देश के विभिन्न हिस्सों में ऑक्सीजन की आवश्यकता को तत्काल पूरा करने के लिए, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) विभिन्न अस्पतालों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बड़े स्तर पर ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था करने जा रहा है।
1 लाख 50 हजार छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करेगा डीआरडीओ
ज्ञात हो, हाल ही में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सशस्त्र बलों व रक्षा संगठनों के साथ बैठक कर वर्तमान कोविड महामारी से निपटने के लिए अपना प्रयास तेज करने को कहा था। इसी का परिणाम है कि डीआरडीओ भी इस कड़ी में तेजी से कार्य कर रहा है। एक ओर जहां, डीआरडीओ ने पीएम केयर्स फंड के तहत प्रति माह 125 संयंत्र के निर्माण का भी लक्ष्य रखा है तो वहीं अब घरों में इस्तेमाल के लिए एक लाख 50 हजार छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार किए जाने का जिम्मा लिया है।
In order to tackle the surge in COVID-19 cases & subsequent requirement of oxygen, PM-CARES has allocated funds for the installation of 500 Medical Oxygen Plants across the country. These plants are planned to be set up within three months. @DRDO_India pic.twitter.com/qmMmiQmlTn
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) May 4, 2021
बताना चाहेंगे, इस दिशा में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन मजबूत चिकित्सा ढांचे और उपकरण के निर्माण कार्य में जुट गया है। रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के अध्यक्ष डॉक्टर जी. सतीश रेड्डी के मुताबिक संगठन देश के विभिन्न भागों में कई कोविड विशेष अस्पताल बना रहा है ताकि मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सकें।
To meet the urgent requirement of oxygen in various parts of the country, the @DRDO_India is arranging big size oxygen cylinders for fulfilling requirements of different hospitals.
In this regard, DRDO has handed over 75 Nos. of such Cylinders to the Delhi Government yesterday. pic.twitter.com/crxnnUjjpa
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) April 30, 2021
देशभर में 500 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगा डीआरडीओ
गौरतलब हो, डीआरडीओ ने पीएम केयर्स फंड के तहत प्रति माह 125 संयंत्र के निर्माण का भी लक्ष्य रखा है, जबकि तीन माह के भीतर वह देशभर में 500 से अधिक ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करेगा। इसके अलावा डीआरडीओ घरों में इस्तेमाल के लिए 1 लाख 50 हजार छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर तैयार करने जा रहा है। संगठन ने विभिन्न चिकित्सकीय उपकरण बनाने के लिए अपनी सैन्य विशेषज्ञता और ज्ञान का उपयोग इसलिए किया है ताकि मुश्किल की इस घड़ी में कोविड मरीजों को ज्यादा से ज्यादा राहत पहुंचाई जा सके।
ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में कारगर तकनीक
शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के अस्पतालों में कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की आपूर्ति करने में यह मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट (एमओपी) तकनीक उपयोगी होगी। इस तकनीक से एक मिनट में 1,000 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन किया जा सकता है। डीआरडीओ के एक अधिकारी ने मंगलवार को बताया कि यह प्रणाली प्रति मिनट 190 मरीजों की जरूरत पूरा कर सकती है और 195 सिलेंडर प्रति दिन चार्ज कर सकती है। डीआरडीओ ने मेसर्स टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड, बेंगलुरु को 332 और मेसर्स ट्राइडेंट न्यूमेटिक्स प्राइवेट लिमिटेड, कोयंबटूर को 48 मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट की आपूर्ति के आदेश दिए हैं।