
विद्यालय के लिए सड़क के किनारे की भूमि को दी जाये प्राथमिकता
मुख्य सचिव ने सीएम मॉडल एवं सीएम अभ्युदय विद्यालयों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश.बैठक में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों के जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी थे उपस्थित.
- सीएम मॉडल एवं सीएम अभ्युदय विद्यालय उत्तर प्रदेश की महत्वाकांक्षी परियोजना
लखनऊः मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने सीएम मॉडल एवं सीएम अभ्युदय विद्यालयों के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने कहा कि सीएम मॉडल एवं सीएम अभ्युदय विद्यालय उत्तर प्रदेश की महत्वाकांक्षी परियोजना है। मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय के लिए भूमि का चयन न्याय पंचायत स्तर की ग्राम पंचायत में किया जाये, जिससे इसका लाभ आसपास के सभी ग्रामों को भी मिले और साइकिल अथवा पैदल आने वाले विद्यार्थियों को कोई असुविधा न हो।
उन्होंने यह भी कहा कि विद्यालय के लिए सड़क के किनारे की भूमि को प्राथमिकता दी जाये। प्रधानाचार्यों, अध्यापकों व बच्चों के चयन के लिए भी रूपरेखा तय की जाये। इसी प्रकार बच्चों के लिए मिड डे मिल के बारे में प्रस्ताव तैयार कर लिया जाये। उन्होंने छात्र-छात्रों की शिक्षा के साथ-साथ शारीरिक विकास और खेलकूद की सुविधाओं पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में ओपन जिम, रेस ट्रैक, बॉलीवॉल कोर्ट, बैडमिन्टन कोर्ट, हॉकी कोर्ट, इन्डोर प्ले एरिया, योगा सेन्टर जैसी अवस्थापना सुविधाओं के लिए पर्याप्त जगह होनी चाहिये। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर भूमि चयन की कार्यवाही पूर्ण हो चुकी है, वहां कार्यदायी संस्थायें टेण्डर की प्रक्रिया तेजी से पूरा कराकर जल्द से जल्द निर्माण कार्य शुरू करायें। निर्माण कार्यों की थर्ड पार्टी ऑडिट की भी व्यवस्था होनी चाहिए। विभाग एवं जनपद द्वारा कार्यदायी संस्थाओं के कार्यों पर सतत निगरानी रखते हुए निर्माण कार्यों को त्वरित गति से पूर्ण कराया जाये।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में मुख्यमंत्री मॉडल कम्पोजिट विद्यालय का निर्माण किया जायेगा। इसमें प्री-प्राइमरी से कक्षा-12 के विद्यार्थियों को यूपी बोर्ड पाठ्यक्रम आधारित विज्ञान, गणित, वाणिज्य एवं कला वर्ग की शिक्षा दी जायेगी। प्रति विद्यालय सिविल कार्यों पर 24.78 करोड़ रुपये व्यय अनुमानित है। 1500 विद्यार्थी क्षमता के साथ 05 से 10 एकड़ भूखण्ड पर विद्यालय का निर्माण किया जायेगा। प्रदेश के 24 हजार कम्पोजिट विद्यालय (प्री प्राइमरी से कक्षा-8) में से प्रथम चरण में 75 विद्यालयों को चिन्हित किया गया है, जिन्हें मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय के रूप में उच्चीकृत किया जायेगा। इससे लगभग 30 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं को लाभ मिलेगा। मुख्यमंत्री अभ्युदय कम्पोजिट विद्यालय मॉर्डन कम्प्यूटर लैब, लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लासेज, मिड डे मील शेड, बाल व पोषण वाटिका, वाईफाई व सीसीटीवी सर्विलांस से लैस होंगे। विद्यालय में कक्षा-कक्षों से युक्त अभ्युदय ब्लाक होगा। 15 लाख रूपये से मौजूदा भदना का नवीनीकरण किया जायेगा, जिसमें 450 विद्यार्थियों की बैठने की क्षमता होगी।
बैठक में अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा श्री दीपक कुमार, महानिदेशक स्कूल शिक्षा श्रीमती कंचन वर्मा, सचिव माध्यमिक शिक्षा श्री भगवती सिंह सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारीगण तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी जनपदों के जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।