वसई ( महाराष्ट्र ) । जनादेशा का अपमान कर बनी महाआघाडी की सरकार ने किसानों से विश्वासघात किया है, सरकार की निष्क्रियता के कारण राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार के खिलाफ भाजपा द्वारा मंगलवार को वसई तहसील कार्यालय पर धरना आंदोलन किया. जिसमें बढ़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिया. लोगों को संबोधित करते हुए वसई-विरार जिला महासचिव राजन नाइक ने कहा कि भाजपा के साथ विश्वासघात कर काँग्रेस-राष्ट्रवादी काँग्रेस के साथ सरकार बनाने वाली शिवसेना ने किसानों का विश्वासघात किया है. सरकार स्थापन करते वक्त शिवसेना पक्षप्रमुख व वर्तमान मुख्यमंत्री के साथ ही काँग्रेस, राष्ट्रवादी के कई प्रमुख नेताओं ने किसानों को आश्वासन दिया था कि बेमौसम बारिश से प्रभावित को 25 हजार रुपये हेक्टेयर व फल बागों के लिए 50 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की मदत, किसानों की पूरी कर्जमाफी व सातबारा को कोरा किये जाने की घोषणा की थी. लेकिन सरकार बनाने के बाद वह अपने दिए आश्वासन को भूल गए है, और उनमें से कोई भी वादा पूरा नही किया. जो साफ़तौर पर किसानों के साथ विश्वासघात है. क्योंकि सरकार ने किसानों के सिर्फ अल्प मुद्दत कर्ज माफी की घोषणा की है. जिससें बहुसंख्य किसानों को कोई फायदा नही होगा. दो लाख से ज्यादा कर्ज वाले तथा नियमित कर्ज भरने वाले किसानों का कर्जमाफी योजना में कोई उल्लेख नही है. जिसके कारण किसानों से धोखाघड़ी करने वाली महाआघाडी की सरकार का भाजपा कड़ी निंदा करती है. जबकि भाजपा सरकार के कर्जमाफी योजना में पाक (डाभ) कर्ज व मध्यम मुद्दति कर्ज समाविष्ट किये गए थे, जिससे पॉलिहाऊस,शेडनेट, खेती उपकरणं, पशुपालन, बकरी पालन, मधुमक्खी पालन जैसे हर वर्ग के किसानों को लाभ मिलता था.भाजपा सरकार के व्यापक कर्जमाफी के कारण 43 लाख खातेधारको को 19 हजार करोड़ का लाभ दिया गया था.
वक्ताओं ने कहा कि गत माह में महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है, ऐसे में अपराधियों को सजा दिलाने के बजाए महाआघाडी सरकार के मंत्री अपना सत्कार करवाने में व्यस्त है. इस सरकार में अपराधियों को कानून का कोई डर नहीं रहा. जिसका जीवंत उदारहण हिंगणघाट में एक प्राध्यापिका को जिंदा जलाना, उनपर एसिड हमला, छोटी-छोटी बच्चियों पर अत्याचार, बलात्कार जैसी घटनाओं से महिलाओं और बच्चियों में भय का माहौल बना है, जिसका भारतीय जनता पार्टी वसई विरार जिला इकाई कड़े शब्दों में निंदा करती है.इस धरने के दौरान मुख्यरुप से मनोज बारोट, हरेंद्र पाटिल, शेखर धुरी, केदारनाथ म्हात्रे, किरण भोईर, वनिता तांडेल, आम्रपाली साल्वे, बिजेंद्र कुमार, संजोग यांदे, मारुति घुटुकडे, महेंद्र पाटिल, सुनील किणी, जितेंद्र पाटिल, विनीत तिवारी,उत्तम कुमार, कल्पना खरपडे सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी व पार्टी कार्यकर्ता उपस्थित रहें.