
जन्मदिवस पर सीएम योगी ने लगाया हरिशंकरी का पौधा
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित विभिन्न नेताओं ने दी योगी को जन्मदिन की बधाई
लखनऊ । उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने 50वें जन्मदिन पर कर्मस्थली गोरखपुर में हरिशंकरी का पौधा लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। अपने जन्मदिन के साथ ही विश्व पर्यावरण दिवस पर योगी आदित्यनाथ ने रविवार को बड़ी भूमिका अदा की।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस अवसर पर कहा कि पौधों को लगाने के साथ-साथ उसकी सुरक्षा भी बेहद जरूरी है। हरिशंकरी में पीपल, पाकड़, बरगद के पौधे संयुक्त रुप से लगाए जाते हैं । इन्हें ब्रह्मा, विष्णु व महेश का स्वरूप माना जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर के गोशाला परिसर में हरिशंकरी का पौधा रोपने के बाद प्रभागीय वन अधिकारी विकास यादव से इसके बारे में जानकारी ली। यादव ने बताया कि यह पौधे अधिक समय तक हरे-भरे रहते हैं और अन्य पौधों की तुलना में आक्सीजन भी अधिक देते हैं। इन्हें पर्यावरण के लिए सर्वाधिक हितकारी माना जाता है। पांच जून को ही मुख्यमंत्री योगी का जन्मदिन है और इसी दिन विश्व पर्यावरण दिवस भी मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने इस बार वन विभाग को पर्यावरण दिवस के अवसर पर जिले की 1294 ग्राम पंचायतों में 3282 हरिशंकरी के पौधे लगाने के निर्देश दिए थे। पंचायतों में लगाए जाने वाले पौधों के सुरक्षा की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होगी। इसके साथ ही साथ यहां पर सभी ग्राम प्रधानों को वर्चुअल कान्फ्र ेंस के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की जानकारी दी जाएगी।
मात्र 26 वर्ष की उम्र में सांसद बनने के बाद 2017 तक रहे
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मार्च 2017 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने से पहले 1998 से गोरखपुर से लोकसभा के सदस्य रहे। लगातार गोरखपुर में राज करने वाले योगी आदित्यनाथ अब छह वर्ष से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के पद पर कार्य कर रहे हैं। योगी के साथ कर्मयोगी योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में लगातार रिकार्ड बनाए और यह सिलसिला अभी भी जारी है।
इतिहास के पहले महंत
भारत में नाथ संप्रदाय के सबसे बड़े पीठ गोरक्षपीठ के महंत और देश की सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ देश के इतिहास के पहले महंत हैं जो कि किसी राज्य की सत्ता भी संभाल रहे है। भारतीय जनता पार्टी में पीएम मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह के बाद सर्वाधिक लोकप्रिय नेता हो चुके योगी आदित्यनाथ उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के एक छोटे से गांव पंचूर में पांच जून 1972 को जन्मे। आनंद सिंह बिष्ट और सावित्री देवी के पुत्र का नाम अजय सिंह बिष्ट रखा गया। अजय अपने सात भाई-बहनों में पांचवें स्थान पर हैं।
हेमवती नंदन बहुगुणा विश्वविद्यालय, श्रीनगर से गणित में स्नातक करने के बाद 1993 में गणित से मास्टर्स डिग्री हासिल करने की लालसा में गोरखपुर पहुंचे तो फिर यहीं के होकर रह गए। अजय सिंह बिष्ट अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान जब गोरक्षपीठ के मठाधीश और महंत अवैद्यनाथ से मिले तो वह काफी प्रभावित हुए। उनके मन से सांसरिक मोह-माया दूर हो गई और वह सन्यास धारण के लिए बेताब हो गए। अजय ने बड़े महाराज महंत अवैद्यनाथ के सामने सन्यासी बनने की इच्छा प्रकट की। 15 फरवरी 1994 को बड़े महाराज महंत अवैद्यनाथ ने अजय सिंह बिष्ट को दीक्षा देकर उन्हें योगी आदित्यनाथ बना दिया। इसके बाद वह गोरखनाथ मंदिर का प्रशासन और गोरक्षपीठ के मठाधीश और महंत अवैद्यनाथ का कार्यभार देखने लगे।
1996 से शुरू हुआ सियासी सफर
योगी आदित्यनाथ का सियासी सफर 1996 से शुरू हुआ जब उन्होंने लोकसभा चुनाव में महंत अवैद्यनाथ के चुनाव संचालन का जिम्मा संभाला। उनके चुनाव संचालन से प्रभावित बड़े महाराज ने इन्हें अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी भी घोषित कर दिया। 1998 के लोकसभा चुनाव के लिए योगी आदित्यनाथ के नाम का ऐलान भी कर दिया गया। योगी आदित्यनाथ मात्र 26 की उम्र में पहली बार लोकसभा पहुंचे तो फिर पीछे नहीं मुड़े। भाजपा के टिकट पर 1998, 1999, 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में लगातार जीत हासिल कर 42 वर्ष की उम्र में लगातार पांच बार सांसद होने का रिकार्ड बना डाला। इसके बाद से उत्तर प्रदेश की सत्ता की चाभी उनके पास है।
राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित विभिन्न नेताओं ने दी योगी को जन्मदिन की बधाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केन्द्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और बसपा अध्यक्ष मायावती के अलावा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने रविवार को जन्मदिन की बधाई दी है।राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से किये गये ट्वीट में कहा गया है, “अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान राष्ट्रपति ने आज मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को उनके जन्मदिन की बधाई व शुभकामनाएँ दीं।” गौरतलब है कि राष्ट्रपति कोविंद इन दिनों उत्तर प्रदेश प्रवास के दौरान रविवार को योगी के निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर में हैं। इसके जवाब में योगी ने ट्वीट कर कहा, “आपकी स्नेहिल शुभकामनाओं हेतु हार्दिक आभार माननीय राष्ट्रपति जी। ‘नए उत्तर प्रदेश’ के सर्वांगीण विकास के संकल्प की सिद्धि में आपकी शुभकामनाएं मार्गदर्शिका का कार्य करेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्विटर पर अपने बधाई संदेश में कहा, “उप्र के ऊर्जावान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जन्मदिन की बधाई। उनके कुशल नेतृत्व में राज्य ने प्रगति की नई ऊंचाइयों को छुआ है। उन्होंने राज्य के लोगों के लिए जनहितैषी सुशासन सुनिश्चित किया है। जनसेवा को समर्पित उनके लंबे और स्वस्थ जीवन के लिए प्रार्थना करता हूं।”योगी ने प्रधानमंत्री मोदी का आभार व्यक्त करते हुए कहा, “संबल प्रदान करतीं आपकी आत्मीय शुभकामनाओं एवं बधाई हेतु हृदयतल से आभार आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी। लोक-कल्याण के प्रति आपकी प्रतिबद्धता मुझे जन सेवा हेतु प्रति क्षण प्रेरित करती है। कामना है कि आपका संवेदनशील मार्गदर्शन एवं ऊर्जावान नेतृत्व सतत प्राप्त होता रहे।”
इसके अलावा योगी को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और मध्य प्रदेश, हरियाणा, असम, कर्नाटक, मेघालय, नगालैंड, असम, गोवा और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी जन्मदिन की शुभकामनायें दी।नड्डा ने ट्वीट कर कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ। आपके नेतृत्व में, प्रदेश नई ऊंचाइयों को छू रहा है। साथ ही प्रगति और विकास के पथ पर आज तेजी से आगे बढ़ रहा है। आप स्वस्थ रहें व दीर्घायु हों ऐसी ईश्वर से कामना करता हूँ।”बसपा अध्यक्ष मायावती ने भी ट्वीट कर कहा, “उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी को आज उनके जन्मदिन पर हार्दिक बधाई एवं उनके दीर्घायु होने की भी कुदरत से कामना।”