वाराणसी। जमीन की रजिस्ट्री हुई इसके बाद दाखिल खारिज की प्रकिया पूरी की गयी लेकिन मौके पर जमीन नदारद मिली। साल 2016 में हुई इस धोखाधड़ी के मामले में जब पीड़ित ने पैसा वापस मांगा तो उसे धमकी मिली। ऐसे में उसने पहले पुलिस और बाद में कोर्ट का सहारा लिया। कोर्ट के आदेश पर धोखाधड़ी करने वाले तीन लोगों पर कैंट थाने में मुकदमा दर्ज हुआ।
सिंघु नगर कालोनी सिगरा निवासी मेनका देवी ने 2016 में नाथुपुर में 680 वर्ग फीट जमीन का सौदा अरुण कुमार निवासी नाथूपुर मंडुवाडीह से किया। किया जमीन की रजिस्ट्री 15 मार्च वर्ष 2016 में हुई साथ ही कुछ दिनों के बाद दाखिल खारीज। मेनका देवी जब 2021 में जमीन की नापी के लिए विक्रेता से सम्पर्क किया तो वह हीलाहवाली करने लगा।
शक होने पर पीड़िता ने तहसील में उक्त जमीन की जांच करायी। पता चला कि उक्त रजिस्ट्री जमीन में दूसरे आराजी का अंश को चौहद्दी में दर्शाते हुए रजिस्ट्री कर दी गयी। राजस्व टीम ने नौ मई 2022 को सीमांकन रिपोर्ट में पुष्टि भी की गई है। ऐसे में जब मेनका ने पैसा वापस मांगा तो उसे जान से मारने की धमकी दी गयी। पीड़िता ने पहले कैंट थाना फिर न्यायालय में गुहार लगाई। कोर्ट के आदेश पर आरोपी तीन लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज हुआ।