समयबद्ध कार्य पूर्ण कर लें ताकि किसी के विरुद्ध कठोर एक्शन लेने की जरूरत नहीं पड़े- आशुतोष टंडन
जनप्रतिनिधियों के सुझाव, पत्रों को प्राथमिकता पर लेकर कार्यवाही करें तथा कृत कार्रवाई से संबंधित जनप्रतिनिधि को अवगत भी कराएं- प्रभारी मंत्री
मार्च तक शहर की सीवर एवं पेयजल की स्थिति नहीं सुधरी तो लापरवाह अधिकारियों पर होगी कार्यवाही – नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन
वाराणसी, जनवरी । उत्तर प्रदेश के नगर विकास एवं जनपद के प्रभारी मंत्री आशुतोष टंडन बुधवार को सर्किट हाउस सभागार में विभागीय अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक के दौरान शहर की सफाई व्यवस्था पर जमकर बरसे। उन्होंने शहर की सफाई व्यवस्था को पूरी तरह चाक-चौबंद किए जाने की हिदायत देते हुए कहा कि इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सड़कों पर जगह-जगह सीवर ओवरफ्लो होने की शिकायत पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुए शहर की सीवर व्यवस्था को दुरुस्त कराए जाने हेतु उन्होंने जलकल के अधिकारियों को 31 जनवरी तक टेण्डर की कार्यवाही पूर्ण करने के साथ ही 31 मार्च तक शहर की सीवर व्यवस्था को पूरी तरह दुरुस्त कर दिए जाने की सख्त हिदायत दी। उन्होंने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि 31 मार्च के बाद शहर के किसी भी सड़क पर सीवर ओवरफ्लो दिखाई नहीं देनी चाहिए। अन्यथा संबंधित की जिम्मेदारी निर्धारित कर हर हालत में कठोर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने जलकल के सचिव को निर्देशित करते हुए कहा कि शहर की सीवर व्यवस्था को दुरुस्त कराए जाने हेतु शासन स्तर से अतिरिक्त जनशक्ति स्वीकृत कर दी गई है। अब इसमें कोई भी बहानेबाजी नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि धन की कोई कमी नहीं है। बैठक में एमएलसी लक्ष्मण आचार्य द्वारा बीएचयू मालवीय मूर्ति के पास एवं ट्रामा सेंटर से गंगा की ओर जाने वाले मार्ग पर सीवर ओवरफ्लो होने तथा सड़कों पर गंदगी का ढेर होने की जानकारी पर नगर विकास मंत्री ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने अपर नगर आयुक्त को निर्देशित करते हुए कहा कि वे आज ही मौका मुआयना कर व्यवस्था सुनिश्चित कराएं और संबंधित जनप्रतिनिधि को इससे अवगत भी कराएं। नगर विकास मंत्री आशुतोष टंडन ने बताया कि वाराणसी नगर निगम में 14 वे वित्त का 125 करोड़ की धनराशि पड़ा हुआ है। इससे सभी कच्ची गलियां बन सकती हैं। उन्होंने 14 वे वित्त के पड़े धनराशि से कार्य प्रस्तावित कर पूरा कराए जाने का निर्देश दिया। 14वें वित्त के 24 करोड़ की धनराशि से कार्य कराए जाने हेतु दिसंबर में कार्यों की स्वीकृति प्रदान की गई है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार पूरे प्रदेश में नगर निगम में 4000 करोड़ की धनराशि 14वें वित्त की अवशेष पड़ी हुई है। स्वच्छता कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान नगर विकास मंत्री ने विशेष रूप से जोर देते हुए कहा कि यहां पर समुचित सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराया जाए। शहर की सफाई व्यवस्था, सीवर एवं पेयजल कार्यों की प्रगति की साप्ताहिक समीक्षा नगर आयुक्त को किए जाने का निर्देश दिया। ज्वाइंट एमडी को जल निगम एवं नगर आयुक्त को जलकल द्वारा कराए जा रहे कार्यों का पर्यवेक्षण किए जाने का भी निर्देश दिया।
बैठक में जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा, एमएलसी लक्ष्मण आचार्य, भाजपा जिला अध्यक्ष हंसराज विश्वकर्मा, भाजपा महानगर अध्यक्ष विद्यासागर, नगर आयुक्त गौरांग राठी, मुख्य विकास अधिकारी मधुसूदन हुलगी के अलावा जल निगम, जलकल एवं नगर निगम के अधिकारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।