सभासद रामानंद मध्यदेशिया पर प्राणघातक हमला
पीपीगंज,गोरखपुर। नगर पंचायत पीपीगंज पर बोर्ड की बैठक के दौरान सभासद रामानंद मध्यदेशिया पर लाठी, डंडो, लात, घूसों से प्राणघातक हमला कर दिया ,जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गये है। वारदात के बाद सभासदों व व्यापार मण्डल के लोगों द्वारा कस्बे के मुख्य बाजार के सभी दुकानों को बंद करवा दिया। जिसके बाद सैकड़ो व्यापारियों व सभी सभासदो ने एक राय होकर पीपीगंज थाने में लिखित शिकायत कर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है।।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सभासद पीड़ित रामानंद मध्यदेशिया उम्र (48 वर्ष) ने अपनी लिखित तहरीर मे बताया कि शुक्रवार के दिन बोर्ड की बैठक मे सम्मिलित होने के लिये नगर पंचायत के कार्यालय पर गये थे। बैठक के समाप्ति के बाद वह सीढियो से उतरकर नीचे आ रहे थे उन पर सैकड़ो संख्या में आए लोगो ने लाठी व डंडों से उन पर प्राण घातक हमला कर दिया गया जिससे वह बेहोश होकर नीचे गिर गए।
आक्रोशित सभासदो ने पुराने नगर पंचायत के कार्यालय पर आकर सभी व्यापारियों को इकठ्ठा कर पूरे बाजार में अधिकांश दुकानों को बंद करवा दिया। जिसके बाद सभासदो द्वारा पीपीगंज थाने पर लिखित शिकायत देकर कड़ी कार्यवाही करने की मांग किया है। तहरीर के आधार पर पीपीगंज पुलिस ने पीड़ित के प्राथमिकी इलाज हेतु कौड़िया स्वास्थ्य केंद्र भेजा। जहाँ उनकी हालत को गंभीर देखते हुये जिला अस्पताल गोरखपुर रिफर कर दिया गया है। हालाँकि नगर अध्यक्ष ने सभासदों द्वारा उन पर लगाए गए सभी आरोपों को निराधार बताया है।
सूत्रों के मुताबिक बीते बृहस्पतिवार को सभासदो व अधिशाषी अधिकारी के मध्य एक मीटिंग चल रही थी उसी दौरान अखिलेश नाम का के सफाई कर्मी मीट्टिंग के बीच मे बार बार आकर बैठ गया। इस पर रामानंद मध्यदेशिया ने सफाई कर्मी को मना किया कि मीटिंग मे अवरोध पैदा हो रहा है तुम बाहर चले जाओ। जिस पर सफाई कर्मी अखिलेश द्वारा सभासदो के साथ अभद्र व्यवहार किया गया। इसी बात को लेकर आज बोर्ड की बैठक के बाद सभासद रामानंद मध्यदेशिया के उपर प्राण घातक हमला किया गया।
मामले मे नगर अध्यक्ष लक्ष्मण विश्वकर्मा का कहना है कि सभासद रामानंद मध्यदेशिया व सफाई कर्मी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गयी थी जिसके कारण आज कार्यालय पर विवाद हो गया। मेरी सहानुभूति सभासदो के साथ है। इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूँ।मामले में पीपीगंज थानाध्यक्ष आशीष सिंह का कहना है कि जांच पड़ताल कर मुकदमा दर्ज किया जायेगा। पीड़ित को प्राथमिकी इलाज हेतु अस्पताल भेजा गया है।