रांची । धरती आबा और उलगुलान के नायक भगवान बिरसा मुंडा की 147वीं जयंती और दूसरे जनजातीय गौरव दिवस के मौके पर राष्ट्रपति बनने के बाद द्रौपदी मुर्मू पहली बार मंगलवार को रांची पहुंचीं। यहां से राष्ट्रपति भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी जिला स्थित उलिहातू पहुंचीं। राष्ट्रपति मुर्मू ने ओडा में बिरसा मुंडा की प्रतिमा को नमन कर श्रद्धा सुमन अर्पित किए।
भगवान बिरसा मुंडा के परिजन सुखराम मुंडा ने उलिहातू में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की अगवानी की और बिरसा ओडा में उन्हें पूजा-अर्चना करवाने में मदद की। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों से मुलाकात भी की।इस मौके पर राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन , जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य की महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी ने भी भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की।
राष्ट्रपति ने बिरसा मुंडा के परिजनों से की मुलाकात
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मंगलवार को भगवान बिरसा मुंडा के वंशजों से उनके गांव उलिहातू जाकर मुलाकात की। उलिहातू में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि देने और उनके परिजनों से मुलाकात करने के बाद वे रांची के लिए रवाना हो गईं। राष्ट्रपति के रांची रवाना होने के बाद बिरसा मुंडा के आवास पर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। सभी लोग धरती आबा की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने के लिए पहुंचे थे। इस दौरान राज्यपाल रमेश बैस, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जनजातीय मामलों के केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, केंद्रीय शिक्षा राज्यमंत्री अन्नपूर्णा देवी और राज्य की महिला, बाल विकास एवं समाज कल्याण मंत्री जोबा मांझी ने भी भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर उनकी जन्मस्थली उलिहातू, खूंटी में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
जबलपुर पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने किया स्वागत
जबलपुर । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू मंगलवार को दोपहर करीब 12 बजे वायुसेना के विशेष विमान से जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पहुंचीं। यहां राज्यपाल मंगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उनका स्वागत कर अगवानी की। प्रदेश के राजस्व मंत्री गोविन्द सिंह राजपूत समेत अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारियों ने भी राष्ट्रपति का स्वागत किया।राष्ट्रपति का पद संभालने के बाद द्रौपदी मुर्मू का यह मध्य प्रदेश में पहला दौरा है। वे शहडोल में जनजातीय गौरव दिवस समारोह में शामिल होंगी। राष्ट्रपति जबलपुर से वायुसेना के विशेष हेलीकाफ्टर से शहडोल के लिए रवाना हो गई हैं। राज्यपाल पटेल और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उनके साथ शहडोल के रवाना हुए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट के माध्यम से कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का मध्यप्रदेश में प्रथम आगमन हमारे लिए गौरव व हर्ष का विषय है। राष्ट्रपति, आज आपके जनजातीय गौरव दिवस पर मध्यप्रदेश पधारने से हम मध्यप्रदेशवासी अभिभूत हैं। आपके आगमन के लिए आभार व्यक्त करते हैं। उन्होंने कहा कि जनजातीय गौरव दिवस मनाने के पीछे हमारा पुनीत उद्देश्य है कि देश व जनजातीय समाज के गौरव, गरिमा और अस्मिता को अक्षुण्य रखने के लिए आत्मोसर्ग करने वाली महान विभूतियों की यशगाथा को आने वाली पीढ़ियां आत्मसात कर पाएं, उनके योगदान का स्मरण करें।
शहडोल के लालपुर में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस के राज्य स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्रपति द्वारा प्रदेश में पेसा एक्ट लागू किया जाएगा। समारोह में एक लाख से ज्यादा जनजातीय बंधुओं के पहुंचने की संभावना है। प्रदेश के अन्य जिलों से 2500 बसों के माध्यम से यहां जनजातीय समाज के लोगों को लाने की व्यवस्था की गई है। वहीं, समारोह स्थल पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। यहां पुलिस के 2500 से अधिक जवान तैनात है। इनमें बम स्कवॉड, एसपीजी और अन्य जिलों से आया हुआ पुलिस बल शामिल है। इसके साथ ही लगभग 100 राजपत्रित अधिकारी व 20 आईपीएस अधिकारी शहडोल पहुंच चुके हैं।
कार्यक्रम में राज्यपाल मंगू भाई पटेल, केंद्रीय मंत्री जनजाति कार्य मंत्रालय अर्जुन मुंडा, केंद्रीय राज्यमंत्री इस्पात एवं ग्रामीण विकास फग्गन सिंह कुलस्ते, मंत्री मीना सिंह मंडावे जनजाति कार्य एवं अनुसूचित जाति कल्याण, वनमंत्री कुंवर विजय शाह, बिसाहूलाल सिंह मंत्री खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति, मंत्री प्रेमसिंह पटेल पशुपालन तथा सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन, शहडोल सांसद हिमाद्रि सिंह सहित अन्य कई व्हीआईपी जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे।(हि.स.)
Governor of Madhya Pradesh, Shri Mangubhai Patel, Chief Minister, Shri Shivraj Singh Chouhan and Union Tribal Affairs Minister, Shri Arjun Munda received President Droupadi Murmu on her arrival at Jabalpur. pic.twitter.com/gsVg7WkNeG
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022
After garlanding the statue and paying floral tributes to Bhagwan Birsa Munda, the President interacted with family members of Bhagwan Birsa.
She also met Lugni Munda, a divyaang lady, and her son Dilip Munda whom President had adopted and funded his education. pic.twitter.com/aSqeQn8aaK
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022
भगवान बिरसा मुंडा के गांव उलिहातू में जाकर उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने का आज मुझे सौभाग्य मिला।
भगवान बिरसा की जयंती के दिन, उनकी प्रतिमा का दर्शन करके, मैं स्वयं को धन्य महसूस कर रही हूं।
उनके जन्म और कर्म से जुड़े स्थानों पर जाना मेरे लिए तीर्थ-यात्रा के समान है। pic.twitter.com/eSyGGnqDMh
— President of India (@rashtrapatibhvn) November 15, 2022