इंडिगो संकट: देशभर में 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द, यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें
नई दिल्ली: परिचालन संबंधी गंभीर समस्याओं और चालक दल की कमी के कारण इंडिगो ने शुक्रवार को देशभर में 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जिससे यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। डीजीसीए ने मामले की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई है और एयरलाइन के नियंत्रण केंद्रों पर टीमें तैनात की हैं। दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, वाराणसी सहित कई शहरों में बड़ी संख्या में उड़ानें प्रभावित हुईं। इंडिगो ने 05 से 15 दिसंबर तक टिकट रद्द कराने पर पूरा रिफंड और री-शेड्यूलिंग पर कोई अतिरिक्त शुल्क न लेने की घोषणा की है। एयरलाइन ने कहा कि 10-15 दिसंबर तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है।
- चालक दल की कमी और ऑपरेशनल समस्याओं से प्रभावित उड़ान संचालन; डीजीसीए ने जांच समिति गठित की, 10–15 दिसंबर तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
नयी दिल्ली : चालक दल की कमी और परिचालन संबंधी समस्या से जूझ रही इंडिगो की शुक्रवार को देश भर में “1,000 से अधिक” उड़ानें रद्द रही जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने मामले की जांच के लिए एक संयुक्त महानिदेशक की अध्यक्षता में चार सदस्यीय समिति का गठन किया है। इसके अलावा इंडिगो के ऑपरेशनल नियंत्रण केंद्रों में डीजीसीए की टीमों की तैनाती की जायेगी जो उड़ानों में देरी/उड़ानें रद्द होने और प्रभावित यात्रियों के लिए गयी व्यवस्था की निगरानी करेगी।
शनिवार को भी करीब सैकड़ों उड़ानों के रद्द रहने की आशंका है।इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पीटर एलबर्स ने एक वीडियो मैसेज में प्रभावित यात्रियों से माफी मांगते हुए बताया कि पिछले कुछ दिनों में एयरलाइंस ने परिचालन संबंधी गंभीर समस्या का सामना किया है और यह संकट लगातार बढ़ता गया। इसमें 05 दिसंबर सबसे अधिक प्रभावित दिन रहा जब 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द करनी पड़ीं।उन्होंने कहा कि सुधार के पिछले सभी प्रयास विफल होने के बाद कंपनी ने नये सिरे से शुरुआत करने का फैसला किया और आज सभी विमानों तथा चालक दल के सदस्यों को उस जगह पर रखा गया है जहां से उन्हें शनिवार की सुबह यात्रा शुरू करनी चाहिये।
श्री एलबर्स ने बताया कि शनिवार को 1,000 से कम उड़ानें रद्द होने की उम्मीद है, और 10 से 15 दिसंबर के बीच स्थिति पूरी तरह सामान्य होने का अनुमान है। बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द होने से यात्रियों को काफी परेशानी का समाना करना पड़ा।दिल्ली हवाई अड्डे पर 225 उड़ानें (135 प्रस्थान और 90 आगमन) रद्द रहीं। मुंबई में 104 उड़ानें (53 प्रस्थान और 51 आगमन) रद्द की गयीं।अहमदाबाद में 131 उड़ानें,वाराणसी में 22, मेंगलुरु हवाई अड्डे पर 17, त्रिवेंद्रम में 16 और जम्मू में 11 और श्रीनगर में 10 उड़ानें रद्द हुईं। अन्य शहरों में भी बड़ी संख्या में उड़ानें रद्द की गयीं।
लोगों की परेशानी और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नागर विमानन महानिदेशालय ने पायलटों को हर सप्ताह दिये जाने वाले अनिवार्य विश्राम संबंधी नियमों में बदलाव किया है। उसने अनिवार्य विश्राम अवधि को साप्ताहिक अवकाश के साथ मिलाने की मनाही संबंधी अपना आदेश वापस ले लिया है।इसके अलावा इंडिगो को नाइट ड्यूटी संबंधी कुछ प्रावधानों के अनुपालन में 26 फरवरी तक रियायत दी गयी है। नियामक ने एयरलाइंस से चालक दल के सदस्यों की संख्या जल्द से जल्द बढ़ाने की हिदायत दी है। साथ ही उससे हर पखवाड़े स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने के लिए कहा गया है।
डीजीसीए ने नियुक्त परीक्षक के तौर पर रिफ्रेशर प्रशिक्षण कर रहे पायलटों को भी फरवरी तक चालक दल में शामिल करने की अनुमति दी है।इंडिगो को 12 पायलट इस समय फ्लाइट ऑपरेशन इंस्पेक्टर के तौर पर डीजीसीए में प्रतिनियुक्त हैं। नियामक ने एक सप्ताह के लिए उन्हें रिलीज करने का फैसला किया है ताकि एयरलाइंस को परिचालन पटरी पर लाने में मदद मिल सके।इंडिगो ने यात्रियों को 05 से 15 दिसंबर तक के टिकट रद्द कराने पर पूरा पैसा वापस करने की बात कही है। साथ ही कहा है कि इस अवधि के टिकट रिशिड्यूल कराने पर कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होगा। (वार्ता)
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