महंगाई आंकड़ों पर रहेगी बाजार की नजर
विदेशी मुद्रा भंडार 4.7 अरब डॉलर बढ़कर 590.8 अरब डॉलर पर
विश्व बाजार के मिलेजुले रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर हुई मजबूत लिवाली की बदौलत बीते सप्ताह करीब एक प्रतिशत चढ़े घरेलू शेयर बाजार की नजर अगले सप्ताह अक्टूबर के जारी होने वाले महंगाई आंकड़ों पर रहेगी।बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 540.9 अंक अर्थात 0.84 प्रतिशत की छलांग लगाकर सप्ताहांत पर 64904.68 अंक और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी 194.75 अंक यानी 1.01 प्रतिशत उछलकर 19425.35 अंक पर रहा।इसी तरह समीक्षाधनी सप्ताह दिग्गज कंपनियों की तरह मझौली और छोटी कंपनियों में भी जमकर लिवाली हुई।
इससे बीएसई का मिडकैप 830.27 अंक अर्थात 2.62 प्रतिशत की तेजी के साथ सप्ताहांत पर 32566.13 अंक और स्मॉलकैप 789.7 अंक यानी 2.1 प्रतिशत चढ़कर 38378.76 अंक पर रहा।विश्लेषकों के अनुसार, चीनी निर्यात में अपेक्षा से अधिक गिरावट से वैश्विक व्यापार में लगातार मंदी के संंकेत के बीच घरेलू बाजार बीते सप्ताह एक रेंज में कारोबार करता नजर आया। निफ्टी 19500 के मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर नहीं उठ पाया। हालांकि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के वक्तव्य से मिले संकेतों ने निकट अवधि में ब्याज दरों में बढ़ोतरी की संभावना को कम कर दिया है, जिससे अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में नरमी आई और बाजार का उतार-चढ़ाव शांत हुआ। वहीं, मुद्रास्फीति अमेरिकी केंद्रीय बैंक के लक्ष्य से ऊपर बनी हुई है।
विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) की बिकवाली कम हुई है लेकिन ऊंची ब्याज दर और वैश्विक मंदी की चिंताओं के कारण निवेश में नरमी बनी हुई है। हाल की गिरावट के बाद खुदरा गतिविधियों और अच्छे कॉर्पोरेट नतीजों के कारण मिडकैप और स्मॉलकैप कंपनियों के शेयरों के प्रति निवेश धारणा फिर से मजबूत हुई है।निवेश सलाहकार कंपनी जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायद ने बताया कि अगले सप्ताह निवेशकों की नजर अमेरिका और भारत के महंगाई आंकड़ों पर रहेगी। अक्टूबर में देश की उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आधारित खुदरा महंगाई पांच प्रतिशत से कम होकर 4.8 प्रतिशत और अमेरिकी मुद्रास्फीति के स्थिर रहने की उम्मीद है।
विश्व बाजार के मिलेजुले रुझान के बीच स्थानीय स्तर पर हुई चौतरफा लिवाली की बदौलत सोमवार को सेंसेक्स 594.91 अंक की छलांग लगाकर 64958.69 अंक और निफ्टी 181.15 अंक उछलकर 19411.75 अंक पर पहुंच गया। विदेशी बाजार की गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर ऑटो, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, धातु, टेक और रियल्टी समूह में 1.21 प्रतिशत तक को बिकवाली होने से मंगलवार को सेंसेक्स 16.29 अंक उतरकर 64942.40 अंक और निफ्टी 5.05 अंक फिसलकर 19406.70 अंक पर सपाट रहा।अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल के नीतिगत दरों को लेकर होने वाले वक्तव्य के इंतजार में निवेशकों की सतर्कता से विश्व बाजार की गिरावट ने स्थानीय स्तर पर पंद्रह समूहों की तेजी के बावजूद बुधवार को सेंसेक्स 33.21 अंक बढ़कर 64975.61 अंक और निफ्टी 36.80 अंक की बढ़त के साथ 19443.50 अंक पर रहा।
विदेशी बाजारों के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर कमोडिटीज, एफएमसीजी, आईटी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स और तेल एवं गैस समेत दस समूहों में हुई बिकवाली के दबाव में गुरुवार को सेंसेक्स 143.41 अंक टूटकर 64832.20 अंक और निफ्टी 48.20 अंक उतरकर 19395.30 अंक रह गया। विश्व बाजार में गिरावट के बावजूद स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, धातु और पावर समेत तेरह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत शुक्रवार को सेंसेक्स 72.48 अंक चढ़कर 64904.68 अंक और निफ्टी 30.05 अंक बढ़कर 19425.35 अंक पर पहुंच गया।
विदेशी मुद्रा भंडार 4.7 अरब डॉलर बढ़कर 590.8 अरब डॉलर पर
विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति, स्वर्ण, विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के पास आरक्षित निधि में बढ़ोतरी होने से 03 नवंबर को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार दूसरे सप्ताह बढ़ता हुआ 4.7 अरब डॉलर बढ़कर 590.8 अरब डॉलर पर पहुंच गया।वहीं, इसके पिछले सप्ताह यह 2.6 अरब डॉलर की बढ़त के साथ 586.1 अरब डॉलर पर रहा था।
रिजर्व बैंक की ओर से जारी साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, 03 नवंबर को समाप्त सप्ताह में विदेशी मुद्रा भंडार के सबसे बड़े घटक विदेशी मुद्रा परिसंपत्ति 4.4 अरब डॉलर की बढ़त लेकर 521.9 अरब डॉलर हो गयी। इसी तरह इस अवधि में स्वर्ण भंडार 20 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 46.12 अरब डॉलर पर पहुंच गया।आलोच्य सप्ताह विशेष आहरण अधिकार में 6.4 करोड़ डॉलर की बढ़ोतरी हुई और यह बढ़कर 17.9 अरब डॉलर हो गया। इसी तरह इस अवधि में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के पास आरक्षित निधि 1.6 डॉलर की बढ़ोतरी लेकर 4.8 अरब डॉलर हो गई।(वार्ता)