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17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का भव्य शुभारंभ

इंदौर : मध्यप्रदेश के इंदौर में शनिवार को 17वें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन का भव्य शुभारंभ हुआ जिसमें इस वर्ष भारतवंशी समुदाय को देश की विकास यात्रा में सहभागी बनाने पर फोकस होगा।कोविड के कारण चार वर्ष के अंतराल के बाद प्रत्यक्ष रूप से आठ से 10 जनवरी तक आयोजित होने वाला प्रवासी भारतीय सम्मेलन आज़ादी के अमृत महोत्सव के बाद अमृतकाल का पहला प्रवासी भारतीय सम्मेलन है। इस सम्मेलन में अगले 25 वर्ष यानी अमृतकाल में भारत को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विज़न को रेखांकित किया जाएगा और इसीलिए इस वर्ष इस सम्मेलन की थीम ‘भारतवंशी समुदाय : अमृतकाल में भारत की प्रगति में विश्वसनीय भागीदार’ रखी गयी है।

सरकार का मानना है कि अगले ढाई दशकों में भारत की विकास यात्रा को गति देने में प्रवासी भारतीय या भारतवंशी समुदाय की बड़ी महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है। इस बार मध्यप्रदेश साझीदार राज्य है।इस समय तक करीब 70 देशों के लगभग 3500 प्रतिनिधियों ने पंजीकरण कराया है। सम्मेलन के मुख्य अतिथि के रूप में गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली आज इंदौर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया। सम्मेलन में विशेष अतिथि के रूप में सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी मौजूद रहेंगे।आठ जनवरी को पहले दिन परंपरा के अनुरूप युवा प्रवासी दिवस सम्मेलन का आयोजन किया गया जिसकी मेज़बानी खेल एवं युवा मामलों के मंत्रालय ने की।मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केन्द्र सरकार में सूचना प्रसारण, खेल एवं युवा मामलों के मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर, विदेश मंत्री एस जयशंकर और आस्ट्रेलिया की सांसद सुश्री ज़ेनिटा मेस्कानरेन्हास ने इंदौर के ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।

युवा प्रवासी भारतीय दिवस के मुख्य सत्र की थीम “युवा भारतवंशी की नवान्वेषण एवं नवीन तकनीक में भूमिका” थी। अपने संबोधन में श्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रवासी भारतीयों के दिल में भारत हमेशा बसा रहता है और हमारे दिलों में भी आप धड़कते है। प्रवासी भारतीय विदेशों में जो उपलब्धि हासिल करते है तो उस पर हमें भी गर्व होता है। ठाकुर ने कहा कि जिस इंग्लैड ने 200 साल तक हम पर राज किया। उसे पछाड़ कर हम विश्व की पांच बड़ी अर्थव्यवस्था में शामिल हुए है। यह हमारे देश के लिए गर्व की बात है। कोरोनाकाल में भी भारत किसी देश पर निर्भर नहीं रहा, बल्कि आत्मनिर्भर बना है। सौ से अधिक देशों को हमने कोरोना वैक्सीन दी है,क्योंकि हम विश्व को एक परिवार मानते है। देश में 80 हजार से ज्यादा स्टार्टअप है।

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रवासी भारतीय भारत का डंका विश्व में बजा रहे है। हमें आप पर नाज है। एक व्यक्ति अगर ठान ले तो दुनिया बदल सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इसे साबित किया है। उनके नेतृत्व में आज देश आगे बढ़ रहा है। हर बड़ी कंपनियों में बड़े पदों पर भारतीय आसीन है। आगे बढ़ने के लिए तकनीक में पारंगत होना जरुरी है। प्रदेश के इंदौर में डेढ़ हजार से ज्यादा स्टार्टअप है। मध्य प्रदेश भी प्रगति के पथ पर लगातार आगे बढ़ रहा है।पहले दिन मध्य प्रदेश की औद्योगिक क्षमताओं से संबंधित 3 क्षेत्रों – टेक्सटाईल एण्ड गारमेंट्स : वीविंग द ग्रोथ स्टोरी ऑफ एम.पी., सूचना प्रौद्योगिकी और संबद्ध सेक्टर में मध्यप्रदेश में होने वाले बदलावों की कहानी एवं हेल्थ केयर एण्ड फार्मास्यूटिकल्स इन्वेस्टमेंट : रिशेपिंग द ग्लोबल हेल्थ वेल्यू चेन पर सत्र होंगे।

इसके बाद 3 महत्वपूर्ण सत्र में इन्वेस्ट इन मध्यप्रदेश- द फूड बास्केट, स्टार्टअप ईको सिस्टम-अनलीशिंग द एन्ट्रेप्रेन्योरियल स्ट्रेंथ ऑफ मध्यप्रदेश एवं टूरिज्म अपॉर्चुनिटी इन द हॉर्ट ऑफ इन्क्रेडिबल इण्डिया, विषय पर महत्वपूर्ण चर्चा हुई। शाम को मध्यप्रदेश की अनूठी सांस्कृतिक विशेषताओं पर आधारित सांस्कृतिक सम्मेलन आयोजित किया गया। आज भारत को जानो कार्यक्रम के तहत 40 -40 युवा प्रवासियों के दो दल भी शामिल हुए जिन्हें क्रमश: कर्नाटक एवं मध्यप्रदेश के भ्रमण का अवसर मिला।सोमवार नौ जनवरी को मुख्य प्रवासी भारतीय दिवस समारोह का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी करेंगे जबकि दस जनवरी को समापन समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करीब 23 प्रवासी भारतीयों को प्रवासी भारतीय सम्मान प्रदान करेंगी।

उन्होंने कहा कि मंत्रिस्तरीय प्रतिनिधियों में मॉरीशस, मलेशिया एवं पनामा के मंत्री शामिल होंगे जो विदेश मंत्री एस जयशंकर के निमंत्रण पर आ रहे हैं। मॉरीशस, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका, कतर एवं ओमान आदि देशों से बड़े प्रतिनिधिमंडल आ रहे हैं।सम्मेलन में पांच मुख्य सत्र युवा शक्ति, स्वास्थ्य, सॉफ्ट पावर, भारतीय कामगार एवं महिलाओं पर केन्द्रित होंगे जिनमें से चार सत्रों में केन्द्रीय मंत्री शिरकत करेंगे। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उद्घाटन एवं समापन सत्र में शामिल होंगे। इसके अलावा जी-20 की थीम पर जी-20 शेरपा अमिताभ कांत और जी-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृंगला एक टाउनहाल भी करेंगे।

प्रवासी भारतीय समुदाय के लिए उज्जैन में महाकाल कॉरीडोर और मांडू आदि पर्यटनस्थलों की सैर का भी कार्यक्रम बनाया गया है। इसी के साथ मध्यप्रदेश सरकार ने भी 11 एवं 12 अक्टूबर को वैश्विक निवेशक सम्मेलन का आयोजन किया है जिसमें प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन में आने वाले अनेक मेहमान शिरकत करेंगे।भारतीय प्रवासी सम्मेलन की साज-सजावट में कोई कसर बाकी नहीं रखी गई है। तीन दिन तक चलने वाले आयोजन में फूलों पर ही 35 लाख रुपये से ज्यादा खर्च किए गए हैं। सम्मेलन के लिए खास तौर पर विदेशों से फूल मंगाए गए हैं। बेंगलरु, पूणे, हिमाचल प्रदेश से इंदौर तक सैकड़ों किलोमीटर का सफर कर आए फूलों से आयोजन स्थल महकेगा।

सम्मेलन स्थल पर 30 तरह के फूलों एवं पत्तियों से सजावट की गयी है। सजावट के लिए बैंकाक से खास तौर पर एथोरियम फ्लावर मंगाया गया है। इस एक फूल की कीमत 100 रुपये है। पुणे से विशेष प्रकार के गुलाब भी बड़ी मात्रा में मंगाए गए है। हिमाचल प्रदेश की वादियों में खिलने वाला लिलियम का फूल भी आकर्षक का केंद्र रहेगा। रजनीगंधा, लिली के फूल भी सजावट में इस्तेमाल किए जा रहे है। फूल मुरझाए नहीं,इसलिए लगातार पानी का सप्रे उन पर होता रहेगा। उनकी जड़ों में भी विशेष तरह का केमिकल लगाया जा रहा है।मुख्यमंत्री ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर में मध्यप्रदेश पवेलियन और प्रदर्शनी का शुभारंभ किया। मध्यप्रदेश पवेलियन में राज्य सरकार के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित गतिविधियों तथा योजनाओं के क्रियान्वयन को प्रस्तुत किया गया है। पवेलियन में आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश के भाव को अभिव्यक्त करते प्रदेश में आरंभ स्टार्टअप के स्टॉल लगे हैं, इसके साथ ही विभिन्न औद्योगिक समूहों द्वारा प्रदेश में निर्मित उत्पादों का प्रदर्शन किया गया।

श्री चौहान ने मध्यप्रदेश पवेलियन में ओंकारेश्वर में निर्मित हो रहे अद्वैत वेदांत संस्थान और आचार्य शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापना के प्रकल्प पर बनाए गए एकात्म धाम मंडप का अवलोकन किया। पवेलियन स्थल पर इस मंडप का निर्माण भारतीय वास्तुकला की नागरशैली के अनुसार श्रीयंत्र की रचना के आधार पर किया गया है। बिन्दु से सृजन की उत्पत्ति, स्थिति और लय को दर्शाते इस मंडप में ओंकारेश्वर में निर्मित होने वाले संस्थान के डिजाईन, अद्वैत दर्शन तथा संस्थान की विकास प्रक्रिया को सुरूचिपूर्ण तरीके से प्रदर्शित किया गया। ओंकारेश्वर में स्थापित होने वाली आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची प्रतिमा का संक्षिप्त स्वरूप तथा प्रसिद्ध चित्रकार वासुदेव कामथ की पेंटिंग भी एकात्म धाम में प्रदर्शित की गई है।

श्री चौहान ने मध्यप्रदेश पवेलियन में लगाए गए चाय सुट्टा बार स्टार्टअप के स्टॉल पर बैठकर चाय पी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्टार्टअप किमिरिका, पता, डायरेक्ट शॉप किराना, कार्बन न्यूट्रल कम्पनी इकाई, नीव क्लाउड, ग्राम-ओ-फोन, लकड़ी पर केन्द्रित नवाचार सिग्नीफाय के स्टॉल पर स्टार्टअप आरंभ करने वाले युवाओं से चर्चा की।(वार्ता)

 

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