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सिख समुदाय के प्रतिनिधियों से मिले प्रधानमंत्री मोदी ,देखें वीडियो

पंजाब में विधानसभा चुनाव के बीच सिख समुदाय के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से उनके आवास पर मुलाकात की। इस दौरान सिख समुदाय के प्रतिनिधियों ने 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ मनाये जाने के प्रधानमंत्री के निर्णय की सराहना की और उनका आभार जताया। प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास सात लोक कल्याण मार्ग पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता मनजिंदर सिंह सिरसा के नेतृत्व में देश के अलग-अलग हिस्सों से आये सिख समुदाय के प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री को अंगवस्त्र, तलवार और प्रतीक चिन्ह भेंट किया।

सूत्रों के मुताबिक मुलाकात के दौरान सिख धर्म के प्रतिनिधियों ने गुरु गोबिन्द सिंह के पुत्रों की शहादत के उपलक्ष्य में 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ मनाने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्णय की प्रशंसा की। सिख समुदाय ने इसे गर्व की बात बताते हुए केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के प्रति आभार व्यक्त किया। इस मुलाकात के दौरान सिख समुदाय के प्रतिनिधियों ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के एक बयान की भी निंदा की। चन्नी ने हाल में एक चुनावी सभा में उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासियों को लेकर आपत्तिजनक बयान दिया था। प्रतिनिधियों ने प्रधानमंत्री को पत्र भी सौंपा है। उल्लेखनीय है कि आज शाम पंजाब विधानसभा का चुनाव प्रचार थम जाएगा। रविवार 20 फरवरी को राज्य की 117 विधानसभा सीटों पर सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होगा।(हि.स.)

6 वर्षों में सिखों के लिए क्या-क्या किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बीते 6 वर्षों में सिख समुदाय के कल्याण और उनका गौरव वापस दिलाने के लिए अनेक कार्य किए हैं। 26 मई, 2014 को जब श्री मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी उसके बाद से उन्होंने ऐसा कोई मौका नहीं छोड़ा जब पंजाब प्रांत और सिख समुदाय की उन्नति के लिए कदम नहीं उठाए हैं। एक नजर डालते हैं मोदी सरकार के उन फैसलों पर जो देश ही नहीं विदेश में बसे सिख समुदाय के हित के लिए मिसाल साबित हुए हैं।–

1984 के सिख दंगों के आरोपियों को जेल भेजा

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सत्ता में आने के बाद 1984 के सिख दंगों के आरोपियों को सजा दिलाने का काम किया। 1984 में हजारों की संख्या में सिखों का कत्लेआम किया गया था, लेकिन कांग्रेसी सरकारों ने आरोपियों पर कार्रवाई करने के बजाय उन्हें बचाने का काम किया था। पीएम मोदी ने सत्ता संभालते ही सिख दंगों की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया और पीड़ित परिवारों को इंसाफ दिलाया। यह पीएम मोदी की कार्रवाई का ही नतीजा है कि सिखों के कत्लेआम के दोषी सज्जन कुमार जैसे कांग्रेस नेता आज सलाखों के पीछे हैं। इतना ही नहीं पीएम मोदी के प्रयासों से ही 35 वर्षों के बाद सिख दंगों के पीड़ियों को अनुदान राशि भी स्वीकृत की गई।

1984 के बाद बनी सिखों की काली सूचि को खत्म किया

कांग्रेस पार्टी की सरकार ने साजिश के तहत सिख दंगों के दौरान बाहर गए सिखों को काली सूचि में डाल दिया था और यह सूचि 35 वर्षों से चली आ रही थी। इस सूचि में जिन लोगों के नाम थे वे समाज और देश से पूरी तरह से कटे हुए थे। मोदी सरकार ने सिखों की उस काली सूचि को खत्म करके उन्हें देश और समाज से जोड़ने का काम किया है।

हजारों सिख नौजवानों को पासपोर्ट दिलवाया

मोदी सरकार ने पूरी दुनिया, विशेष रूप से यूरोप और अमेरिका में कई वर्षों से राजनीतिक संरक्षण लेने वाले 50 हजार से अधिक सिख नौजवानों की चिंता को खत्म किया। मोदी सरकार ने इन सिख युवकों को दोबारा पासपोर्ट जारी किया, जिससे वे आसानी से भारत आ सके और दुनिया में कहीं भी आने-जाने के लिए स्वतंत्र हुए।

दशकों बाद करतारपुर कॉरिडोर खोलने का सपना पूरा

प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार के प्रयासों का ही नतीजा है कि दशकों बाद सिखों की मांग पूरी हुई और करतारपुर कॉरिडोल खोला गया। करतारपुर साहिब गुरुद्वार का सिखों के लिए विशेष महत्व है, क्योंकि इसी गुरुद्वारे में गुरुनानक देव जी ने अपने जीवन का आखिरी समय बिताया था। लेकिन आजादी के बाद कांग्रेस सरकार की लचर नीति की वजह से यह गुरुद्वारा पाकिस्तान की सीमा में चला गया। देश ही नहीं दुनिया में बसे करोड़ों सिख समुदाय के लोग करतारपुर कॉरिडोर को खोलने की मांग दशकों से कर रहे थे, जिसे मोदी सरकार ने पूरा किया है।

विदेशों से दान लेने पर लगे प्रतिबंध का हटाया

1984 में सिख दंगों के बाद से अमृतसर के गोल्डन टेंपल यानि श्री हरमिंदर साहिब गुरुद्वार के विदेशों से दान लेने पर प्रतिबंध लगा दिया गया था। लेकिन मोदी सरकार ने इस प्रतिबंध को हटाने का काम किया। अब विश्व के किसी भी देश के लोग श्री हरमिंदर साहिब गुरुद्वारे में दान दे सकते हैं।

5 बड़े शहरों के नवीनीकरण की सूचि में अमृतसर का नाम जोड़ा

मोदी सरकार ने देश के धार्मिक दृष्टि से पांच बड़े शहरों के आधुनिकीकरण की योजना बनाई है। पीएम मोदी की पहल पर इस सूचि में अमृतसर का नाम जोड़ा गया, क्योंकि वहां सिख आस्था का प्रतीक, विश्व प्रसिद्ध गोल्डल टेंपल मौजूद है। इस योजना के तहत गोल्डल टेंपल के आसपास कॉरिडोर बनाने के लिए मोदी सरकार करोड़ों रुपये स्वीकृत किए हैं।

शिरोमणि नेता प्रकाश सिंह बादल को सम्मान

प्रधानमंत्र नरेन्द्र मोदी ने शिरोमणि अकाली दल के नेता प्रकाश सिंह बादल को पिता तुल्य बताते हुए उनका उसी तरह सम्मान किया। हर किसी को वो तस्वीर याद होगी जब 2019 में वाराणसी में नामांकन से पहले श्री मोदी ने श्री बादल के पैर छुए थे। इतना ही नहीं श्री मोदी ने प्रकाश सिंह बाद को भारत का नेल्शन मंडेला भी कहा।

किसानों के एमएसपपी बढ़ाने की घोषणा पंजाब की धरती से की

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष स्वामिनाथन आयोग की सिफारिशों को मानते हुए फसलों की एमएसपी लागत मूल्य का डेढ़ गुना से अधिक करने का फैसला किया था। पीएम मोदी ने यह अहम घोषणा पंजाब के मुक्तसर में आयोजित किसान रैली में की। इस प्रकार पीएम मोदी ने पंजाब और वहां के किसानों को मान दिया।

गुरुनानक देव जी का 550वां प्रकाश पर्व पूरे विश्व में मनाया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर केंद्र सरकार ने सिखों के प्रथम गुरु गुरुनानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर देश ही पूरी दुनिया में कार्यक्रमों का आयोजन किया। दुनिया के हर देश और देश के हर जिले में इससे जुड़े कार्यक्रम आयोजित किए गए।

गुरु गोविंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व पर सिक्का जारी किया

गुरु गोविंद सिंह जी के 350 वें प्रकाश पर्व के अवसर पर देशभर में कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी स्वयं पटना साहिब गए वहां मत्था टेका। उन्होंने गुरु गोविंद सिंह जी के सम्मान में एक सिक्का भी जारी किया।

सुल्तानपुर लोधी का भव्य धार्मिक स्वरूप विकसित किया

मोदी सरकार ने गुरु नानक साहब से जुड़े सुत्तानपुर लोधी का भव्य धार्मिक रूप विकसित किया। इसके लिए वहां करोड़ों रुपये की लागत से विकास के कार्य करवाए गए।performindia

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