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नौसेना दिवस पर राष्ट्रपति, पीएम मोदी और रक्षा मंत्री ने वीर जवानों को कुछ यूं किया सलाम
नई दिल्ली : भारतीय नौसेना का इतिहास बहादुरी के कारनामों से भरा पड़ा है, फिर चाहे वह भारत की आजादी की लड़ाई हो या मुंबई में ऑपरेशन ताज। नौसेना के वीर जवानों की बहादुरी की सलाम करने लिए हर साल 4 दिसंबर को भारतीय नौसेना दिवस मनाया जाता है। इस अवसर पर भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई नेताओं ने शुभकामनाएं दीं।
राष्ट्रपति कोविंद ने देश की रक्षा और नागरिकों की सहायता करने के लिए भारतीय नौसेना पर गर्व करते हुए कहा, “नौसेना दिवस पर, हमारे नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को मेरी शुभकामनाएं। राष्ट्र हमारे समुद्री सीमाओं की रक्षा करने, हमारे व्यापार मार्गों को सुरक्षित रखने और आपात स्थितियों के समय में नागरिकों को सहायता प्रदान करने में आपकी प्रतिबद्धता पर गर्व करता है। आप पानी पर राज करते हैं।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने वीरता को सलाम करते हुए ट्वीट किया, “नौसेना दिवस के अवसर पर इस उत्कृष्ट बल के सभी कर्मियों को मेरी शुभकामनाएं।भारतीय नौसेना समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करके हमारे समुद्री क्षेत्रों को सुरक्षित रखने में सबसे आगे है। मैं उनकी वीरता, साहस और काम को सलाम करता हूं।”
वहीं, पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा, “हमारे सभी बहादुर नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को नौसेना दिवस की शुभकामनाएं। भारतीय नौसेना निडर होकर हमारे तटों की रक्षा करती है और जरूरत के समय मानवीय सहायता भी प्रदान करती है। हमें सदियों से भारत की समृद्ध समुद्री परंपरा भी याद है।”
भारतीय नौसेना और उसकी स्थापना
नौसेना भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है, जिसकी स्थापना 1612 में हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने जहाजों की सुरक्षा के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी मैरिन के रूप में सेना गठित की थी, जिसे बाद में रॉयल इंडियन नौसेना नाम दिया गया। भारत की आजादी के बाद 1950 में नौसेना का फिर से गठन किया गया और इसे भारतीय नौसेना नाम दिया गया।
नौसेना भारतीय सेना का सामुद्रिक अंग है, जिसकी स्थापना 1612 में हुई थी। ईस्ट इंडिया कंपनी ने अपने जहाजों की सुरक्षा के लिए ईस्ट इंडिया कंपनी मैरिन के रूप में सेना गठित की थी, जिसे बाद में रॉयल इंडियन नौसेना नाम दिया गया। भारत की आजादी के बाद 1950 में नौसेना का फिर से गठन किया गया और इसे भारतीय नौसेना नाम दिया गया।
बता दें कि भारतीय नौसेना के वीर जवानों ने 4 दिसंबर को ही पाकिस्तान को मुहतोड़ जवाब दिया था। पाकिस्तानी सेना ने 3 दिसंबर को भारत के एयरस्पेस और सीमा क्षेत्र पर हमला कर दिया था, जिसके बाद 1971 का युद्ध शुरू हुआ था। इस युद्ध में पाकिस्तान को धूल चटाने के लिए भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन त्रिशूल (ऑपरेशन ट्राइडेंट) शुरू किया था। नौसेना ने पाकिस्तान के कराची बंदरगाह पर भारी बमबारी कर उसे तबाह कर दिया था। 4 दिसंबर 1971 को इस अभियान में मिली कामयाबी की वजह से ही हर साल इस दिन नौसेना दिवस मनाया जाता है।