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सिर्फ शहर ही नहीं, एक ‘दौर’ है इंदौर: मोदी

इंदौर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के मेजबान शहर मध्यप्रदेश के इंदौर की सांस्कृतिक विरासत की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि इंदौर सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि एक ‘दौर’ है, जो समय से आगे चलता है फिर भी विरासत को समेटे रहता है।

श्री मोदी यहां आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के औपचारिक उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई अन्य गणमान्य लोग और बड़ी संख्या में प्रवासी भारतीय उपस्थित थे।

श्री मोदी ने प्रवासी भारतीय समुदाय काे इंदौर शहर के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इंदौर ने स्वच्छता के क्षेत्र में देश में एक अलग पहचान स्थापित की है। खाने पीने के मामले में भी इंदौर पूरी दुनिया में लाजवाब है। इंदौरी नमकीन का स्वाद, यहां का पोहा, साबूदाने की खिचड़ी, कचौड़ी, समोसे, शिकंजी, जिसने इसे देखा उसके मुंह का पानी नहीं रुका और जिसने इन्हें चखा वह कहीं और मुड़कर नहीं देखा।उन्होंने इसी क्रम में स्ट्रीट फूड के लिए बेहद प्रसिद्ध इंदौर की छप्पन दुकान और सराफा का भी जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि यही वजह है कि कुछ लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ-साथ स्वाद की राजधानी भी कहते हैं।श्री मोदी ने कहा कि इंदौर अपने आप में अद्भुत है। उन्होंने कहा कि लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है, लेकिन उन्हें (श्री मोदी को) लगता है कि इंदौर एक दौर है। यह वह दौर है जो समय से आगे चलता है, फिर भी विरासत को समेटे रहता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह प्रवासी भारतीय सम्मेलन मध्यप्रदेश की उस धरती पर हो रहा है जिसे देश का ह्रदय क्षेत्र कहा जाता है। प्रदेश में मां नर्मदा का जल, यहां के जंगल, आदिवासी परंपरा, यहां का आध्यात्म, ऐसा कितना कुछ है जो यात्रा को अविस्मरणीय बनाएगा। उन्होंने सम्मेलन में आए प्रवासी भारतीयों से इंदौर से सटे उज्जैन स्थित श्री महाकाल लोक और भगवान महाकालेश्वर के दर्शन का भी अनुरोध किया।

इस तीन दिवसीय सम्मेलन की शुरुआत कल हुई थी, हालांकि इसका औपचारिक उद्घाटन आज प्रधानमंत्री श्री मोदी ने किया। सम्मेलन का समापन समारोह कल होगा। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी उपस्थित रहेंगी।(वार्ता)

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में कमेमोरेटिव स्टांप जारी किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना महामारी के कारण चार साल के बाद इस सम्मेलन का आयोजन हो रहा है। मैं 130 करोड़ भारतवासियों के ओर से आपका यहां स्वागत करता हूं।

इससे पहले मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक नए भारत का उदय हो रहा है। वहीं, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मां के निधन पर शोक भी व्यक्त किया। साथ ही उन्होंने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के लिए पीएम मोदी को बधाई दी। बता दें कि हर साल प्रवासी भारतीय दिवस 9 जनवरी को मनाया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में कमेमोरेटिव स्टांप जारी किया।(वीएनएस)।

एक ‘नरेंद्र’ का सपना दूसरे के नेतृत्व में हो रहा साकार: शिवराज

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कहा कि 100 साल पहले एक ‘नरेंद्र’ की कही हुई बात आज दूसरे के नेतृत्व में साकार हो रही है।श्री चौहान ने यहां आयोजित 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के शुभारंभ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ये बात कही। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गुआना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली, सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी, मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगुभाई पटेल, विदेश मंत्री एस जयशंकर समेत कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।

इस दौरान श्री चौहान ने कहा कि भारत की आजादी के अमृतकाल में मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही है। इंदौरवासियों ने प्रवासी भारतीयों के लिए अपने घर के द्वार के साथ दिल के द्वार भी खोले हैं। कल 66 देशों के प्रवासी भारतीयों ने ग्लोबल गार्डन में पौधे लगाए हैं।उन्होंने कहा कि आज सारा देश प्रधानमंत्री श्री मोदी के पीछे खड़ा है। उन्होंने स्वच्छ भारत का मंत्र दिया, तो इंदौर ने स्वच्छता का छक्का लगा दिया। प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर भारत का मंत्र दिया तो मध्यप्रदेश ने आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश का रोडमैप बना लिया।

प्रधानमंत्री ने भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की ईकोनोमी बनाने का मंत्र दिया तो हमने भी इसके लिये मध्यप्रदेश को 550 बिलियन डॉलर की ईकोनोमी बनाने का रोडमैप बना लिया।श्री चौहान ने कहा कि 100 साल पहले एक ‘नरेंद्र’ ने कहा था कि महानिशा का अंत निकट है, अंधे देख नहीं सकते, बहरे सुन नहीं सकते, लेकिन मैं देख सकता हूँ कि भारत माता विश्वगुरु के पद पर आसीन हो रही है। एक नरेंद्र ने जो बात कही थी, आज दूसरे नरेंद्र के नेतृत्व में यह साकार हो रही है। श्री मोदी पूरी दुनिया को वसुधैव कुटुंबकम के सूत्र में बांध रहे हैं।(वार्ता)

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