क्रय विक्रय सहकारी समिति की चुनावी प्रक्रिया हंगामा के चलते स्थगित
भाजपा व सपा समर्थक आमने-सामने, लगे आरोप प्रत्यारोप
- देवेश मोहन
दुद्धी,सोनभद्र : क्रय विक्रय सहकारी समिति की ग्यारह सदस्यीय प्रबंध कमेटी सदस्यों की चुनावी प्रक्रिया के दरम्यान शनिवार को भाजपा-सपा प्रत्याशी व उनके समर्थक आमने सामने आ गये। जिसके कारण चुनाव स्थगित करना पड़ा।
ज्ञातव्य हो कि सहकारिता (क्रय विक्रय) से जुड़े 11 सदस्यीय संचालक मंडल के चुनाव हेतु 3 अप्रैल से निर्वाचन प्रक्रिया चालू है। 12 अप्रैल को मतदान होना था। जिसके लिए शनिवार को नामांकन पत्रों को विक्री और नामांकन दाखिल की तिथि नियत थी। निर्धारित समय से शुरू हुई प्रक्रिया के दौरान एक फार्म की विक्री हुई ही थी कि भाजपा से जुड़े प्रत्याशी एवं समर्थकों ने महुली लैम्पस से चुने हुए प्रतिनिधियों के नाम में हेराफेरी का आरोप लगाते हुए, धरना पर बैठ गये।
उधर सपा समर्थित प्रत्याशी एवं समर्थक भी जबरदस्ती व्यवधान उत्पन्न करने का आरोप लगाते हुए, वे भी धरने पर बैठ गये। दोनों तरफ से तरह तरह के आरोप प्रत्यारोप के साथ नारेबाजी भी होती रही। दोनों तरफ से तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी मात्रा में पुलिस व पीएसी फोर्स लगा दी गयी। सूचना पर सीओ दद्दन प्रसाद गोंड़ व तहसीलदार ब्रजेश कुमार वर्मा के साथ पहुंचे एसडीएम एसपी सिंह ने निर्वाचन अधिकारी ओमप्रकाश जैसवार से सारी जानकारी ली।
इसके बाद दोनों पक्ष के लोगों को बैठाकर बातचीत से हल निकालने की कोशिश की। मगर नतीजा सिफर रहा और दोनों पक्ष अपनी अपनी मांगों पर अड़े रहे। भाजपा प्रत्याशी चाहते थे कि आज की चुनावी प्रक्रिया स्थगित कर, गलत तरिके से सपा समर्थित प्रत्याशी का नाम भेजने वाले अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई हो। वहीं सपा प्रत्याशी चाहते थे कि चुनावी प्रक्रिया चालू रहे। इसको लेकर साढ़े दस बजे से सायं 4 बजे तक दोनों पक्ष धरना पर बैठे रहे और निर्वाचन प्रक्रिया का समय समाप्त हो गया।
इस बीच करीब सवा तीन बजे नामांकन के सवाल पर दोनों पक्ष फिर आमने सामने आ गये। तनातनी का माहौल देख कोतवाल सुभाष चंद राय ने सक्रियता से दोनों पक्षों को अलग कर दिया। अंत में 4 बजे के बाद निर्वाचन अधिकारी ने दोनों पक्ष के धरना और नामांकन फार्म की विक्री न होने आदि को आधार बनाते हुए नोटिस चस्पा कर, चुनाव स्थगित करने की घोषणा कर दी। मौके पर हंगामा की स्थिति को देखते हुए, सीओ व तहसीलदार के साथ एसडीएम सायं 4 बजे तक डटे रहे।