बिहार में जहरीली शराब हादसे में मरने वालों की संख्या 81 हुई
पटना । बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या बढ़कर 81 हो गई है। इस त्रासदी में सबसे अधिक 74 मौतें सारण जिले में हुई हैं। जहरीली शराब से मृतकों की संख्या नए इलाकों में भी बढ़ रही हैं। 25 लोगों की आंखों की रोशनी चली गई है। हताहतों की संख्या और बढ़ने की संभावना है क्योंकि 30 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। इनमें से 12 की हालत गंभीर है।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने हादसे पर बिहार सरकार को नोटिस जारी किया है। एनएचआरसी ने मीडिया में आई खबरों का स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार से इस मामले में जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने पुलिस द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी की स्थिति, अस्पताल में भर्ती पीड़ितों का उपचार और पीड़ित परिवारों को कोई मुआवजा दिया गया हो तो उसका भी विवरण मांगा है। एनएचआरसी ने अप्रैल, 2016 से बिहार में अवैध शराब की बिक्री और खपत पर प्रतिबंध लगाने की अपनी नीति को लागू करने में राज्य सरकार की विफलता को भी चिन्हित किया है।
बिहार में थाने अब बन गए हैं मयखाने,
80 से अधिक मौतों का जिम्मेदार किसे मानें?#फर्जी_शराबबंदी pic.twitter.com/1EpBYZM6SZ— BJP Bihar (@BJP4Bihar) December 17, 2022
शुरुआती जांच में खुलासा हुआ है कि थाने में रखी स्पिरिट से बनी थी जहरीली शराब। इसकी ज़िम्मेदारी क्या प्रशासन की, राजद-जेडीयू सरकार की नहीं?
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इसलिए संवेदनहीन बयान दे रहे हैं क्योंकि मरने वाले ग़रीब हैं और शराब के अवैध कारोबार में लिप्त लोग सत्ता के करीब। pic.twitter.com/zFvxB1RNTy
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) December 16, 2022
लाशों के ढेर पर सत्ता की कुर्सी टिकाए बैठे हैं नीतीश कुमार,
चंदा से लोग कर रहें अपनों का अंतिम संस्कार!#बेबस_बिहार pic.twitter.com/XU4cqULjXz— BJP Bihar (@BJP4Bihar) December 16, 2022
बिहार को नीतीश कुमार की फर्जी शराबबंदी कैसे बर्बाद कर रही है।
देखिए इस रिपोर्ट में… pic.twitter.com/YdWIsgKV0M
— BJP Bihar (@BJP4Bihar) December 16, 2022