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अपराधी व उनके संरक्षणदाता निवेश के सबसे बड़े दुश्मन:सीएम योगी

1200 करोड़ की निवेश परियोजनाओं के निवेशकों को प्रदान किया भूमि आवंटन का प्रमाण पत्र

  • गीडा के स्थापना दिवस समारोह में बोले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
  • 504 करोड़ की निवेश परियोजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास
  • 260 करोड़ रुपये के 49 विकास कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण
  • प्लास्टिक पार्क, रेडीमेड गारमेंट पार्क और फ्लैटेड फैक्ट्री की मिली सौगात

गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अपराधी और उनके संरक्षणदाता निवेश के सबसे बड़े दुश्मन होते हैं। उत्तर प्रदेश में 2017 में भाजपा की सरकार बनने के साथ ही अपराधियों और उनके संरक्षणदाताओं के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई। आज उत्तर प्रदेश में निवेशकों और उनकी पूंजी की सुरक्षा की गारंटी है। इसी का परिणाम है कि आज उत्तर प्रदेश निवेश का सबसे अच्छा गंतव्य है।

सीएम योगी बुधवार शाम गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण (गीडा) के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में मुख्यमंत्री ने 504 करोड़ रुपये की 133 निवेश परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास, 260 करोड़ रुपये के 49 विकास कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास करने के साथ 1200 करोड़ रुपये की निवेश परियोजनाओं के 24 निवेशकों को भूमि आवंटन प्रमाण पत्र प्रदान किया। इस अवसर पर उपस्थित उद्यमियों व जनसमूह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में कोई आना नहीं चाहता था। यहां गुंडागर्दी, अराजकता व सत्ता संरक्षित अपराध का बोलबाला था जबकि आज सर्वाधिक सुरक्षित माहौल उत्तर प्रदेश में है। अपराध पर नकेल कसने के साथ ही सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त व्यवस्था से निवेशकों को सुविधा दी।

निवेश मित्र पोर्टल के सिंगल विंडो से ऑटो मोड पर 340 से अधिक सेवाएं निवेशकों के लिए उपलब्ध है। यह देश का सबसे बड़ा सिंगल विंडो सिस्टम है। उन्होंने कहा कि सरकार ने निवेशकों के लिए 25 सेक्टर चिन्हित किए हैं। इन सेक्टरों से जुड़े इंसेंटिव भी पोर्टल के माध्यम से ऑटो मोड पर निवेशकों को प्राप्त होते रहेंगे। किसी भी कार्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। इन सारी व्यवस्थाओं की निगरानी व समीक्षा मुख्यमंत्री कार्यालय स्वयं करता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश इज ऑफ डूइंग बिजनेस की रैंकिंग में देश में नंबर दो के पायदान पर है और शीघ्र ही इसे नंबर एक पर लाने का अभियान भी शुरू कर दिया गया है। यूपी में पर्याप्त लैंड बैंक है तो एमएसएमई की इकाइयों को शुरुआती 1000 दिन तक एनओसी लेने की बाध्यता नहीं है।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर के निवेशक भी करें भागीदारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आह्वान किया कि 10 से 12 फरवरी 2023 तक होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में गोरखपुर के निवेशक भी भागीदारी करें। उन्होंने कहा कि जो पूंजी रोजगार का सृजन करें वह निवेश है। यहां के उद्यमी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय, अस्पताल, मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, होटल, रेस्टोरेंट आदि खोलकर रोजगार का सृजन कर सकते हैं। ऐसा करने पर सरकार उनका स्वागत करते हुए हर स्तर पर सहयोग करेगी। उन्होंने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में देश और दुनिया के निवेशक भागीदारी करने आ रहे हैं।

पीएम की मंशा के अनुरूप यूपी को बनाएंगे वन ट्रिलियन डॉलर इकोनामी

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मनसा अगले 5 सालों में देश की अर्थव्यवस्था को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने की है। इसके लिए उत्तर प्रदेश ग्रोथ इंजन की भूमिका में होगा। पीएम मोदी की मंशा के अनुरूप उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाया जाएगा। इसके लिए हमें अधिक से अधिक निवेश, रोजगार सृजन और बेहतर सीडी रेशियोपर ध्यान देना होगा। मुख्यमंत्री ने उद्यमियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए प्रतिमाह जिला स्तर पर तथा प्रत्येक तीन माह पर मंडल स्तर पर बैठक करने का निर्देश प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों को दिया। इसके साथ ही उन्होंने उद्यमियों से कहा कि इन बैठकों में भी समस्याओं का समाधान ना हो तो वे शासन को पत्र लिखने या फोन करने में गुरेज न करें।

पांच वर्ष में शानदार यात्रा रही है गीडा की

गीडा दिवस समारोह में उपस्थित सभी लोगों को बधाई देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते 5 वर्षों में गीडा की विकास यात्रा शानदार रही है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि और अधिक प्रगति के लिए गीडा का लैंड बैंक बढ़ाया जाए। धुरियापार तक विस्तार करते हुए बेहतर कनेक्टिविटी दी जाए।

उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप खोलें स्किल डेवलपमेंट सेंटर

मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों की दृष्टि से उद्योगों की आवश्यकता के अनुरूप स्किल डेवलपमेंट सेंटर की स्थापना भी होनी चाहिए। जब अपने ही क्षेत्र की फैक्ट्री में रोजगार मिलने लगेगा तो पूर्वी उत्तर प्रदेश के युवाओं को बाहर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। स्किल डेवलपमेंट सेंटर के लिए गीडा को स्वयं तथा उद्यमियों के साथ मिलकर प्रयास करना चाहिए।

डिजाइनिंग ऑफ पैकेजिंग पर भी हो विशेष ध्यान

सीएम योगी ने कहा कि आज के दौर में किसी भी उत्पाद की डिजाइनिंग व पैकेजिंग का भी बड़ा महत्व है। अच्छी डिजाइनिंग व पैकेजिंग के बिना उत्पाद को अपेक्षित महत्ता नहीं मिल पाती है। उन्होंने गीडा को पैकेजिंग इंस्टिट्यूट खोलने की तैयारी करने का भी निर्देश दिया।

महिलाओं के स्वावलंबन का बड़ा आधार बनेगी फ्लैटेड फैक्ट्री

मुख्यमंत्री ने कहा कि मातृशक्ति की ताकत को समाज अभी समझ नहीं पा रहा। जबकि वे गृहस्थ को संभालने के साथ स्वाबलंबन का नया मॉडल खड़ा कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों से जोड़कर उन्हें स्वाबलंबी बना रही है। मुख्यमंत्री ने गीडा में स्थापित हो रहे फ्लैटटेड फैक्ट्री की चर्चा करते हुए कहा कि 80 यूनिटों वाली यह फैक्ट्री महिलाओं के स्वावलंबन का बड़ा आधार बन सकती है।

यहां रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में अपार संभावनाएं हैं और इनसे जोड़कर महिलाएं भी प्रतिमाह 12 से 15 हजार रुपये कमा सकती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें एक्सपोर्ट प्रमोशन को लेकर भी प्रयास करना चाहिए। यदि रेडीमेड गारमेंट को प्रोत्साहन दिया जाए तो यहां के प्रोडक्ट दक्षिण पूर्व एशिया से लेकर यूरोप तक छा जाएंगे। ऐसा होने से लाखों युवाओं व महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।

विकास के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा गोरखपुर

कभी औद्योगिक विकास की दृष्टि से शून्य और अति पिछड़े जिलों में गिना जाने वाला गोरखपुर गत पांच सालों से विकास के नए प्रतिमान स्थापित कर रहा है। सबको पता है कि नब्बे के दशक में गोरखपुर की क्या छवि और पहचान थी। नए उद्योगों की स्थापना तो दूर पहले से चले आ रहे उद्योग भी बंद होते जा रहे थे। 1989 में गीडा की स्थापना का प्रयास कागजी खानापूर्ति तक सीमित हो गया था। आवागमन के साधन नहीं थे, सड़कों की दशा अति जर्जर थी। गोरखपुर से लखनऊ जाने में 8 से 10 घण्टे और वाराणसी जाने में 6 से 7 घण्टे लग जाते थे।

एयर कनेक्टिविटी नहीं थी, ट्रेनों में सीट्स नहीं मिलती थी। 2017 के बाद पूरी तस्वीर बदल गई है। गोरखपुर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में विकास के नित नए प्रतिमान गढ़े जा रहे हैं। बंद खाद कारखाने की जगह नया कारखाना 105 प्रतिशत की दर से खाद उत्पादन कर रहा है। पिपराइच में बंद चीनी मिल की जगह नई मिल शुरू हो गई है। रोड कनेक्टिविटी मजबूत होने से गोरखपुर से लखनऊ की दूरी साढ़े तीन घण्टे और वाराणसी की दूरी ढाई घण्टे में पूरी हो जा रही है। शानदार एयर कनेक्टिविटी के चलते गोरखपुर से प्रमुख शहरों के लिए 14 फ्लाइट्स की सुविधा है।

गीडा से धुरियापार तक होगा औद्योगिक विकास

मुख्यमंत्री ने कहा कि औद्योगिक विकास का नया क्षेत्र गीडा से धुरियापार तक होगा। इसके लिए गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे के कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया जा रहा है। इसके पूर्ण होने और औद्योगिक विकास को नया आकर मिलने से लाखों की संख्या में रोजगार का सृजन होगा।

जाति, मत, मजहब में बंटे रहेंगे तो होगा विकास व पहचान का संकट

सीएम योगी ने कहा कि यह हम सभी पर निर्भर करता है कि हम अपने क्षेत्र को कैसा माहौल देना चाहते हैं। जाति, मत, मजहब में बंटे रहेंगे तो विकास नहीं होगा, पहचान का संकट होगा। दूसरे लोग हमें अविश्वास की नजर से देखेंगे।

गोरखपुर को विकास का मॉडल बनाने में हर नागरिक का रहा सहयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर को अपराध व पिछड़ेपन के कलंक से मुक्ति दिलाने का जो संकल्प लिया गया, उसे लेकर हुए आंदोलनों में एक-एक नागरिक ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। उसका परिणाम है कि आज नागरिकों के ही सहयोग से गोरखपुर की पहचान विकास के नए मॉडल के रूप में है।

हेल्थ और एजुकेशन का हब बन चुका है गोरखपुर

सीएम योगी ने कहा कि गोरखपुर आज हेल्थ और एजुकेशन सेक्टर का हब बन चुका है। बीआरडी मेडिकल कॉलेज में सुपर स्पेशलिटी की सुविधा है तो प्रधानमंत्री के हाथों एम्स की सौगात भी मिल चुकी है। गोरखपुर में हजारों निजी चिकित्सक सेवाओं से जुड़े हैं। इसके साथ ही गोरखपुर में कई टेक्नोलॉजिकल इंस्टीट्यूट व चार विश्वविद्यालय उच्च शिक्षा व शोध के बड़े केंद्र बनकर उभरे हैं। गोरखपुर व पूर्वी उत्तर प्रदेश आज रोजगार का बड़ा केंद्र है। पटना से लखनऊ के बीच सबसे बड़ी दवा मंडी गोरखपुर में है तो किराना की सबसे बड़ी मंडी भी यहीं पर है। यहां उद्योगों के विस्तार की अपार संभावनाएं हैं, इन संभावनाओं को माहौल देने का दायित्व हम सबका है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि गीडा में जितना निवेश पिछले 5 सालों में हुआ है उतना इसके पूर्व के 27 सालों में भी नहीं हुआ था।

सीएम योगी ने बदला माहौल, देशभर के उद्यमी कर रहे गीडा में निवेश : प्रदीप शुक्ल

गीडा दिवस समारोह में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए सहजनवा के विधायक प्रदीप शुक्ल ने कहा कि सरकारें आईं और गईं लेकिन 2017 तक गीडा उपेक्षित ही रहा। 2017 में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद माहौल बदला तो देशभर के उद्यमी गीडा में निवेश करने आ रहे हैं। औद्योगिक विकास के साथ ही गीडा आज आईटी हब भी बन रहा है। चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज के अध्यक्ष विष्णु प्रसाद अजितसरिया ने कहा कि सीएम योगी ने बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत कर और बेहतर कनेक्टिविटी से गीडा को निवेशकों की पसंदीदा स्थान बना दिया है। मजबूत कानून-व्यवस्था से बाहर के उद्यमी भी यहां निवेश को उत्सुक हैं। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ उद्यमी एवं अन्य गणमान्य लोग भी मौजूद थे।

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