
वाराणसी। मृतक आश्रित कोटे में नौकरी नहीं मिलने शनिवार को विषाक्त का सेवन करने वाले बालेश्वर की इलाज के दौरान रविवार को मौत हो गयी। घटना की जानकारी होते ही बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने चक्काजाम कर दिया ऐसे में लॉ एंड आर्डर को मेंटेन करने के लिए तीन थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को समझाकर शांत कराया और रास्ता खुलवाया। वहीं मृतक बालेश्वर की डेड बॉडी पीएम के लिए शिवपुर भेजा गया।27 अगस्त को श्री कच्चा बाबा इंटर कॉलेज जाल्हूपुर में मृतक आश्रित नौकरी के लिए बालेश्वर पहुंचा था। यहां नौकरी के बाबत प्रधानाचार्य से विवाद हुआ जिसके बाद उसने विषाक्त का सेवन कर लिया। आनन-फानन में उसे बीएचयू लाया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच पायी।
जानकारी के अनुसार बालेश्वर तीन से अपने पिता हीरालाल जो कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी थे। उनके स्थान पर आश्रित कोटे से नौकरी के लिए प्रयास कर रहा था। लेकिन उसे नौकरी नहीं मिली इसके पीछे कारण वह कॉलेज के प्रधानाचार्य को मानता था। शनिवार को कॉलेज पहुंचकर उसकी प्रधानाचार्या से कुछ बहस हुई इसके बाद उसने विषाक्त का सेवन कर लिया। बालेश्वर की मृत्यु के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने चंद्रा बलुआ मार्ग जाम कर दिया है। मौके पर पुलिस क्षेत्राधिकारी अभिषेक पाण्डेय,चोलापुर, लोहता और चौबेपुर थानाध्यक्ष मय फोर्स पहुंचे स्थिति संभाला।