तमिलनाडु में कल दस्तक देगा तूफान `निवार`, एनडीआरएफ की टीमों ने संभाला मोर्चा
120 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से चलेगी हवा
चेन्नई : बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना कम दबाव का इलाका चक्रवाती तूफान में तब्दील हो सकता है। अंदाज़ा है कि ये तूफान कल तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटों को पार करेगा। इस तूफान का नाम `निवार` रखा गया है। मॉनसून 2020 के बाद बंगाल की खाड़ी में बनने वाला यह पहला चक्रवाती तूफान है। तूफान को देखते हुए एनडीआरएफ की टीमें कुड्डालोर और चिदंबरम के लिए रवाना हो गई हैं।
लैंडफॉल से पहले ही `निवार` चक्रवाती तूफान के भीषण चक्रवाती तूफान की क्षमता में पहुँचने की संभावना है। जिस समय यह सिस्टम चक्रवाती तूफान की क्षमता में आएगा उस समय इसकी चेन्नई से दूरी लगभग 250 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में रहेगी और 150 किमी दूर रह जाएगा तभी इसके भीषण चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है।
तूफान उत्तर-पश्चिमी दिशा में बढ़ते हुए तमिलनाडु के तटों की ओर जाएगा। इसके श्रीलंका पर लैंडफॉल करने की आशंका नहीं है। तूफान `निवार` के 25 नवंबर को कराईकल के उत्तरी हिस्सों में पुद्दुचेरी के निकट टकराएगा। इस समय बंगाल की खाड़ी पर इस सिस्टम के दायरे में घने बादल बन चुके हैं और वर्टिकल विंड शीयर 25 किमी प्रतिघण्टे की गति से नीचे की अपेक्षित सीमा में है और समुद्र की सतह का तापमान भी इसके अनुकूल है।
यह सिस्टम तेज़ी से आगे बढ़ रहा है और जमीनी भागों से इसकी दूरी बहुत अधिक नहीं है, यानि इसका समुद्री सफर बहुत लंबा नहीं है जिसके चलते यह जल्द ही कमज़ोर होने लगेगा या दूसरे शब्दों में कहीं तो अति भीषण चक्रवाती तूफान की श्रेणी में यह नहीं जाएगा। पूर्वी तटीय इलाके आज शाम से इसके दायरे में होंगे और तेज़ रफ्तार की हवाओं के साथ बारिश भी शुरू हो जाएगी। आज से हवाओं की रफ्तार तूफानी हो जाएगी और बारिश भी तटों पर बहुत ज़्यादा बढ़ जाएगी।
120 किमी की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान
मौसम विभाग ने बताया है कि इस दौरान हवा की रफ्तार 100-110 किमी प्रति घंटा होगी, जो बढ़कर 120 किमी प्रति घंटा तक भी पहुंच सकती है। तूफान के मद्देनजर तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
यह चक्रवात भीषण श्रेणी में जाने के बाद 24 की रात से 25 नवंबर की दोपहर के तटों जिलों में तांडव कर सकता है। नागपट्टिनम से लेकर चेन्नई के बीच का समूचा तटीय क्षेत्र 36 घंटों के लिए भयानक मौसम का अनुभव कर सकता है। इस दौरान सम्पत्तियों को व्यापक नुकसान की आशंका है।
एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात
एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक, एनडीआरएफ की 12 टीमें तैनात की जा चुकी हैं। वहीं, 18 अन्य टीमों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है। उन्होंने बताया कि इन टीमों को प्रभावित क्षेत्रों से स्थानीय लोगों को निकालने में सहायता पहुंचाने समेत राहत और बचाव कार्यों के लिए तैनात किया जाएगा।
कैबिनेट सचिव ने दिए निर्देश
निवार तूफान को देखते हुए कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने सोमवार को राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाई और हालात का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों में किसी की जान नहीं जाने देने और सामान्य स्थिति जल्द बहाल करने के निर्देश दिए।
चेन्नई और पुद्दुचेरी के बीच तटीय इलाकों पर 25 नवम्बर का दिन भारी पड़ सकता है। निचले इलाकों में बारिश का पानी भर सकता है और कई इलाकों में बाढ़ का संकट भी पैदा हो सकता है। इसके दायरे में आने वाले क्षेत्रों में निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए।