
अबतक 1.5 करोड़ से ज्यादा कोविड-19 के नमूनों का परीक्षण किया गया
आज लगातार तीसरे दिन सर्वाधिक 34,602 कोविड रोगियों को पिछले 24 घंटों में अस्पताल से छुट्टी दी गई
देश में अब तक 1.5 करोड़ से अधिक (1,54,28,170) कोविड-19 के नमूनों का परीक्षण किया जा चुका है। पिछले 24 घंटों में कोविड संक्रमण का पता लगाने के लिए 3,52,801 नमूनों का परीक्षण किया गया। देश में प्रति दस लाख आबादी पर कोविड नमूनों का परीक्षण 11179.83 पर पहुंच गया है। टेस्ट, ट्रैक और ट्रीटमेंट की रणनीति को अपनाने के बाद से नमूनों के परीक्षण में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। प्रति दस लाख आबादी पर परीक्षण में वृद्धि की यह दर प्रयोगशालाओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी होने की वजह से हासिल की जा सकी है।
देश में कोविड परीक्षण प्रयोगशालाओं की मौजूदा संख्या इस समय 1290 है। इसके अलावा केन्द्र, राज्य सरकारों और केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रशासन की ओर से नमूना परीक्षण के लिए कई और विकल्पों की सुविधा दिए जाने से भी इसमें बढ़ोतरी हो रही है। आरटीएम-पीसीआर प्रयोगशालाएं आईसीएमआर द्वारा निर्धारित नवीनतम परीक्षण रणनीति की रीढ़ हैं। सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में प्रयोगशालाओं की संख्या में उत्तरोत्तर वृद्धि देखी जा रही है। सरकारी क्षेत्र में इस समय कोविड परीक्षण के लिए 897 और निजी क्षेत्र में 393 प्रयोगशालाएँ हैं।
कोविड बीमारी से अब तक ठीक होने वालों की कुल संख्या 8 लाख के पार
कोविड-19 की बीमारी से एक दिन में अधिकतम मरीजों के ठीक होने का सिलसिला निर्बाध रूप से जारी है। लगातार तीसरे दिन पिछले 24 घंटों में 34,602 मरीज ठीक हुए हैं जो एक दिन में अब तक का सर्वाधिक आंकड़ा है। इसके साथ ही कोविड-19 की बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 8 लाख से अधिक हो गई है और वर्तमान में यह 8,17,208 है। इससे कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर बढ़कर 63.45 प्रतिशत तक पहुंच गई है।
कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की इन लगातार बढ़ती संख्याओं के परिणामस्वरूप, ठीक होने वाले मरीजों की संख्या इस बीमारी के सक्रिय मामलों (4,40,135 आज) से 3,77,073 अधिक है। ठीक होने वालों और सक्रिय मामलों के बीच यह अंतर बीमारी से ठीक होने की उत्तरोत्तर बढ़ती हुई प्रवृत्ति को दिखा रहा है।
केंद्र सरकार राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों के प्रयासों को वहां उच्च संक्रमण वाले क्षेत्रों में विशेषज्ञों के केंद्रीय दल भेजकर और राज्य तथा जिला अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस बीमारी से निपटने पर रणनीतिक चर्चा के जरिए बढ़ाने में लगी है। स्वास्थ्य कर्मियों के समर्पित प्रयासों से उपचार के बाद इस बीमारी से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है और मृत्यु दर (सीएफआर) लगातार घट रही है। अभी मृत्यु दर घटकर 2.38 प्रतिशत तक आई है।
कोविड-19 की बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में राज्य / केंद्रशासित प्रदेश सरकारों द्वारा कोविड-19 की रोकथाम के लिए अच्छी तरह से तैयार की गई कार्यनीति और उसके बेहतर कार्यान्वयन का नतीजा है। यह रणनीति मुख्य रूप से घर-घर सर्वेक्षण, संक्रमित लोगों के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाने और एसएआरआई / आईएलआई मामलों की निगरानी से लेकर अत्यधिक कमजोर तबकों में संक्रमित मामलों का सक्रियता से पता लगाने के साथ-साथ तेजी से परीक्षण के माध्यम से शुरुआती जांच पर ध्यान केंद्रित है।
इसके बाद बेहतरीन तरीके से मजबूत किए गए तीन स्तरीय स्वास्थ्य इन्फ्रास्ट्रक्चर और अच्छी तरह से देखभाल प्रोटोकॉल मानकों को लागू करते हुए प्रभावी रोकथाम योजना बनाई जाती है और कुशल नैदानिक इलाज होता है। इनसे अस्पतालों में प्रभावी उपचार और घर में आइसोलेशन में रहकर इलाज में सहायता प्राप्त हुई है। इससे यह सुनिश्चित हो गया है कि अस्पताल गंभीर रोगियों के लिए उपलब्ध हैं।