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पहलगाम आतंकवादी हमले के संदिग्धों के स्केच जारी, एक हमलावर के स्थानीय होने की आशंका

पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका

श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकवादी हमले में शामिल तीन संदिग्ध आतंकियों के स्केच सुरक्षा एजेंसियों ने बुधवार को जारी किए।इस हमले में 27 पर्यटकों और एक स्थानीय सहित 28 लोगों की मौत हुई है।जांच से जुड़े वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हमले में शामिल एक आतंकवादी स्थानीय हो सकता है। शुरुआती जांच में तीन से चार आतंकवादियों के शामिल होने के संकेत मिले हैं। चश्मदीदों और हमले से बचे लोगों के बयानों के आधार पर संदिग्धों के स्केच तैयार किए गए हैं।जांचकर्ताओं का मानना है कि हमलावर सेना जैसी वर्दी में थे और उन्हें हमले से पहले इलाके की रेकी करने में किसी स्थानीय की मदद मिली थी।

सूत्रों के मुताबिक, आतंकवादी किश्तवाड़ से कोकरनाग होते हुए बैसारन पहुंचे, जिसमें एक स्थानीय आतंकवादी या हैंडलर ने मदद की। पुलिस ने कई स्थानीय लोगों से पूछताछ की है, लेकिन अब तक कोई औपचारिक गिरफ्तारी नहीं हुई है।पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली है।सूत्रों के अनुसार, मौके से मिले कारतूसों से पता चला है कि आतंकवादियों के पास असॉल्ट राइफलें और एक अमेरिकी एम4 कार्बाइन थी। फिलहाल, मामले की जांच जम्मू-कश्मीर पुलिस कर रही है, लेकिन जल्द ही इसे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को सौंपे जाने की संभावना है।

अनंतनाग जिले में हुए हमले की जांच के लिए एनआईए की टीम ने बुधवार को घटनास्थल का दौरा किया और शुरुआती सबूत जुटाए। पहलगाम के पास बैसारन घास के मैदान के घने जंगलों में आज भी बड़ा सर्च ऑपरेशन जारी है। सेना, पुलिस, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और पैरा कमांडो की संयुक्त टीमें आतंकियों की तलाश में इलाके को खंगाल रही हैं।

पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर सुरक्षा के लिए सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में दिल दहलाने वाले आतंकवादी हमले के मद्देनजर उच्चतम न्यायालय में एक जनहित याचिका दायर की गई है, जिसमें अधिक पर्यटकों वाले स्थानों पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम करने के लिए केंद्र के अलावा संबंधित राज्य सरकारों को निर्देश देने की गुहार लगाई गई है।यह याचिका अधिवक्ता विशाल तिवारी ने मंगलवार को हुए पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमले की घटना के मद्देनजर दायर की‌ हमाले में 28 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी गई।श्री तिवारी द्वारा दायर याचिका में प्रमुख पर्यटक स्थलों, खासकर पहाड़ी राज्यों और दूरदराज के स्थानों पर बड़ी संख्या में पर्यटकों के इकट्ठा होने वाले जगहों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश देने के लिए निवेदन किया गया है। याचिका में केंद्रीय गृह मंत्रालय और संबंधित राज्य सरकारों को उन जगहों पर प्राथमिकता के आधार पर पर्याप्त संख्या में सशस्त्र बलों को तैनात करने के निर्देश देने की मांग की गई है।

याचिका में कश्मीर में बाबा अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी आवश्यक निर्देश देने की गुहार लगाई गई है।याचिका के अनुसार, “उत्तर भारत के अधिकांश राज्यों की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से पर्यटन क्षेत्र पर निर्भर करती है। यहां गर्मी के मौसम में बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। आतंकवादी हमले इस क्षेत्र की अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। इस हालात में पर्यटकों की सुरक्षा के लिए सुरक्षा उपाय करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। यह बात सामने आ रही है कि पहलगाम हमले में संवेदनशील क्षेत्र होने के बावजूद किसी भी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं की गई है। ऐसे स्थानों, दूरदराज के क्षेत्रों में किसी तरह की सशस्त्र सुरक्षा होनी चाहिए, जहां पर्यटक दृश्य देखने, शांतिपूर्ण वातावरण और प्रकृति का आनंद लेने के लिए इकट्ठा होते हैं। ऐसे उपायों से ही हम पर्यटकों को आतंकवादी हमलों से बचा सकते हैं।”

घाटी से पर्यटकों का पलायन करते देखना दिल दहला देने वाला: उमर

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को कहा कि पहलगाम में हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद घाटी से पर्यटकों का पलायन करते देखना दिल दहला देने वाला है।गौरतलब है कि पहलगाम के पास सुंदर बैसरन घाटी में मंगलवार को हुए इस हमले में 27 लोग मारे गए हैं और कई अन्य घायल हुए हैं। इस घटना से पर्यटकों में व्यापक दहशत फैल गई है, जिनमें से कई अब जल्द से जल्द घर लौटना चाहते हैं। निकासी प्रयासों में सहायता के लिए एयर इंडिया और इंडिगो ने बाहर जाने वाली यात्राओं में वृद्धि को समायोजित करने के लिए चार अतिरिक्त उड़ानों के संचालन की घोषणा की है।

श्री उमर ने कहा कि नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय अतिरिक्त उड़ानों का आयोजन करने के लिए काम कर रहे हैं, जबकि श्रीनगर और जम्मू के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग-44 को एक ही दिशा में यातायात के लिए फिर से शुरू कर दिया गया है।श्री उमर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “कल पहलगाम में हुए दुखद आतंकवादी हमले के बाद हमारे मेहमानों का घाटी से पलायन देखना दुखद है। हम पूरी तरह से समझते हैं कि लोग क्यों जाना चाहते हैं।”

उन्होंने कहा, “ डीजीसीए और नागरिक उड्डयन मंत्रालय अतिरिक्त उड़ानों को व्यवस्थित करने के लिए काम कर रहे हैं। श्रीनगर और जम्मू के बीच एनएच-44 को एक ही दिशा में यातायात के लिए फिर से शुरू कर दिया गया है। मैंने प्रशासन को श्रीनगर और जम्मू के बीच यातायात को सुगम बनाने का निर्देश दिया है, ताकि पर्यटक वाहन निकल सकें। यह नियंत्रित और व्यवस्थित तरीके से किया जाना चाहिए, क्योंकि सड़क अभी भी कई जगहों पर अस्थिर है और हम सभी फंसे हुए वाहनों को निकालने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं। हम इस समय वाहनों की पूरी तरह से मुक्त आवाजाही की अनुमति नहीं दे पाएंगे और हमें उम्मीद है कि हर कोई हमारे साथ सहयोग करेगा।

”इस बीच पहलगाम में आतंकी घटना के बाद, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने एक सलाह में कहा कि अपने घर लौटने के इच्छुक पर्यटकों की ओर से अप्रत्याशित मांग है। परामर्श में कहा गया है, “एयरलाइंस को बढ़ती मांग के मद्देनजर उड़ानों की संख्या बढ़ाने के लिए त्वरित कार्रवाई करने और श्रीनगर से भारत भर के विभिन्न गंतव्यों तक निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करने की सलाह दी जाती है, ताकि फंसे हुए पर्यटकों को निकालने में सुविधा हो।” एयरलाइनों से यह भी अनुरोध किया गया कि वे रद्दीकरण और पुनर्निर्धारण शुल्क माफ करने पर विचार करें और इस कठिन समय के दौरान अप्रत्याशित परिस्थितियों और चुनौतियों का सामना करने वाले पर्यटकों को सभी आवश्यक सहायता प्रदान करें।

पहलगाम आतंकवादी हमला: सैलानियों की वापसी के लिए विशेष ट्रेन का संचालन

उत्तर रेलवे ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद सैलानियों की बड़ी संख्या में वापसी के मद्देनजर श्री माता वैष्णो देवी कटरा से नयी दिल्ली के लिए एक विशेष आरक्षित ट्रेन चलाने की घोषणा की है।उत्तर रेलवे ने बुधवार को यहां एक विज्ञप्ति में बताया कि रेलयात्रियों की सुविधा के लिए आज एक विशेष रेलगाड़ी का संचालन किया जा रहा है।(वार्ता)

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