बारां । केंद्रीय जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजनीति कर इसे फुटबॉल बना डाला है।उन्होंने कहा कि यह धोखेबाज बाजीगरी की राजनीति बंद होनी चाहिए। ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि परियोजना जल्द लागू हो। श्री शेखावत आज यहां राजकीय पीजी कालेज के छात्रसंघ कार्यालय के उदघाटन एवं शपथ ग्रहण समारोह के बाद मीडिया से बातचीत कर रहे थेे।
श्री शेखावत से पूछा गया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आपको परियोजना के मामले में शक्ति नहीं लगाने पर राजस्थान का धोखेबाज होने का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि गहलोत राजस्थान के खुद धोखेबाज बाजीगर है। पूरे राजस्थान को कौन धोखा दे रहा है यह पूरा प्रदेश जान रहा है। कुर्सी पर जमे हुए हैं, लेकिन राज्य के हालात क्या है।उन्होंने कहा कि राज्य में अपराध, बलात्कार बड़ रहे हैं। उदयपुर में सरे बाजार गर्दन काट कर हत्या हुई है। सरकार चल नहीं पा रही। दूसरे को कुर्सी ना मिल जाएं बस उसी उधेड़बुन में लगे हैं, भष्टाचार का आलम सामने है, इसलिए राजस्थान के सबसे बड़े धोखेबाज उनके मुकाबले कौन हों सकता है। आरोप लगाने से पहले अपनी गरेबान में झांक लेवे।
श्री शेखावत ने कहा, मैंने आग्रह किया है कि जब तक हम ईआरसीपी मुद्दे पर राजनीति करना बंद नहीं करते, हम समस्या का समाधान नहीं कर सकते। किसी भी परियोजना को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने के लिए निर्धारित मानदंड होते हैं और सरकार सिर्फ एक राज्य के मुद्दे को लेकर देश में पानी के मुद्दे से संबंधित एक नई चुनौती नहीं खड़ी कर सकती है।उन्होंने कहा कि राजस्थान में एक करोड़ से अधिक कनेक्शन दिए जाने थे और राज्य राष्ट्रीय औसत से 25 प्रतिशत पीछे है। उन्होंने कहा कि कनेक्शन प्रदान करने के मामले में राजस्थान 33 राज्यों में 29वें स्थान पर है और कार्य की प्रगति के मामले में यह 32वें स्थान पर है। कार्य में तेजी लाएं।
उन्होंने कहा कि 2019 से 2022 तक, राजस्थान सरकार को मिशन के तहत 27,000 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, लेकिन राज्य केवल 4,000 करोड़ रुपये ही निकाल सका और 23,000 करोड़ रुपये व्यपगत हो गए।(वार्ता)