
नई दिल्ली । कांग्रेस के चार सांसदों को संसद के मॉनसून सत्र की शेष अवधि के लिए सदन की कार्यवाही से निलंबित कर दिया गया है।लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार को महंगाई के मुद्दे पर हंगामा कर रहे कांग्रेस के मणिकम टैगोर, राम्या हरिदास, ज्योतिमणि और टीएन प्रतापन को मॉनसून सत्र की शेष अवधि में शामिल होने पर रोक लगा दी। ये चारों सदस्य सदन में तख्तियां लेकर महंगाई के मुद्दे पर नारेबाजी कर रहे थे।
इससे पहले कांग्रेस सदस्यों को चेतावनी देते हुए बिरला ने कहा था कि वे सदन के अंदर तख्तियां न लहराएं । सदन के बाहर वे तख्तियां लेकर प्रदर्शन करें, सदन के अंदर नहीं।बिरला ने कांग्रेस सदस्यों के निलंबन के बाद सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी।उल्लेखनीय है कि मॉनसून सत्र के पहले दिन से ही कांग्रेस समेत कई विपक्षी दल महंगाई के मुद्दे पर चर्चा की मांग को लेकर संसद के दोनों सदनों में नारेबाजी और हंगामा कर रहे हैं।
हंगामे पर लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, तख्तियां लाने वाले नहीं होंगे कार्यवाही का हिस्सा
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सोमवार दोपहर में सदन की कार्यवाही में बाधा डालने पर हंगामा कर रहे सदस्यों को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि नारेबाजी करने वाले और तख्तियां लेकर आने वाले सदस्यों को सदन की कार्यवाही का हिस्सा नहीं बनने दिया जाएगा।लोकसभा की कार्यवाही सोमवार दोपहर 2 बजे शुरु हुई। कार्यवाही की शुरुआत में लोकसभा अध्यक्ष ने पहले सदन की ओर से नीरज चोपड़ा को विश्व एथलिटिक चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने पर बधाई दी। साथ ही उन्होंने नए राष्ट्रपति के चयन का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति बनने से देश में एक नई उर्जा का संचार और नया उल्लास पैदा हुआ है।
अध्यक्ष के उल्लेख के बाद प्रश्नकाल प्रारंभ होने पर विपक्ष के कई सदस्य तख्तियां लेकर सदन के बीचों बीच आ गए। विपक्ष महंगाई और रसोई गैस और अन्य मुद्दे उठा रहा था। इसपर अध्यक्ष ने सदस्यों को सदन की मर्यादा बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर में सदस्यों का यह तौर-तरीका ठीक नहीं है। सदन की कार्यवाही सुचारू चलने से लोगों को सदन पर विश्वास बढ़ेगा।
थोड़े समय बाद एक बार फिर अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों से आग्रह किया कि उनके मुद्दों पर प्रश्नकाल के बाद वे चर्चा कराने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि देश की जनता चाहती है कि सदन चले लेकिन इस तरीके से सदन नहीं चल सकता। विपक्ष को अपनी बात रखने का प्रश्नकाल के बाद पर्याप्त मौका मिलेगा। हंगामा जारी रहने पर अध्यक्ष ने कार्यवाही को 3 बजे तक स्थगित कर कहा कि अब विपक्ष को तख्तियां और नारेबाजी का अधिकार केवल सदन के बाहर होगा।(हि.स.)