
सूर्यग्रहण के चलते काशीपुराधिपति का दरबार दीपावली के दिन अपरान्ह से बंद रहेगा
वाराणसी । कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या दीपावली पर्व के दूसरे दिन मंगलवार को सूर्यग्रहण है। ऐसे में सूतक काल को देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ का दरबार दीपावली के दिन सोमवार अपरान्ह 3.30 से आम लोगों के लिए बंद कर दिया जायगा। 26 अक्टूबर बुधवार तड़के मंगला आरती के बाद मंदिर का पट आम लोगों के लिए खुल जायेगा। रविवार शाम श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास परिषद ने ये निर्णय लिया है।
परिषद ने निर्णय लिया है कि श्री काशी विश्वनाथ धाम में 25 अक्टूबर की शाम सप्तर्षि आरती, श्रृंगार भोग आरती और शयन आरती नहीं होगी। अगले दिन मोक्षकाल के बाद मोक्ष पूजा / मंगला आरती के साथ मंदिर आम दर्शनार्थियों के लिए पुन: खोल दिया जाएगा।
मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार वर्मा ने बताया कि सूर्य ग्रहण के चलते सूतक काल में दर्शन-पूजन प्रतिबंधित रहेगा और सोमवार दोपहर 3:30 बजे से धाम में श्रद्धालुओं का प्रवेश भी वर्जित रहेगा।
श्री संकट मोचन दरबार में हनुमत जयंती की खास झांकी का दर्शन भोर में
श्री हनुमत जयंती पर संकट मोचन दरबार में दिव्य झांकी का दर्शन सोमवार अलसुबह से होगा। श्री संकट मोचन दरबार के महाआरती के बाद सूर्योदय होते ही दर्शन पूजन का सिलसिला शुरू हो जायेगा। रविवार को ये जानकारी मंदिर के महंत प्रो. विश्वम्भरनाथ मिश्र ने दी।उन्होंने बताया कि 25 अक्टूबर मंगलवार को खंडग्रास सूर्यग्रहण है। ऐसे में मंगलवार की भोर में दरबार में मंगलाआरती के बाद मंदिर का पट बंद हो जायेगा। मंदिर का पट मोक्षकाल के बाद आमलोगों के लिए खुलगा। सूर्य ग्रहण में सूतक काल 12 घंटे पूर्व का माना गया है।(हि.स.)।