमति व्यक्त की है।रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जय शंकर ने सोमवार देर रात वॉशिंगटन में अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ चौथी मंत्री स्तरीय टू प्लस टू वार्ता की।इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने वर्चुअल शिखर सम्मेलन में द्विपक्षीय तथा अंतरराष्ट्रीय महत्व के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की।
टू प्लस टू वार्ता के दौरान दोनों देशों ने अंतरिक्ष और साइबर स्पेस तथा भारत की बहरीन में हुए बहुपक्षीय संयुक्त अभ्यास में हिस्सेदारी पर भी बात की बात की।बाद में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दोनों पक्षों ने हिंद महासागर क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने तथा कुछ देशों द्वारा आतंकवाद को बढ़ावा देने मुद्दे पर भी विचार विमर्श किया।बैठक में दोनों देशों के बीच सैन्य साजो सामान के क्षेत्र में सहयोग को और बढ़ाए जाने तथा अमेरिकी कंपनियों को भारत में रक्षा तथा एयरोस्पेस कार्यक्रमों में मेक इन इंडिया योजना में भागीदारी के लिए भी आमंत्रित किया गया।
श्री सिंह ने कहा कि उन्होंने अमेरिका की कंपनियों से विशेष रूप से उत्तर प्रदेश और तमिलनाडु के रक्षा गलियारों में साझेदारी करने के लिए भी कहा है।भारत और अमेरिका ने इस दौरान अंतरिक्ष से संबंधित एक समझौता ज्ञापन पर भी हस्ताक्षर किए।श्री ऑस्टिन ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच रक्षा क्षेत्र में अहम साझेदारी है और दोनों देश नए उभरते रक्षा क्षेत्रों में तथा अंतरिक्ष और साइबर स्पेस में भी सहयोग कर रहे हैं।दोनों देशों के बीच तीसरी टू प्लस टू वार्ता 2020 में हुई थी।न्यूज़ सोर्स वार्ता