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यूक्रेन में फंसे भारतीयों की मदद के लिए जायेंगे चार केंद्रीय मंत्री,विशेष ट्रेन से कीव छोड़ेंगे भारतीय

नयी दिल्ली : यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध में दिनोंदिन खराब होते हालातों के बीच वहां फंसे भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने के काम में समन्वय के लिए सरकार ने चार केंद्रीय मंत्रियों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों में भेजने का फैसला किया है।सूत्राें ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन संकट पर हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह निर्णय लिया कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को यूक्रेन के पड़ोसी देशों की मदद से बाहर निकालने के मिशन में हिस्सा लेने के लिए केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कानून एवं न्याय मंत्री किरण रिजिजू और पूर्व सेना प्रमुख सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री जनरल वी के सिंह जायेंगे। प्रधानमंत्री ने सभी को आश्वस्त किया कि यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की सुरक्षा और उन सभी की सुरक्षित निकासी सरकार की पहली प्राथमिकता है।(वार्ता)

कीव में हटा कर्फ्यू, विशेष ट्रेन से कीव छोड़ेंगे भारतीय

कीव । यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के बाद राजधानी कीव में फंसे भारतीयों को बचाने की भारत सरकार की कोशिशें अब रंग ला रही हैं। यूक्रेन सरकार ने कीव में कर्फ्यू हटाने की घोषणा की है। कीव में फंसे भारतीय छात्रों एवं अन्य भारतीयों को यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों तक पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेन भी चलायी जाएगी, ताकि उन लोगों की सुरक्षित भारत वापसी सुनिश्चित करायी जा सके। यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद वहां फंसे 18 हजार से अधिक भारतीयों की सकुशल वापसी के लिए विदेश मंत्रालय ने यूक्रेन के पड़ोसी देशों की राह पकड़ी है। यूक्रेन में फंसे भारतीयों को हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया के रास्ते दिल्ली लाने की रणनीति बनाई गयी है। इसके लिए इन देशों की यूक्रेन के साथ सटी सीमाओं पर विशेष भारतीय प्रतिनिधियों की तैनाती की गयी है।

इस रणनीति के क्रियान्वयन की शुरुआत तो हो गयी, किन्तु यूक्रेन की राजधानी कीव में भारी संख्या में भारतीय फंसे रह गए। रूसी सेनाओं के कीव पर हमले के चलते वहां कर्फ्यू लगा दिया गया था। इस कारण लोग कीव से बाहर निकल नहीं पा रहे थे। कीव स्थिति भारतीय दूतावास ने एक ट्वीट कर जानकारी दी है कि यूक्रेन की राजधानी कीव में वीकेंड कर्फ्यू हटा लिया गया है। ट्वीट में सभी छात्रों को सलाह दी गयी है कि वे रेलवे स्टेशन पहुंचें, ताकि यूक्रेन के पश्चिमी हिस्सों की यात्रा कर सकें। ट्वीट में बताया गया है कि यूक्रेन रेलवे छात्रों की सुरक्षित निकासी के लिए विशेष रेलगाड़ियां चला रहा है। छात्रों को पश्चिमी यूक्रेन पहुंचाकर वहां से पड़ोसी देशों के रास्ते से भारत लाने की तैयारी है।(हि.स.)

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