
जानें, वायरस में बदलाव के क्या हैं कारण और उसके नए रूपों की कैसे करें रोकथाम
क्या कभी आपने सोचा है कि वायरस में बदलाव होने का कारण क्या होता है और कैसे वायरस के नए खतरनाक रूपों को बनाने से रोका जा सकता है ? इस विषय पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक वीडियो अपने ट्विटर अकाउंट पर साझा किया है। आइए जानते हैं इसमें क्या अहम बातें बताई गई हैं…
Ever wondered what causes a virus to change & how you can help prevent stronger variants of #COVID19 from emerging?
Watch this video from @WHO & help spread awareness…@PMOIndia @MoHFW_INDIA #LargestVaccineDrive #Covid19Vaccines #Unite2FightCorona pic.twitter.com/Lyzh0vNaHl
— Dr Harsh Vardhan (Modi Ka Pariwar) (@drharshvardhan) April 14, 2021
वायरस के प्रकार में बदलाव के क्या कारण हैं ?
दरअसल, वायरस के भीतर न्यूक्लियोटाइड नामक अणु होते हैं जो अलग-अलग मेल बनाते हैं। इसे शेयर किए गए वीडियो के माध्यम से समझाया गया है। कल्पना कीजिए एक नंबर घूमाकर लगाए जाने वाले बाइक लॉक की… जहां हर व्हील में चार विकल्प दिए होते हैं। A, C, G, U…
कैसे काम करता है वायरस का जिनोम सीक्वेंस ?
अब कल्पना कीजिए कि लॉक में 30 हजार व्हील्स हैं। दरअसल, ये वायरस का पूरा जिनोम सीक्वेंस होता है। हर बार वायरस फैलता है तो वो इस सीक्वेंस को कॉपी करता है। लेकिन समय-समय पर जब ये कॉपी बनती है तो सिक्वेंस में व्हील बदल सकते हैं। ज्यादातर समय ये छोटे बदलाव वायरस के काम करने के तरीके को नहीं बदलते हैं।
कभी-कभी ये बदलाव ऐसे मेल बनाते हैं जो वायरस को थोड़ा कमजोर बनाते हैं और ये स्वरूप विलुप्त हो जाते हैं। लेकिन कभी-कभी ये मेल वायरस को हल्का सा मजबूत भी बना सकते हैं, जिससे ये तेजी से फैलते हैं या इम्यून सिस्टम का ज्यादा प्रतिरोध करते हैं। ऐसे स्वरूप काफी पनपने की संभावना होती है।
चेन ब्रेक करने के लिए वायरस को फैलने से रोकने की सबसे ज्यादा जरूरत
अच्छी बात यह है कि वर्तमान कोविड-19 वैक्सीन को इस प्रकार बनाया गया है कि ज्यादातर मामलों में यह वायरस के नए स्वरूपों के खिलाफ प्रभावी होगी। शोधकर्ता वैक्सीन के संघटकों को बदलने के तरीके पर काम कर रहे हैं ताकि वे वायरस के संभावित नए स्वरूपों के खिलाफ भी प्रभावी हो। हमें वायरस को फैलने से रोकने की जरूरत है। वायरस जितना फैलेगा उसके ज्यादा स्वरूप के सामने आने की संभावना उतनी ही अधिक होगी। ऐसे में हम यह भी नहीं जानते कि कब वायरस का कोई मजबूत स्वरूप सामने आ जाए। लेकिन अगर हम कोविड के फैलाव को रोक सके तो वायरस के नए स्वरूप को पनपने से रोक सकते हैं।
इन उपायों से किया जा वायरस को काबू
हमेशा मास्क पहनने से, हाथ धोने से, वैक्सीन से, सामाजिक दूरी बनाए रखने से वायरस के फैलाव की चेन को रोका जा सकता है। वायरस को फैलने से और नए हानिकारक स्वरूप में बदलने से रोकें। वैक्सीन उपलब्ध होने पर उसे लगवाएं। अपने हाथों को बार-बार धोएं। दूसरों से कम से कम 1 मीटर की दूरी रखें। मास्क का इस्तेमाल करें।
वैश्विक स्तर पर मिलकर काम करने की जरूरत
वायरस को मजबूत स्वरूप को रोकने के लिए हमें वैश्विक स्तर पर मिलकर काम करने की जरूरत है। अगर दुनिया के कुछ हिस्सों में वायरस खत्म भी हो लेकिन अन्य हिस्सों में तेजी से फैले फिर भी हम सबके सामने वायरस के नए शक्तिशाली रूप के पनपने का खतरा बना रहता है। हम सभी तब सुरक्षित हैं जब सभी सुरक्षित हों। इसलिए दुनियाभर में वैक्सीन की समान पहुंच के लिए हमें मिलकर काम करने की और सूचना साझा कर वायरस को फैलने से रोकने की जरूरत है।