
ईडी ने नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया, राहुल के खिलाफ अदालत में दर्ज कराया मामला
गांधी परिवार पर ईडी कारवाई राजनीति से प्रेरित, ईडी का करेंगे घेराव : कांग्रेस
नयी दिल्ली : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को नेशनल हेराल्ड से संबंधित कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी के कुछ अन्य नेताओं के खिलाफ यहां एक विशेष अदालत में मामला दर्ज कराया।ईडी ने मनी लांड्रिंग निवारक अधिनियम (पीएमएलए) से संबंधिम मामलों की सुनवायी करने वाली विशेष अदालत के न्यायाधीश विशाल गोगने के समक्ष यह शिकायत प्रस्तुत की । अदालत ने इस मामले में ईडी के आरोपों पर आधिकारिक नोटिस लेने पर सुनवायी के लिए 25 अप्रैल की तारीख निर्धारित की है।
गांधी परिवार पर ईडी कारवाई राजनीति से प्रेरित, ईडी का करेंगे घेराव : कांग्रेस
कांग्रेस ने पार्टी नेता सोनिया गांधी तथा राहुल गांधी के खिलाफ नेशनल हेराल्ड मामले में आरोप पत्र दाखिल करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए इसे राजनीति से प्रेरित कारवाई बताया और कहा कि इसके खिलाफ पूरे देश में बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का घेराव किया जाएगा।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा,“नेशनल हेराल्ड के विषय में जो प्रक्रियाएं चल रही हैं, वो नई नहीं हैं, क्योंकि जब ये केस शुरू हुआ था, तभी हमने कहा था कि ये बड़ा विचित्र मामला है। यह केस बिना एक रुपए, बिना एक रुपए की प्रॉपर्टी के स्थानांतरण के शुरू हुआ है। नेशनल हेराल्ड की पुरानी प्रॉपर्टी को मैनेज करने के लिए एक नॉट फॉर प्रॉफिट- सेक्शन-8 की कंपनी बनाई गई जिसमें श्रीमती गांधी और अन्य लोग जुड़े हुए थे। इसमें ना डिविडेंड दिया जा सकता है और ना ही वाणिज्यिक आदान-प्रदान हो सकता है।
”उन्होंने कहा,“इस कड़ी में एक मनगढ़ंत और झूठा केस रचा गया है। उसी श्रृंखला में चार्जशीट दाखिल करने की भी प्रक्रिया हुई है। शुरुआत से इस मामले का कानूनी रूप से सामना किया जा रहा है। यह एक फेक मामला है जिसमें कोई तथ्य नहीं है। अंततोगत्वा इस मामले में कोर्ट अपनी स्पष्टता रखेगा। इस केस को राजनीतिक प्रतिशोध की भावना से चलाया जा रहा है, जो दिख रहा है।”पार्टी महासचिव संगठन के.सी. वेणुगोपाल ने कहा,“मोदी-शाह सरकार की विपक्ष के खिलाफ बदले की भावना से काम करने की कोई सीमा नहीं है।
श्रीमती गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ स्तर से बहुत नीचे उतरकर, राजनीति से प्रेरित और मनगढ़ंत नेशनल हेराल्ड मामले का इस्तेमाल कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है जो विपक्ष की आवाज को डराने और चुप कराने की कोशिश का स्पष्ट उदाहरण है। यह प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की हताशा को दर्शाता है, जो लोगों की चिंताओं को दूर करने में विफल रहे हैं और लगातार ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। वे भूल गए हैं कि यह एक ऐसा परिवार है जिसने देश के लिए अपना खून बहाया है। उनकी चालें, उनकी चाटुकार एजेंसियों का इस्तेमाल करना हमें रोक नहीं सकता – बल्कि, यह केवल इस विभाजनकारी, विनाशकारी शासन के खिलाफ हमारे संकल्प को और मजबूत करने वाला है।
”उन्होंने कहा,“हम कल देश भर में ईडी कार्यालयों के बाहर विरोध प्रदर्शन करेंगे और इस तरह की प्रतिशोध और धमकी की राजनीति के खिलाफ अपना कड़ा विरोध दर्ज कराएंगे।”कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा,“नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को ज़ब्त करना कानून के शासन का मुखौटा ओढ़कर एक राज्य प्रायोजित अपराध है। श्रीमती सोनिया गांधी,श्री राहुल गांधी और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल करना, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा की गई बदले की राजनीति और डराने-धमकाने की कोशिश के अलावा कुछ नहीं है। कांग्रेस और उसका नेतृत्व चुप नहीं बैठेगा।सत्यमेव जयते।”(वार्ता)