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6 जिलों में बारिश ने मचाई तबाही : रायगढ़ में 5 की मौत, 30 अब भी लापता

प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री से की बात

मुंबई । महाराष्ट्र में राजधानी मुंबई के अलावा सांगली, अकोला, अमरावती, नागपुर, कोल्हापुर समेत कई जिलों में भारी बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं। राज्य की कई नदियां भी उफान पर हैं। स्थानीय प्रशासन की टीमों के अलावा वायुसेना व एनडीआरएफ की टीमों को भी राहत व बचाव के लिए उतारा गया है। वहीं भारी बारिश के कारण कई रूटों पर ट्रेन सेवा बाधित हो गई है।

वहीं रायगढ़ में भूस्खलन की चार घटनाएं सामने आई हैं जिससे सड़क जाम हो गई है। रायगढ़ जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बाताया कि अभी तक स्थानीय पुलिस ने 15 लोगों को बचाया जबकि कम से कम 30 लोग अभी भी अंदर फंसे हुए हैं। वहीं पांच लोगों की मौत हो गई है।

प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री से बात
वहीं, पीएम नरेंद्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से फोन पर चर्चा कर हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया। ठाकरे से चर्चा के बाद मोदी ने ट्वीट किया, `महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री उद्धव ठाकरे से बात की और महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की। हालात को सुधारने के लिए केंद्र से हर संभव सहायता आश्वासन दिया। सभी की सुरक्षा और सलामती के लिए प्रार्थना करता हूं।`

बाढ़ के मद्देनजर एनडीआरएफ ने चिखली गांव से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। वहीं रायगढ़ के जिला कलेक्टर ने कहा है कि कलाई गांव में भूस्खलन की खबर है। इसमें कितना नुकसान हुआ है फिलहाल इसी कोई खबर नहीं है।

सेना के जवान भी तैनात
मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी दी कि रत्नागिरी और रायगढ़ में राहत व बचाव कार्य के लिए भारतीय सेना और नौसेना के जवानों को भी तैनात किया गया है।

कोंकण में तीन दिन के लिए अलर्ट
राज्य के कई हिस्सों में लगातार हो रही बारिश के कहर के बाद महाराष्ट्र अलर्ट पर है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने 22 जुलाई को रत्नागिरी और रायगढ़ जिलों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया। 24 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण कई इलाकों में जलजमाव हो गया है. मौसम विभाग ने कोंकण तट पर अगले तीन दिनों के लिए अलर्ट जारी किया है।

भारी बारिश से रत्नागिरी के कई इलाकों में बाढ़ के हालात, भूस्खलन में दो की मौत
महाराष्ट्र के रत्नागिरी के चिपलून, खेड़ और कुछ अन्य इलाकों में भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात उत्पन्न हो गए हैं। खराब मौसम और लगातार हो रही बारिश के चलते राहत व बचाव कार्यों में दिक्कत आ रही है। साथ ही जिले के परशुराम घाट के नजदीक हुए भूस्खलन के चलते दो लोगों की मौत हो गई।

इससे पहले प्रदेश के मुख्यमंत्री कार्यालय से जारी बयान में बताया गया कि रत्नागिरी जिले में जगबूदी, वशिष्टी, कोदावली, शास्त्री, भव समेत प्रमुख नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं। इसके चलते खेड़, चिपलून, लांजा, राजापुर, संगमेश्वर कस्बों और इससे लगते इलाके बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। सरकारी एजेंसियां यहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम कर रही हैं।

प्रदेश के परिवहन मंत्री और जिले के गार्जियन मंत्री अनिल परब ने बताया कि भारी बारिश के चलते जिले के कई हिस्सों में सड़क संपर्क पूरी तरह से कट गया है। चिपलून कस्बा पूरी तरह से जलमग्न हैं। इसी तरह के हालात खेड़ में भी है। सभी सड़कों के जलमग्न होने के चलते लोगों तक पहुंचने में समस्या आ रही है। कोस्ट गार्ड, नगर निगम, कस्टम की राहत टीमें अपनी नौकाओं के जरिए लोगों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही हैं। मैरिज हॉल, स्कूल की इमारतों में लोगों को ठहराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खराब मौसम के चलते एनडीआरएफ की टीमें प्रभावित इलाकों में नहीं जा पा रही हैं। राहत व बचाव कार्यों में लगाए गए हेलिकॉप्टरों को भी भारी बारिश के चलते वापस होना पड़ा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है और इसके चलते नदियों का जलस्तर भी बढ़ रहा है।

रत्नागिरी के कलेक्टर ने बताया कि लगातार बारिश के चलते जिले में भूस्खलन की घटना भी हुई जिसमें दो की मौत हो गई। यह हादसा परशुराम घाट के पास हुआ। एक राहत टीम घटना स्थल पर पहुंची। भारी बारिश और बाढ़ के चलते क्षेत्र में संपर्क करने में दिक्कत हो रही है। इससे पहले सीएम उद्धव ठाकरे ने रत्नागिरी और रायगढ़ के हालात की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने बताया कि मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।

कहां क्या हैं हालात
अमरावती: सिपना नदी उफान पर है। गत तीन दिनों से लगातार बारिश हो रही है।
सांगली : मूसलाधार बारिश की वजह से चांदोली बांध पानी से लबालब। आठ घंटे में तीन इंच से ज्यादा बारिश हुई।
कोल्हापुर: गत दो दिन से भारी बारिश हो रही है। सभी नदियां उफान पर हैं। जिले में अलर्ट जारी किया गया है। पंचगंगा नदी खतरे के निशान के करीब है।
अकोला: अचानक भारी बारिश होने से लगो बादल फट गया हो। अकोला शहर के बीचों-बीच से बहने वाली मोरना नदी में अचानक बाढ़ आ गई। 10 से 15 गांवों में घुसा पानी।
नागपुर: मूसलाधार बारिश से शहर के जनजीवन पर असर पड़ा। कई इलाकों में पानी भरा।
मुंबई: तटीय पालघर और ठाणे जिलों में रात और गुरुवार की सुबह भारी बारिश से बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। ट्रेन सेवाओं पर असर पड़ा है।

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