Health

मुख्यमंत्री ने किया बड़ागांव आरोग्य स्वास्थ्य मेला का किया उद्घाटन

वाराणसी । रविवारीय अवकाश का दिन एक बार फिर से जनपद के लिए सेहत की दृष्टि से बेहद खास रहा। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का उद्घाटन किया। इस मौके पर मा0 मुख्यमंत्री ने बच्चों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलाकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री आशुतोष टंडन, कैबिनेट मंत्री श्री अनिल राजभर, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष श्री स्वतंत्र देव सिंह, मा0 संसद मछली शहर श्री बीपी सरोज, पिंडरा विधायक श्री अवधेश सिंह, कमिश्नर श्री दीपक अग्रवाल, एडीजी जोन वाराणसी परिक्षेत्र श्री बृज भूषण, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीबी सिंह, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी व स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी एवं बीजेपी कार्यकर्ता मौजूद रहे। इसके अतिरिक्त जिले के सभी शहरी एवं ग्रामीण प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर फाइलेरिया उनुमलन अभियान की शुरुआत की गयी।
रविवार को दूर-दराज के इलाकों व मलिन बस्तियों में रहने वाले करीब 5,895 लोगों की चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य जांच के साथ निःशुल्क दवा और परामर्श दिया गया। जनपद के तीसरे मुख्यमंत्री आरोग्य स्वास्थ्य मेले का आयोजन 24 शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों समेत कुल 52 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर किया गया। इस मेले का उद्देश्य जनपद के सभी नागरिकों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने, स्वास्थ्य सुविधाओं को उनके समीप पहुंचाने, रोगों के रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जन समुदाय को जागरूक करने तथा बेहतर उपचार प्राप्त कराने एवं गंभीर रूप से ग्रसित मरीजों को चिन्हित कर उच्चीकृत स्वास्थ्य इकाइयों पर संदर्भन करना है।
मेले में 2,261 पुरुषों, 2,768 महिलाओं और 866 बच्चों को देखा गया। इस दौरान 347 गर्भवती महिलाओं की जांच की गयी। 87 गर्भवती महिलाओं को टीडी का टीका और 225 बच्चों का टीकाकरण किया गया। 822 लोगों की खून की जांच और 276 मरीजों की यूरिन जांच की गयी। 63 बच्चों का जन्म पंजीकरण किया गया। 234 मरीजों की नेत्रा जांच और 31 मरीजों को मोतियाबिंद के लिए चिन्हित किया गया। मेले में 277 गर्भनिरोधक गोलियां, 21 कॉपर-टी, 1054 कंडोम, 987 लोगों को परिवार नियोजन परामर्श दिया गया। 9 पुरुषों और 71 महिलाओं को नसबंदी के लिए चिन्हित किया गया। 112 मरीजों की टीबी जांच के लिए बलगम एकत्रित किया गया। वहीं 03 मरीज टीबी से ग्रसित पाये गए। 112 मरीजों की कुष्ठ की जांच की गयी जिसमें 02 मरीज पॉज़िटिव पाये गए। 170 मरीजों की मलेरिया की जांच की गयी जिसमें 18 मरीज पॉज़िटिव पाये गए। 1078 मरीजों की शुगर और 1475 मरीजों की हाईपेर्टेंशन की जांच की गयी। लगभग 200 मरीजों की संदर्भित किया गया। इन मेलों में करीब 1000 लाभार्थियों के गोल्डेन कार्ड भी बनाए गए।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ वीबी सिंह ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है सबका स्वास्थ्य-सबका विकास ताकि सभी को स्वस्थ रखा जा सके। इसको दृष्टिगत रखते हुए लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में विस्तार करते हुये चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य प्रदान की जा रही है। उन्होने ने जनपदवासियों से अपील की कि स्वास्थ्य मेले के माध्यम से सरकार द्वारा दी जा रही निःशुल्क चिकित्सीय एवं स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ उठाएँ। प्रत्येक स्वास्थ्य मेला में गुणवत्ता पूर्व स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं और गंभीर बीमारियों से ग्रसित लोगों को सफल उपचार के लिए उच्चीकृत इकाईयों पर संदर्भित किया जा रहा है।
जनपद स्तर पर मेले के नोडल अधिकारी, समस्त ब्लॉकों के प्रभारी चिकित्साधिकारी, चिकित्सक, एआरओ, एचईओ, बीसीपीएम, बीपीएम, परामर्शदाता, लैब टैकनीशियन, एएनएम, आशा, स्वास्थ्य कार्यकर्ता समेत स्वास्थ्य विभाग के अन्य लोग मौजूद रहे।

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