आस्था का हुजूम:महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख लोगों ने किया संगम स्नान
डिजिटल महाकुम्भ की धूम, वीआईपी घाट और संगम नोज पर सुबह से ही स्नान करके लोग शेयर कर रहे फोटोज और वीडियो.सोशल मीडिया पर महाकुम्भ का क्रेज, महाकुम्भ में पहुंचे लोगों ने वीडियो कॉलिंग से घर वालों को कराया डिजिटल दर्शन.डीआईजी और एसएसपी खुद कर रहे मॉनिटरिंग, अतिरिक्त पुलिस बल तैनात, ले रहे पल पल की अपडेट .मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संगम स्नान के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम
- पौष पूर्णिमा से पहले ही संगम पहुंचकर लाखों श्रद्धालुओं ने किया महास्नान
- युवाओं और बुजुर्गों के साथ बच्चों में भी संगम स्नान को लेकर गजब का उत्साह
- नेशनल यूथ डे पर युवाओं में सनातन संस्कृति को लेकर दिखा जबरदस्त उत्साह
- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से रखी जा रही है चप्पे चप्पे पर नजर
महाकुम्भनगर : महाकुम्भ में पौष पूर्णिमा के स्नान से एक दिन पहले ही संगम तट पर आस्था का जनसैलाब उमड़ पड़ा। रविवार को लाखों श्रद्धालुओं ने सुबह ही संगम में पवित्र स्नान कर लिया। इसमें युवाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। संगम पर श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संगम स्नान के लिए सुरक्षा के अभूतपूर्व इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से महाकुम्भ नगर में चप्पे चप्पे पर नजर रखी जा रही है। डीआईजी वैभव कृष्ण और एसएसपी राजेश द्विवेदी खुद सुरक्षा व्यवस्था की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। इसके अलावा अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, जो पल पल की अपडेट कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर भी महाकुम्भ का क्रेज दिख रहा है। महाकुम्भ में पहुंचे लोगों ने वीडियो कॉलिंग से घर वालों को डिजिटल दर्शन भी कराया।
युवाओं और बुजुर्गों के साथ बच्चों में भी संगम स्नान को लेकर गजब का उत्साह
संगम तट पर हर उम्र के लोगों में सनातन संस्कृति के इस महापर्व को लेकर जबरदस्त उत्साह दिखा। युवा अपनी परंपरा को जानने और उसका हिस्सा बनने के लिए उमड़े। बुजुर्ग श्रद्धालुओं के लिए भी यह आयोजन गहरी आस्था का प्रतीक बना।
डिजिटल महाकुम्भ की धूम, सोशल मीडिया पर बढ़ा क्रेज
डिजिटल युग में महाकुम्भ का क्रेज सोशल मीडिया पर छाया रहा। विशेष तौर पर वीआईपी घाट और संगम नोज पर युवाओं ने स्नान किया। जिसके बाद वीडियो और तस्वीरें बनाकर इन्हें सोशल मीडिया पर साझा किया। इसके अलावा महाकुम्भ में पहुंचे लोगों ने वीडियो कॉलिंग से घर वालों को मां गंगा का डिजिटल दर्शन कराया। कुछ लोग फेसबुक लाइव, यूट्यूब लाइव और वॉट्सएप पर ग्रुप कॉलिंग करते भी देखे गए।
नेशनल यूथ डे पर युवाओं में सनातन संस्कृति को लेकर उत्साह
नेशनल यूथ डे के अवसर पर संगम स्नान में शामिल होने वाले युवाओं का जोश देखने लायक था। सनातन संस्कृति और परंपरा से जुड़ने का यह पर्व युवाओं को अपनी जड़ों से जोड़ने का माध्यम बन रहा है।
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम, एआई कैमरों से निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर संगम में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) से हर गतिविधि पर नजर रखी जा रही है। डीआईजी वैभव कृष्ण और एसएसपी राजेश द्विवेदी की देखरेख में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है। पहली बार महा कुम्भ के दौरान इतनी आधुनिक तकनीकों का सहारा लिया गया है। सुरक्षा के लिए एआई कैमरे लगाए गए हैं, जो हर श्रद्धालु की सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे हैं। देश के विभिन्न राज्यों के साथ ही विदेश से पहुंचे श्रद्धालुओं ने भी योगी सरकार की ओर से की गई व्यवस्था की सराहना की। उनका कहना था कि इससे पहले कभी भी इतना विहंगम दृश्य नहीं देखा।
महाकुम्भ के पहले ही संगम में स्नान के लिए उमड़े श्रद्धालु,शनिवार को भी 33 लाख श्रद्धालुओं ने किया था संगम स्नान
महाकुम्भ के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा से एक दिन पूर्व ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने संगम स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित किया। पौष पूर्णिमा के पहले स्नान पर्व से पूर्व रविवार को लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं ने संगम त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। बड़ी संख्या में साधु संतों के साथ ही पुरुषों, महिलाओं, बुजुर्गों और बच्चों ने संगम में डुबकी लगाई। इससे पूर्व शनिवार को भी 33 लाख श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया था। उल्लेखनीय है कि इस बार महाकुम्भ में 45 करोड़ से ज्यादा लोगों के संगम में स्नान करने का अनुमान है।
सभी प्रमुख साधु संतों का हुआ छावनी प्रवेश पूर्ण
स्नान पर्व से पूर्व सभी प्रमुख साधु संत अखाड़ा क्षेत्र में प्रवेश कर चुके हैं। महाकुम्भ में सभी अखाड़ों का छावनी प्रवेश पूरा हो चुका है। रविवार को श्री पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन का छावनी क्षेत्र में प्रवेश हो गया है। इसके साथ ही महाकुम्भ में सनातन के ध्वज वाहक 13 अखाड़ों की छावनी क्षेत्र में मौजूदगी दर्ज हो गई। 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर पहले अमृत स्नान पर सभी अखाड़े अपने क्रम के अनुसार स्नान करेंगे।
पौष पूर्णिमा के अमृत स्नान के साथ शुरू होगा महाकुम्भ में कल्पवास