
लखनऊ । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को पीएसी के कुछ जवानों का फंसा प्रमोशन तत्काल देने का फैसला किया है। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने प्रमोशन देने में अड़ंगा लगाने वाले एडीजी के खिलाफ जांच का आदेश भी दे दिया है। गौरतलब है कि इसके पहले डीआईजी कार्मिक एवं स्थापना डॉ. राकेश शंकर की तरफ से सितंबर के दूसरे सप्ताह में जारी एक आदेश के तहत नागरिक पुलिस में हेड कांस्टेबल पद पर कार्यरत 890 पुलिस कर्मियों को डिमोशन करते हुए पीएसी में कांस्टेबल पद पर वापस भेजा गया था। वर्षों पहले पीएसी से नागरिक पुलिस में आए ये पुलिस कर्मी प्रोन्नत होकर हेड कांस्टेबल बने थे। इसी तरह एडीजी स्थापना की तरफ से डीएसपी स्थापना सुधीर कुमार सिंह द्वारा जारी एक आदेश के तहत विभिन्न जिलों में सब इंस्पेक्टर पद पर कार्यरत 6 पुलिस कर्मियों को पदावनत कर पीएसी में कांस्टेबल के उनके मूल पद पर भेज दिया गया था। डीएसपी स्थापना सुधीर कुमार सिंह की तरफ से ही जारी एक अन्य आदेश के तहत विभिन्न जिलों में कांस्टेबल पद पर तैनात 22 पुलिसकर्मियों को पीएसी में कांस्टेबल पद पर ही वापस भेज देने के आदेश थे।