पूर्णिया : राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने वर्ष 2024 के चुनाव में 2015 से भी बड़ा रिकॉर्ड बनाने का दावा किया और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को चेतावनी देते हुए आज कहा कि कोई अब भ्रम में न रहे, वह और श्री नीतीश कुमार एक हो गए हैं और महागठबंधन भाजपा का सफाया करने के लिए तैयार है।श्री यादव ने शनिवार को यहां रंगभूमि मैदान में आयोजित महागठबंधन की रैली को ऑनलाइन संबोधित करते हुए कहा कि बिहार की जनता ने जो ताकत वर्ष 2015 के विधानसभा चुनाव में दिखायी थी उससे अधिक ताकत वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव और 2025 के बिहार विधानसभा चुनाव में दिखाकर बड़ा रिकॉर्ड बनाना है।
उन्होंने कहा, “कोई अब भ्रम में न रहे हम और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक हो गए हैं और आगे भी साथ रहेंगे। अब हमें कोई नहीं तोड़ सकता। महागठबंधन भाजपा का सफाया करने को तैयार है।राजद प्रमुख ने भाजपा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का मुखौटा बताया और कहा कि उन्होंने आठ वर्ष पहले कहा था कि अगले चुनाव में भारत टूटेगा या जुटेगा। आज स्थिति ऐसी है कि वह (भाजपा-आरएसएस) देश को टुकड़े करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पार्टी नहीं बल्कि आरएसएस का मुखौटा है। जैसा वह चाह रहा है वैसा ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। देश में तानाशाही है और श्री मोदी लोकतंत्र की हत्या करने में लगे हैं।श्री यादव ने कहा कि यदि सभी एकजुट रहेंगे तभी देश रहेगा। यदि हम कमजोर पड़ जाएंगे तो सांप्रदायिक ताकतें हावी हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि जब-जब बिहार करवट बदलता है तब-तब देश की हवा अपना रुख बदल लेती है।
आरएसएस के रथ को उन्होंने ही बिहार की जनता के सहयोग से रोक दिया था। एक बार फिर बिहार के लोग वर्ष 2024 में आरएसएस और भाजपा की सरकार को उखाड़ फेकेंगे।राजद अध्यक्ष ने कहा कि आरएसएस गुरू गोलवलकर का संगठन है, उन्होंने ही लिखा है कि यदि काशी विश्वनाथ मंदिर में कोई दलित पहुंच जाए तो उसे जूते मारकर बाहर कर दो। वह आरक्षण विरोधी रहे हैं और आरएसएस-भाजपा का भी यही असली रूप है। उन्होंने कहा कि आरएसएस और भाजपा मिलकर आरक्षण खत्म करना चाहती है।श्री यादव ने कहा कि सीमांचल देश का सर्वाधिक धर्मनिरपेक्ष इलाका है। इसे तोड़ने और यहां के लोगों के बहकाने के लिए बहुत लोग आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों की पहचान कर उन्हें भगा देना है और वर्ष 2024 के चुनाव में उनको जवाब देना है।राजद अध्यक्ष ने रैली में सशरीर उपस्थित नहीं होने को लेकर अफसोस जताया। इस दौरान वह अपनी बेटी रोहिणी को यादकर काफी भावुक भी हुए।
उन्होंने कहा, “रोहिणी की कुर्बानी से मेरा जीवन बचा है और उसकी वजह से ही आज मैं बोलने के लायक भी हूं। उसके कर्ज को कभी नहीं चुका पाउंगा।”इस मौके पर बिहार के उप मुख्यमंत्री एवं श्री यादव के पुत्र तेजस्वी प्रसाद यादव ने अपने संबोधन में कहा कि जब-जब बिहार लड़ता है तब-तब दिल्ली हिल जाती है। भाजपा समाजवादी विचारधारा को खत्म करना चाहती है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को धन्यवाद देते हुए कहा, “आप डरे नहीं और आपने भाजपा से लड़ने का काम किया। मुझे प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री बनने की कोई इच्छा नहीं है। बस 2024 में भाजपा को हटाने और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को बचाना ही एकमात्र लक्ष्य है।”उप मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में विधायकों की खरीद-फरोख्त की गई लेकिन बिहार में यह सफल नहीं होगा। वर्ष 2024 की लड़ाई आरएसएस और भाजपा वालो से हैं। इसी मैदान में श्री नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने का वादा किया था। अब भाजपा का जुमला बिहार में नहीं चलने वाला है।
श्री तेजस्वी यादव ने कहा कि इस बार के केंद्रीय बजट में बिहार को कुछ नहीं मिला है। भाजपा ने रेल बेचा, तेल बेचा, बीएसएनएल बेचा, एलआईसी को भी बेच दिया। उन्होंने बिहार में जंगलराज के आरोपों पर कहा कि यहां जनता का राज है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बताना चाहते हैं कि बिहार के लोग बिकाऊ नहीं बल्कि टिकाऊ हैं।(वार्ता)