हिन्दी कार्यशाला के माध्यम से रेल सेवा आचरण नियमों पर मार्गदर्शन
बरेका के राजभाषा विभाग के तत्वावधान में वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी अंकुर रामपाल के नेतृत्व में हिन्दी कार्यशाला आयोजित की गई। मुख्य वक्ता वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी श्री राज कुमार गुप्ता ने “रेल सेवा (आचरण) तथा अनुशासन एवं अपील नियम” पर महत्वपूर्ण जानकारी दी। बरेका के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और कार्यशाला को अत्यंत उपयोगी बताया।
बनारस रेल इंजन कारखाना (बरेका) में राजभाषा विभाग के तत्वावधान में एक दिवसीय हिन्दी कार्यशाला का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला वरिष्ठ राजभाषा अधिकारी एवं उप सचिव, महाप्रबंधक कार्यालय अंकुर रामपाल के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में संपन्न हुई। कार्यक्रम का उद्देश्य कार्यालयी कार्य में हिंदी के प्रभावी उपयोग, सरकारी नियमों की स्पष्ट समझ और अनुशासनात्मक व्यवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना था।
इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में वरिष्ठ कार्मिक अधिकारी (मुख्यालय) राज कुमार गुप्ता ने उपस्थित कर्मचारियों को “रेल सेवा (आचरण) तथा अनुशासन एवं अपील नियम” विषय पर अत्यंत व्यापक, व्यवहारिक और उपयोगी जानकारी प्रदान की। उन्होंने अपने व्याख्यान में भारतीय रेलवे के कर्मचारियों के आचरण संबंधी नियमों, शिस्तपूर्ण आचार-व्यवहार, अनुशासनात्मक कार्यवाही, अपील प्रक्रिया के प्रावधानों, कर्मचारियों के अधिकारों, कर्तव्यों एवं उत्तरदायित्वों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
श्री गुप्ता ने उदाहरणों के माध्यम से समझाया कि कार्यस्थल पर अनुशासन बनाए रखने, पारदर्शिता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने तथा प्रशासनिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने में इन नियमों का पालन अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि नियमों की जानकारी केवल कानूनी प्रक्रिया के लिए ही नहीं, बल्कि व्यक्तिगत कार्यक्षमता और संगठन की प्रतिष्ठा के लिए भी महत्वपूर्ण है। व्याख्यान के दौरान कर्मचारियों की जिज्ञासाओं का समाधान करते हुए उन्होंने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्पष्ट और मार्गदर्शक उत्तर प्रदान किए, जिसे प्रतिभागियों ने सराहा।
कार्यक्रम में बरेका के विभिन्न विभागों से भारी संख्या में अधिकारियों और कर्मचारियों की उपस्थिति रही। प्रतिभागियों ने कार्यशाला को अत्यंत ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक और व्यवहारिक कार्य में सहायक बताया। उनका मानना था कि इस प्रकार की कार्यशालाएं कार्यालयी कार्यप्रणाली को हिन्दी में अधिक प्रभावशील, सुगम और दक्ष बनाने में उल्लेखनीय भूमिका निभाती हैं।
कार्यक्रम का संचालन तथा धन्यवाद ज्ञापन राजभाषा विभाग के वरिष्ठ अनुवादक विजय प्रताप सिंह ने किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को कार्यशाला से प्राप्त ज्ञान को दैनिक कार्यशैली में व्यवहारिक रूप से लागू करने के लिए प्रेरित किया तथा राजभाषा विभाग की ओर से भविष्य में भी ऐसे उपयोगी कार्यक्रमों के निरंतर आयोजन का आश्वासन दिया।
बरेका राजभाषा विभाग द्वारा आयोजित यह कार्यशाला हिन्दी में प्रशासनिक और तकनीकी कार्यों को सरल, पारदर्शी और प्रभावी बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।
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