
देश में कोरोना का कहर चरम पर है तथा एक दिन बाद कोरोना संक्रमण के मामलों में जबरदस्त उछाल के साथ करीब पौने तीन लाख नये मामले सामने आने के बाद सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 18 लाख से अधिक और इसकी सक्रिय दर बढ़कर 4.83 फीसदी हो गयी है। इस बीच मंगलवार को देश में 76 लाख 35 हजार 229 कोविड टीके लगाये गये हैं और अब तक एक अरब 58 करोड़ 88 लाख 47 हजार 554 कोविड टीके दिये जा चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार की सुबह जारी आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 घंटों में देश भर में पिछले 24 घंटे में 18 लाख 69 हजार 642 कोविड परीक्षण किए गये हैं , जिनमें दो लाख 82 हजार 970 लोगों की रिपोर्ट पाॅजिटिव आयी और कुल संक्रमितों की संख्या बढ़कर तीन करोड़ 79 लाख 01 हजार 241 हो गयी है। इससे पहले मंगलवार को दो लाख 38 हजार 018 मामले दर्ज किये गये थे।
पिछले 24 घंटों में 441 और मरीजों की मौत होने के साथ इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 4,87,202 हो गयी है। इसी अवधि में 1,88,157 मरीजों के स्वस्थ होने से कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या बढ़कर तीन करोड़ 55 लाख 83 हजार 039 हो गयी हैं।देश में रिकवरी दर घटकर 93.88 प्रतिशत पर आ गयी है वहीं मृत्यु दर अभी 1.29 फीसदी है।दूसरी तरफ कोविड के ओमिक्रॉन वैरिएंट से 27 राज्यों में अब तक 8961 व्यक्ति संक्रमित पाये गये हैं।महाराष्ट्र सक्रिय मामलों के हिसाब से देश में पहले स्थान पर है।
पिछले 24 घंटों में यहां सक्रिय मामले 330 बढ़कर 2,71,427 हो गये हैं जबकि 38,824 मरीजों के स्वस्थ होने के साथ ही कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या 68,68,816 हो गयी है। वहीं 53 और मरीजों की मौत हो गयी तथा इस बीमारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,41,885 हो गयी है।सक्रिय मामलों में दूसरे स्थान पर कर्नाटक में इनकी संख्या 2,50,410 है। यहां सर्वाधिक 33,084 सक्रिय मामले बढ़े हैं। राज्य में 8353 मरीज स्वस्थ हुए हैं जिन्हें मिलाकर 29,99,825 लोग कोरोना को मात दे चुके हैं। वहीं 20 और मरीजों की मौत हुई है तथा अब तक मृतकों की संख्या 38,465 हो गयी है।
भारत में पहले से निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें 28 फरवरी तक स्थगित
नई दिल्ली । भारत ने पहले से निर्धारित अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों को 28 फरवरी तक स्थगित रखने का फैसला किया है। हालांकि नागरिक विमानन महानिदेशालय से अनुमोदित अंतर्राष्ट्रीय मालवाहक उड़ानों के संचालन पर यह प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। नागरिक विमानन महानिदेशालय के आदेश में कहा गया है कि कुछ चुनिंदा हवाई मार्गों पर अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की अनुमति होगी।
किस राज्य में कब आएगी कोरोना पीक, आईआईटी प्रोफेसर ने जारी किए नतीजे
नई दिल्ली । देश में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर आईआईटी के प्रोफेसर मणीन्द्र अग्रवाल ने ताजा अध्ययन के नतीजे जारी किए हैं। इसमें अनुमान जताया गया है कि तीसरी लहर के दौरान रोजाना चार लाख से ज्यादा केस आने की आशंका नहीं है। अध्ययन में दावा किया गया है कि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पीक आ चुकी है। देश की बात करें तो 23 जनवरी को पीक आ सकती है।यह अध्ययन कोविड ट्रेकर के सूत्र मॉडल के आधार पर किया गया है।
इसके अनुसार दिल्ली व मुंबई जनवरी के दूसरे सप्ताह में पीक पर पहुंच चुके हैं। आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर अग्रवाल ‘सूत्र संकुल’ के शोधकर्ताओं में से एक हैं। वे कोविड के आंकड़ों को लेकर महामारी की शुरुआत से नजर रख रहे हैं। उनके अनुसार कोरोना का परिभ्रमण पथ पूरे देश में बदल चुका है। इसकी दो वजह हो सकती है। एक तो यह कि कमजोर इम्युनिटी वालों में ओमिक्रॉन का फैलाव धीमा पड़ चुका हो और दूसरा इसकी चपेट में आने वाला संभावित आबादी समूह में यह फैल चुका हो।
अध्ययन में दावा किया गया है कि 11 जनवरी तक के आंकड़ों से संकेत मिलता है कि 23 जनवरी तक देश में पीक आ सकता है और करीब 7.2 लाख केस रोज मिल सकते हैं, लेकिन संक्रमण का वास्तविक पथ पहले ही काफी बदल चुका है, इसलिए असल पीक के वक्त 4 लाख केस प्रतिदिन से आने की संभावना नहीं है।दिल्ली के अधिकारी संकेत दे रहे हैं कि वहां पीक आ चुका है, क्योंकि वहां दैनिक नए मामलों की संख्या स्थिर हो चुकी है।
मंगलवार को दिल्ली में 11,684 केस आए, जबकि सोमवार को 12,527 केस मिले थे। 13 जनवरी को दिल्ली में इस लहर के सर्वाधिक 28,867 केस मिले थे। यह एक दिन की सर्वाधिक बढ़ोतरी थी। पीक को लेकर ये आंकड़े गणितीय अनुमान पर आधारित हैं। इनकी गणना सूत्र संकुल ने कोविड की तीसरी लहर के आंकड़ों और जमीनी स्थिति के आकलन के आधार पर की है।
यह है पीक की तारीखों का अनुमान
असम 26 जनवरी
बिहार 17 जनवरी
उत्तर प्रदेश 19 जनवरी
हरियाणा 20 जनवरी
गुजरात 19 जनवरी
महाराष्ट्र 19 जनवरी
कर्नाटक 23 जनवरी
आंध्रप्रदेश 30 जनवरी
तमिलनाडु 25 जनवरी
बेंगलुरु 22 जनवरी
कोलकाता 13 जनवरी
दिल्ली 16 जनवरी
मुंबई 12 जनवरी।