पटना : बिहार में सातवें चरण की शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में सीटीईटी और बीटीईटी के अभ्यर्थियों को शामिल नहीं किए जाने से नाराज छात्रों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में आज कम से कम 25 लोग घायल हो गए।शिक्षक भर्ती को लेकर बिहार की नई महागठबंधन की सरकार को घेरने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षक अभ्यर्थियों ने राजधानी पटना में सोमवार को प्रदर्शन किया। राजधानी के ऐतिहासिक गांधी मैदान से अभ्यर्थियों ने सरकार के विरोध में नारेबाजी करते हुए मार्च निकाला। मार्च के डाकबंगला चौराहा पहुंचते ही वहां पहले से मौजूद दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया।
तेजस्वी ने शिक्षक अभ्यर्थियों की पिटाई मामले का लिया संज्ञान, कहा-दोषी मजिस्ट्रेट पर होगी कार्रवाई
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने सीटीईटी और बीटीईटी के आंदोलनरत अभ्यर्थियों पर पुलिस लाठीचार्ज मामले का गंभीरता से लेते हुए आज कहा कि इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है और रिपोर्ट में दोषी पाए जाने पर मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।श्री यादव ने सोमवार को यहां पत्रकारों से कहा कि मीडिया के माध्यम से सूचना मिलते ही उन्होंने जिलाधिकारी से बात की और स्थिति का जायजा लिया।
जिलाधिकारी ने उन्हें सूचित किया कि उस घटना की जांच की गई है और उसमें एक दंडाधिकारी को एक आंदोलनकारी को पीटते हुए देखा गया है। उन्होंने कहा कि दंडाधिकारी के दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।उप मुख्यमंत्री ने कहा कि महागठबंधन सरकार में उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से विभिन्न विंग के उम्मीदवार 10 सर्कुलर रोड पर उनसे नियमित रूप से मिलते रहे हैं। उन्होंने सभी आंदोलनकारी अथ्यर्थियों से धैर्य रखने की अपील करते हुए कहा कि उनकी सरकार युवाओं काे रोजगार उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है।(वार्ता)