पुरुष हॉकी में भारत ने पाकिस्तान को 10-2 से पीटकर सेमीफाइनल के लिए किया क्वालिफाई
रोहन बोपन्ना-रुतुजा भोसले की जोड़ी ने जीता स्वर्ण पदक
हांगझाेउ : कप्तान हरमनप्रीत की हैट्रिक और आक्रामक खेल शैली की बदौलत भारत ने शनिवार को एकतरफा मुकाबले में पाकिस्तान को 10-2 से पीट कर सेमीफाइनल के लिए क्वालिफाई कर लिया है।आज यहां पाकिस्तान के साथ पूल ए के मुकाबले में भारतीय टीम शुरुआत में ही आक्रामक अंदाज में दिखी। मनदीप सिंह ने 8वें मिनट में गोल दागकर भारत को 1-0 से बढ़त दिलाई। इसके बाद अभिषेक और मनदीप सिंह ने आपस में बेहतरीन तालमेल बनाया और मनदीप ने सिंह ने विपक्षी गोलकीपर को चकमा देते हुए शानदार गोल किया जबकि हरमनप्रीत सिंह ने 11वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक को गोल में तब्दील कर भारत की बढ़त को 2-0 तक पहुंचा दिया। पहले क्वार्टर की समाप्ति तक भारत ने 2-0 से बढ़त बना ली।
दिलचस्प बात यह है कि ललित कुमार उपाध्याय भारत के लिए अपना 150वां अंतरराष्ट्रीय मैच खेल रहे हैं। इस भारतीय फॉरवर्ड ने 2014 हॉकी विश्व कप में भारत के लिए डेब्यू किया था। 29 वर्षीय खिलाड़ी 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। वह टोक्यो 2020 के ओलंपिक कांस्य पदक विजेता भी हैं।भारतीय टीम अभी तक पूरी तरह से पाकिस्तान के ऊपर हावी दिख रही है। दूसरे क्वार्टर में ललित कुमार ने गोल करने का एक मौका बनाया, लेकिन उनका प्रयास साइड नेटिंग से टकराकर असफल हो गया।दूसरे क्वार्टर के आखिरी लम्हों में सुमित ने गोलकर भारत को 4-0 से बढ़त दिलाई। इस तरह पहले हाफ की समाप्ति तक भारत ने एकतरफा अपनी बढ़त बरकरार रखी और पाकिस्तान टीम को एक भी गोल नहीं करने दिया।
तीसरे क्वार्टर की शुरुआत से ही भारत ने पजेशन अपने पास बनाए रखा और एक पेनल्टी स्ट्रोक हासिल कर लिया, जिसने हरमनप्रीत सिंह ने एक बार इसे गोल में तब्दील कर अपनी गोल की हैट्रिक पूरी की।भारत ने इसके अगले ही मिनट में एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर स्कोर को 6-0 पहुंचा दिया। भारत बनाम पाकिस्तान मुकाबले में हरमनप्रीत सिंह का एक बार फिर दबदबा देखने को मिला।पाकिस्तान टीम ने तीसरे क्वार्टर में एक पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर अपनी टीम का खाता खोला। पाकिस्तान के लिए यह गोल मुहम्मद सुफियान खान ने 38वें मिनट में किया। पाकिस्तान ने मैच में अपना तीसरा पेनल्टी कॉर्नर हासिल किया, लेकिन भारतीय डिफेंस के आगे वे उसे गोल में तब्दील करने में असफल रहे।
मुकाबले के 41वें मिनट में वरुण कुमार ने पाकिस्तानी डिफेंस को चकमा देकर फील्ड गोल किया। इस तरह भारत ने 7-1 से अपनी बढ़त बरकरार रखी। तीसरे क्वार्टर के आखिरी लम्हों में पाकिस्तान ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में तब्दील कर अपने स्कोर में इजाफा किया। अब्दुल वहीद अशरफ राणा ने यह गोल किया।चौथे और आखिरी क्वार्टर के शुरुआत में ही भारतीय खिलाड़ी शमशेर सिंह ने एक फील्ड गोलकर भारत की बढ़त को 8-2 तक पहुंचा दिया। शमशेर ने पाकिस्तान की डिफेंस को चकमा देकर यह गोल अपने नाम किया। ललित कुमार उपाध्याय ने एक बेहतरीन पास को गोल में तब्दील कर अपना पहला गोल किया। ललित ने पाकिस्तान के गोलकीपर को चकमा देते हुए यह 49वें मिनट में गोल किया इसी के साथ ही भारत की बढ़त 9-2 हो गई।
53वें मिनट में वरुण ने मैच का अपना दूसरा और भारत का 10वां गोल दागा और भारतीय टीम ने पाकिस्तान को 10-2 से हरा दिया।उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम ने अपने पूल के शानदार प्रदर्शन करते हुए अभी तक खेले गये सभी चारों मुकाबले जीते है। भारत का आखिरी पूल-ए मुकाबला बंगलादेश के साथ होगा।
रोहन बोपन्ना-रुतुजा भोसले की जोड़ी ने जीता स्वर्ण पदक
भारत के रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने एशियाई खेलों में टेनिस मिश्रित युगल टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक अपने नाम किया।भारतीय जोड़ी ने शनिवार को चीनी ताइपे के सुंग-हाओ हुआंग और एन शुओ लियांग की जोड़ी को 2-6, 6-3, [10-4] से हरा कर भारत के लिये स्वर्ण पदक जीता। चीनी ताइपे की जोड़ी को हराने के लिए बोपन्ना और भोसले ने एक घंटे 14 मिनट का समय लिया। एशियन गेम्स में बोपन्ना का यह दूसरा स्वर्ण पदक है। इससे पहले एशियन गेम्स में रोहन बोपन्ना ने अपना पहला टेनिस फाइनल खेलते हुए जकार्ता 2018 में पुरुष युगल का स्वर्ण पदक जीता था।
हालांकि, हांगझाउ में रोहन बोपन्ना और उनके पुरुष युगल साथी युकी भांबरी राउंड ऑफ 16 से आगे नहीं बढ़ सके।गौरतलब है कि एशियन गेम्स 2023 टेनिस के पहले राउंड में भारत की मिश्रित जोड़ी को बाई मिला था। दूसरे राउंड में उन्होंने उज़्बेकिस्तान के अकगुल अमानमुराडोवा-मक्सिम शिन को 6-4, 6-2 से हराने के बाद राउंड ऑफ 16 में अयानो शिमिज़ु-शिनजी हजावा को 6-3, 6-4 से हराया था।रोहन बोपन्ना और रुतुजा भोसले ने टेनिस के मिश्रित युगल क्वार्टरफाइनल में झिबेक कुलम्बायेवा-ग्रिगोरी लोमाकिन की कज़ाकिस्तान की जोड़ी को 7-5, 6-3 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी जहां उन्होंने चीनी ताइपे के हाओ-चिंग चान और यू-सिउ सू को 6-1, 3-6, [10-4] से हराकर फाइनल तक का सफ़र तय किया।
स्क्वैश: पाकिस्तान को हराकर भारत ने जीता सोना
एशियन गेम्स में भारतीय पुरुष स्क्वैश टीम ने शनिवार को खिताबी मुकाबले में पाकिस्तान को 2-1 से हरा कर स्वर्ण पदक अपनी झोली में डाल लिया।हांगझोउ ओलंपिक सेंटर में सौरव घोषाल, महेश मनगांवकर और अभय सिंह की टीम ने रोमांचक मैच में पाकिस्तान को 2-1 से हराकर भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। पाकिस्तान के इकबाल नासिर ने भारत के महेश मनगांवकर को 3-0 (11-8, 11-3, 11-2) से हराकर मुकाबले की शुरुआत की, लेकिन अगले ही मुकाबले में भारतीय खिलाड़ी सौरव घोषाल ने मोहम्मद आसिम खान को 3-0 (11-5, 11-1, 11-3) से बराकर भारत को बराबरी दिलाई।(वार्ता)