कार्ति चिदम्बरम के आवास और कार्यालयों पर सीबीआई का छापा
केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने विदेशों से मिलने वाले फंड और चीनी कंपनी को वीजा जारी करने की सुविधा के लिए रिश्वत लेने के मामलों में मंगलवार को वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम के सांसद पुत्र कार्ति चिदम्बरम के यहां स्थित आवास और कार्यालयों पर छापे मारे।सीबीआई के सूत्रों के मुताबिक श्री कार्ति और उसके सहयोगी एस भास्कररमन समेत छह अन्य के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में चीनी कंपनी को वीजा जारी करने की सुविधा और मनसा (पंजाब) में 1980 मेगावाट उर्जा संयंत्र स्थापित करने के लिए 56 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में पहले नंबर का आरोपी नामजद किया है। वहीं श्री कार्ति को दूसरे नंबर के आरोपी के रूप में नामित किया गया है।
उन्होंने बताया कि श्री कार्ति के दिल्ली, मुंबई और चेन्नई स्थित कई ठिकानों पर छापे मारे गये हैं। इससे पहले 2017 में भी विदेशों से मिलने वाले फंड को विदेश निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी में कई तरह अनियमितताओं को लेकर श्री कार्ति के कई ठिकानों पर छापे मारे गये थे।इस बीच श्री कार्ति ने अपने ट्वीट में कहा , “ सीबीआई की एक टीम ने आज सुबह चेन्नई और दिल्ली स्थित मेरे आवास की तलाशी ली। टीम ने मुझे एक प्राथमिकी की प्रति दिखाई जिसमें मेरा नाम आरोपी के रूप में नहीं है। तलाशी टीम को ना कुछ मिला और ना ही कुछ जब्त किया। मैं कह सकता हूं कि छापे मारने का यह समय दिलचस्प है।”
उन्होंने आगे कहा , “मैं गिनती भूल गया हूं कि ऐसा कितनी बार हुआ है। यह एक रिकॉर्ड बनेगा।”कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने कहा , “श्री पी चिदम्बरम राष्ट्रवादी और देशभक्त हैं और देश के प्रति उनकी प्रतिबद्धता निर्विवाद है। सीबीआई ने जिस तरह से पूर्व गृह मंत्री एवं वित्त मंत्री के खिलाफ प्रायोजित और बेतुके आरोप लगाए गए हैं वह राजनीतिक स्तर में आई गिरावट को प्रदर्शित करता है।”(वार्ता)