
मोदी के मंत्रिमंडल में निरंतरता के दर्शन, 13 कैबिनेट मंत्रियों को मिले पुराने विभाग
मोदी ने महत्वपूर्ण और भारी भरकम मंत्रालयों से दूर ही रखा है सहयोगी दलों को
नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी तीसरी मंत्रिपरिषद में महत्वपूर्ण मंत्रालयों में पुराने सहयोगियों पर भरोसा जताया है और जोे मंत्री दोबारा चुन कर नहीं आये हैं, उन्हें नये सदस्यों को दिया गया है। इस प्रकार से श्री मोदी ने तीसरे कार्यकाल में निरंतरता को सुनिश्चित किया है।राष्ट्रपति भवन से आज शाम नये मंत्रियों के कार्य विभागों की सूची जारी की गयी। इससे पहले श्री मोदी की अध्यक्षता में पहली कैबिनेट की बैठक हुई। 30 कैबिनेट मंत्रियों में से 13 मंत्री ऐसे हैं जिन्हें वही मंत्रालय दिये गये हैं जिन्हें वे पिछले कार्यकाल संभाल रहे थे। इनमें श्री जगत प्रकाश नड्डा भी शामिल हैं जो मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में वही विभाग संभाल रहे थे।
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय इस बार भी मध्य प्रदेश के पास आया है। पिछले कार्यकाल में श्री नरेन्द्र सिंह तोमर के पास था।नयी मंत्रिपरिषद में सरकार के प्रवक्ता की जिम्मेदारी अश्विनी वैष्णव को मिली है। उन्हें रेलवे, सूचना प्रौद्योगिकी इलैक्ट्रॉनिक्स का विभाग दोबारा सौंपा गया है तथा संचार ले कर सूचना प्रसारण जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया गया है। सड़क निर्माण की गति को बनाये रखने के लिए श्री गडकरी को इसकी जिम्मदारी पुन: दी गयी है।
सूची के अनुसार कैबिनेट मंत्रियों में श्री राजनाथ सिंह को रक्षा, अमित शाह को गृह एवं सहकारिता, नितिन गडकरी को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, जगत प्रकाश नड्डा को स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और रसायन एवं उवर्रक, शिवराज सिंह चौहान को कृषि, किसान कल्याण एवं ग्रामीण विकास, निर्मला सीतारमण को वित्त एवं कारपोरेट मामले, डॉ एस जयशंकर को विदेश, मनोहर लाल खट्टर को ऊर्जा एवं शहरी विकास, एच डी कुमारस्वामी को भारी उद्योग एवं इस्पात, पीयूष गोयल को वाणिज्य एवं उद्योग, धर्मेन्द्र प्रधान को शिक्षा, जीतन राम मांझी को सूक्ष्म लघु एवं मध्यम उद्यम, राजीव रंजन उर्फ लल्लन सिंह को पंचायती राज, मछली पालन, पशुपालन एवं डेयरी, सर्वानंद सोनोवाल को बंदरगाह, जहाजरानी एवं जलमार्ग, डॉ वीरेन्द्र कुमार को सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, के राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन, प्रल्हाद जोशी को उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं जनवितरण, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा, जुएल ओरांव को आदिवासी मामले, गिरिराज सिंह को वस्त्र, अश्विनी वैष्णव को रेलवे, सूचना प्रसारण, सूचना प्रौद्योगिकी एवं इलैक्ट्रॉनिक्स, ज्योतिरादित्य सिंधिया को संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास, भूपेन्द्र यादव को वन, पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन, गजेन्द्र सिंह शेखावत को पर्यटन एवं संस्कृति, अन्नपूर्णा देवी को महिला एवं बाल विकास, किरेन रिजीजू को संसदीय कार्य एवं अल्पसंख्यक मामले, हरदीप सिंह पुरी को पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस, जी किशन रेड्डी को कोयला एवं खान, चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग तथा सी आर पाटिल को जलशक्ति मंत्रालयों की जिम्मेदारी दी है।
मोदी मंत्रिपरिषद में स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्रियों के विभाग इस प्रकार से हैं :-
1. राव इंद्रजीत सिंह : सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), योजना मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और संस्कृति मंत्रालय में राज्य मंत्री।2. डॉ.जितेंद्र सिंह : विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रधान मंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय में राज्य मंत्री, परमाणु ऊर्जा विभाग में राज्य मंत्री और अंतरिक्ष विभाग में राज्य मंत्री।3. श्री अर्जुन राम मेघवाल : कानून और न्याय मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और संसदीय कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री।4. श्री जाधव प्रतापराव गणपतराव : आयुष मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री।5. श्री जयन्त चौधरी : कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और शिक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री।
मंत्रिपरिषद में राज्य मंत्री इस प्रकार हैं :-1. श्री जितिन प्रसाद : वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय तथा इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री2. श्री श्रीपाद येसो नाइक : ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय में राज्य मंत्री3. श्री पंकज चौधरी : वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री4. श्री कृष्ण पाल : सहकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री5. श्री रामदास अठावले : सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री6. श्री राम नाथ ठाकुर : कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री7. श्री नित्यानंद राय : गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री8. श्रीमती. अनुप्रिया पटेल : स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और रसायन और उर्वरक मंत्रालय में राज्य मंत्री9. श्री वी. सोमन्ना : जल शक्ति मंत्रालय एवं रेल मंत्रालय में राज्य मंत्री10. डॉ. चन्द्र शेखर पेम्मासानी : ग्रामीण विकास; और संचार मंत्रालय में राज्य मंत्री
11. प्रो. एस. पी. सिंह बघेल : पंचायती राज मंत्रालय और मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री12. सुश्री शोभा करंदलाजे : सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम और श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में राज्य मंत्री13. श्री कीर्तिवर्धन सिंह : विदेश मंत्रालय और वन, पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय में राज्य मंत्री14. श्री बी.एल.वर्मा : उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय और सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री15. श्री शांतनु ठाकुर : बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री16. श्री सुरेश गोपी : पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और पर्यटन मंत्रालय में राज्य मंत्री17. डॉ. एल. मुरुगन : संसदीय कार्य मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री18. श्री अजय टम्टा : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री19. श्री बंदी संजय कुमार : गृह मंत्रालय में राज्य मंत्री20. श्री कमलेश पासवान : ग्रामीण विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री
21. श्री भागीरथ चौधरी : कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय में राज्य मंत्री22. श्री सतीश चन्द्र दुबे : कोयला एवं खान मंत्रालय में राज्य मंत्री23. श्री संजय सेठ रक्षा मंत्रालय में राज्य मंत्री24. श्री रवनीत सिंह बिट्टू : खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय और रेल मंत्रालय में राज्य मंत्री25. श्री दुर्गादास उइके : जनजातीय मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री26. श्रीमती रक्षा निखिल खडसे : युवा मामले और खेल मंत्रालय में राज्य मंत्री27. श्री सुकांत मजूमदार : शिक्षा मंत्रालय और उत्तर पूर्वी क्षेत्र का विकास मंत्रालय में राज्य मंत्री28. श्रीमती सावित्री ठाकुर मंत्रालय में महिला बाल विकास राज्य मंत्री29. श्री तोखन साहू : आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री30. श्री राज भूषण चौधरी : जल शक्ति मंत्रालय में राज्य मंत्री
31. श्री भूपति राजू श्रीनिवास वर्मा : भारी उद्योग मंत्रालय और इस्पात मंत्रालय में राज्य मंत्री32. श्री हर्ष मल्होत्रा : सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय और कारपोरेट मामलों के मंत्रालय में राज्य मंत्री33. श्रीमती निमुबेन जयंतीभाई बांभणिया : उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय में राज्य मंत्री34. श्री मुरलीधर मोहोल : सहकारिता मंत्रालय और नागरिक उड्डयन मंत्रालय में राज्य मंत्री35. श्री जॉर्ज कुरियन : मत्स्य पालन, पशुपालन, डेयरी व्यवसाय मंत्रालय में राज्य मंत्री और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय में राज्य मंत्री36. श्री पबित्रा मार्गेरिटा : विदेश मंत्रालय और वस्त्र मंत्रालय में राज्य मंत्री
मोदी ने महत्वपूर्ण और भारी भरकम मंत्रालयों से दूर ही रखा है सहयोगी दलों को
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सहयोगी दलों के दम पर केन्द्र में तीसरी बार सरकार बनाने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहयोगी दलों को महत्वपूर्ण , संवेदनशील तथा भारी भरकम मंत्रालयों से दूर ही रखा है।श्री मोदी ने सोमवार को मंत्रिपरिषद के सदस्यों के विभागों का बंटवारा किया जिसमें सभी शीर्ष और महत्वपूर्ण मंत्रालय भाजपा नेताओं को ही दिये गये हैं। उपर के शीर्ष पांच मंत्रालयों में कोई बदलाव नहीं किया गया है और इनकी जिम्मेदारी मोदी के दूसरे कार्यकाल वाले मंत्री ही संभालेंगे।
बंटवारे में जनता दल एस के कोटे से केबिनेट मंत्री बने एच डी कुमारस्वामी कोभारी उद्योग और इस्पात मंत्री, हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा के जीतन राम मांझी को सूक्ष्म , लघु और मध्यम उद्यम मंत्री , जद यू के राजीव रंजन सिंह को पंचायती राज मंत्री और मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी, तेदेपा के राममोहन नायडू को नागरिक उड्डयन मंत्री और लोजपा के चिराग पासवान को खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री बनाया गया है।स्वतंत्र प्रभार वाले मंत्रियों में शिवसेना के जाधव प्रतापराव गणपतराव को आयुष और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जबकि रालोद के जयंत चौधरी को कौशल विकास और उद्ममिता के साथ शिक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गयी है।
मोदी ने प्रतिभा,मनमोहन,देवेगौड़ा से मांगा आशीर्वाद
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपना तीसरा कार्यकाल शुरू करने से पर पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तथा एच डी देवेगौड़ा से सोमवार को फोन कर उनका आशीर्वाद मांगा।पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) के सूत्रों ने यहां यह जानकारी दी।इससे पूर्व श्री नरेन्द्र मोदी ने आज प्रधानमंत्री कार्यालय का कार्यभार संभाल लिया। प्रधानमंत्री कार्यालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को संबोधित करते हुए श्री मोदी ने कहा कि शुरू से ही पीएमओ ने सेवा का अधिष्ठान और जनता का पीएमओ बनाने का प्रयास किया है। प्रधानमंत्री ने कहा, “हमने पीएमओ को एक उत्प्रेरक एजेंट के रूप में विकसित करने का प्रयास किया है, जो नई ऊर्जा और प्रेरणा का स्रोत बने।”(वार्ता)